loader
पानीपत में 15 स्कूली बसों के चालान, दो स्कूली वाहनों को किया सीज़

पानीपत में 15 स्कूली बसों के चालान, दो स्कूली वाहनों को किया सीज़

स्कूल संचालक जिन बसों का कर रहे थे संचालन उनकी मियाद हो चुकी पूरी

प्रतीकात्मक तस्वीर

हरियाणा राज्य बाल संरक्षण अधिकार आयोग के सदस्यों ने मंगलवार को जिले के स्कूलों में माननीय उच्च न्यायालय की हिदायतों के तहत सुरक्षा वाहन पोलिसी को लेकर लेकर पानीपत जिला के उपमंडल समालखा के आशा दीप, लोर्ड कृष्णा पब्लिक स्कूल व एच.के इंटरनेशनल स्कूल का औचक निरीक्षण कर ठोस कार्यवाही की व 48 हजार तक के 15 बसों के गलत तरीके से संचालन करने व स्कूल में पॉलिसी के नार्म की पालना ना करने को लेकर चालान किए।

आशा दीप स्कूल का एक व लार्ड कृष्णा में दो स्कूल बसों के चालान भी मौके पर किये गये। निरीक्षण में हरे कृष्णा इंटरनेशनल स्कूल की दस बसों के चालान के अलावा स्कूल के दो वाहनों को मौके पर सीज भी किया गया। आयोग सदस्यों ने स्कूल संचालकों को चेताया कि यदि सुरक्षा वाहन पोलिसी को जमीनी स्तर पर लागू नहीं किया गया तो आयोग 1 दिसंबर के बाद सख्त कार्यवाही करेगा।

स्कूल संचालकों ने आयोग के सदस्यों को गुमराह करने का किया प्रयास

आयोग के सदस्य अनिल कुमार व श्याम शुक्ला ने अपने इस औचक निरीक्षण से पूर्व पुलिस विभाग, शिक्षा विभाग और आरटीए की एक मजबूत टीम बना कर चिंतन कर समालखा उपमंडल के तीन स्कूलों का औचक निरीक्षण किया व 15 बसों के फिटनस, टैक्स, पोल्यूशन, फायर व वाहन की समाप्ती से संबंधित दस्तावेजों की जांच की।

जांच में पाया गया कि जो वाहन अपनी मियाद पूरी कर चुके हैं उनका प्राईवेट स्कूल संचालक धड़ल्ले से उपयोग कर सरकार को चुना लगा रहे हैं व बच्चों की जान जोखिम में डाल कर अपने व्यवसाय का आगे बढ़ा रहे हैं। स्कूल संचालकों ने आयोग के सदस्यों को गुमराह करने का प्रयास भी किया लेकिन अधिकारियों की पकड़ से अपने आप को नहीं बचा सके। 

सभी ड्राईवरों के पास आई कार्ड, ड्राईविगं लाईसैंस का होना जरूरी

इस औचक निरीक्षण में आयोग के सदस्यों ने वाहनों में लगाए गए जीपीएस, स्पीड गवरनर, कैमरें, फस्टेड बॉक्स वाहनों पर लिखी सुरक्षा संबंधित सूचनाओं की की जांच की। इस दौरान फायर विभाग के अधिकारियों ने स्कूल के ड्राईवरों को फायर संबंधित प्रशिक्षण भी दिया। आयोग के सदस्यों अनिल ने निरीक्षण के दौरान स्कूल बसों की चैसी नंबरों की भी जांच की। आयोग सदस्य अनिल ने बताया कि स्कूलों के सभी ड्राईवरों के पास आई कार्ड, ड्राईविगं लाईसैंस का होना जरूरी है।

स्कूल में प्रिंसिपल के कमरे में पर्दे लगे नहीं होने चाहिए

किसी भी स्कूल में प्रिंसिपल के कमरे में पर्दे लगे नहीं होने चाहिए, अन्यथा सख्त कार्यवाही की जायेगी। सभी बस ड्राईवर बसों में बच्चों का स्कूल परिसर से बच्चों को बिठायेंगे व वहीं पर वापस उतारेंगे। उन्होंने दैनिक रजिस्ट्र का भी जांच की। निरीक्षण के दौरान उन्होंने बसों के रूट ना लगाने वाले बोर्ड को भी लगाने के स्कूल संचालकों को निर्देश दिये। इस मौके पर उनके साथ जिला बाल संरक्षण अधिकारी निधि गुप्ता, जिला शिक्षा अधिकारी राकेश बूरा, आरटीए नीरज जिंदल, ज्योति, ट्रैफिक इंचार्ज लक्की, प्रेम सिंह, फूल सिंह आदि मौजूद रहे।

Join The Conversation Opens in a new tab
×