पूर्व केंद्रीय मंत्री एवं सिरसा की सांसद कुमारी सैलजा ने कहा कि भाजपा सरकार अभी तक सत्ता के मद में चूर है, उसे जन कल्याण से कोई लेना देना नहीं है, प्रदेश में एक ओर जहां लोग बदलते मौसम में वायरल, टाइफाइड की चपेट में आ रहे है वहीं डेंगू तेजी से पांव पसार रहा है और कई लोगों की जान भी ले चुका है, सरकार केवल कागजों का पेट भरने में लगी हुई है, अभी तक फॉगिंग का कार्य युद्ध स्तर पर शुरू नहीं किया गया है, प्रभावशाली व्यक्तियों की कालोनी में ही फोगिंग की गई है। अगर सरकार ने डेंगू की रोकथाम के लिए कोई उचित कदम नहीं उठाया तो प्रदेश में भयावह स्थिति पैदा हो सकती है।
पंचकूला हॉट स्पॉट बना
मीडिया को जारी बयान में कुमारी सैलजा ने कहा है कि डेंगू के अलावा प्रदेश में लोगों को वायरल, टाइफाइड ने जकड़ रखा है। कई स्थानों पर डेंगू मामले अधिक आने से हालात बिगड़ते जा रहे हैं। पंचकूला हॉट स्पॉट बना हुआ है। प्रदेश में करीब 4500 केस सामने आए है। पंचकूला में 1233, हिसार में 475, करनाल में 357, सोनीपत 310, रेवाडी 275, पानीपत 260, कुरुक्षेत्र 213, गुरुग्राम 179, सिरसा 172 डेंगू के केस सामने आ चुके है।
फरीदाबाद, रोहतक, अंबाला और यमुनानगर में 100 से 150 केस सामने आए है। सिरसा, सिरसा सहित कई जिलों में डेंगू के प्रभाव से हुई मौत के मामले भी सामने आए है। कुछ जिलों में तो हालात इस कदर बिगड़ते जा रहे है कि लोग भय में जी रहे हैं। सैंपलिंग की व्यवस्था नहीं होने के कारण लोगों को परेशानी हो रही है। अभी तक का स्थायी निराकरण नहीं निकाला जा सका है।
अधिकारी एक दूसरे को आदेश देने में लगे
उन्होंने कहा कि स्वास्थ्य विभाग के अधिकारी एक दूसरे को आदेश देने में लगे हुए है। अधिकारी फॉगिंग का आदेश देते है, कर्मचारी रिपोर्ट भेजते है कि कई कई बार फॉगिंग करा दी गई पर धरातल में ऐसा कुछ नहीं है, फॉगिंग कागजों में की जा रही है। राज्य में फॉगिंग का परिणाम वर्तमान स्थिति के हिसाब से मेल नहीं खा रहा है। राज्य में जिस तरह से डेंगू के केस बढ़ रहे हैं, उसके मुकाबले फॉगिंग कम हो रही है।
उन्होंने कहा कि सरकार को सबसे पहले गांव व कस्बों में व्यापक तौर पर फॉगिंग कराई जाए। उन्होंने कहा कि डेंगू पीड़ितों की सैंपलिंग में तेजी लाई जाए, जिस गली मोहल्ले में डेंगू का केस सामने आए वहां पर गंभीरता से फॉगिंग कराते हुए सैंपलिंग करवाई जाए। उन्होंने कहा कि स्वास्थ्य विभाग को अपनी टीमें हर वार्ड में भेजकर जांच करवाई जाए।
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