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The Haryana Story | हरियाणा की 'इन तीन बहनों' का नाम एशिया और इंडिया बुक ऑफ रिकॉर्ड्स में दर्ज, मंत्री राव राव नरबीर सिंह ने दी शुभकामनाएं

हरियाणा की 'इन तीन बहनों' का नाम एशिया और इंडिया बुक ऑफ रिकॉर्ड्स में दर्ज, मंत्री राव राव नरबीर सिंह ने दी शुभकामनाएं

गुरुग्राम की तीनों बहनें – गीता यादव, रीतू यादव और प्रिया यादव - अंतरराष्ट्रीय ताइक्वांडो प्रतियोगिताओं में पदक जीतकर देश और प्रदेश का नाम कर रही रोशन

गुरुग्राम की तीनों बहनें – गीता यादव, रीतू यादव और प्रिया यादव – अंतरराष्ट्रीय ताइक्वांडो प्रतियोगिताओं में पदक जीतकर देश और प्रदेश का नाम रोशन कर रही हैं। इनकी मेहनत, लगन और जज़्बा हर उस सपने का प्रतीक है जिसे हमने “बेटी बचाओ, बेटी पढ़ाओ” के संकल्प के साथ देखा था। एशिया और इंडिया बुक ऑफ रिकॉर्ड्स में दर्ज इनकी उपलब्धि न सिर्फ़ गुरुग्राम बल्कि पूरे भारत के लिए गर्व का विषय है। उक्त बातें हरियाणा के उद्योग एवं वाणिज्य मंत्री राव नरबीर सिंह ने शुक्रवार को गुरुग्राम सिविल लाइंस स्थित अपने कार्यालय पर गुरुग्राम की अंतरराष्ट्रीय ताइक्वांडो खिलाड़ियों गीता यादव, रीतू यादव और प्रिया यादव से मुलाकात कर उन्हें बधाई देते हुए कही।

ये तीनों बहनें अपनी मेहनत और जज्बे के बल पर अंतरराष्ट्रीय मंच पर भारत का गौरव बढ़ा रही

उन्होंने कहा मैं समाज के सभी वर्गों, औद्योगिक और सामाजिक संस्थानों से आह्वान करता हूँ कि इन बेटियों के बड़े सपनों को पूरा करने में आर्थिक रूप से सहभागी बनें। कैबिनेट मंत्री ने कहा कि ये तीनों बहनें अपनी मेहनत, लगन और जज्बे के बल पर अंतरराष्ट्रीय मंच पर भारत का गौरव बढ़ा रही हैं। ये केवल खिलाड़ी नहीं हैं बल्कि वह सपना हैं, जिसे हरियाणा वासियों ने बेटी बचाओ, बेटी पढ़ाओ अभियान के साथ देखा था। उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी के नेतृत्व में हरियाणा सरकार ने खेल प्रतिभाओं को निखारने और सहयोग देने के लिए ऐतिहासिक कदम उठाए हैं। यही कारण है कि आज हरियाणा की खेल नीति को पूरे देश में मॉडल माना जाता है।

बड़े सपनों को साकार करने में समाज की भूमिका सबसे महत्वपूर्ण

मंत्री ने कहा कि सरकार खिलाड़ियों को हर संभव सहयोग दे रही है, लेकिन खिलाड़ियों के बड़े सपनों को साकार करने में समाज की भूमिका सबसे महत्वपूर्ण है। उच्च स्तरीय प्रशिक्षण, विदेश यात्राएं, उपकरण, पोषण और प्रतियोगिताओं में भागीदारी के लिए बड़ी आर्थिक जरूरतें होती हैं। उन्होंने औद्योगिक घरानों, व्यापारिक संस्थानों, सामाजिक संगठनों, समाजसेवियों और आमजन से आह्वान किया कि वे इन बेटियों की ताकत बनें। आर्थिक प्रोत्साहन और सहयोग के माध्यम से इनके संघर्ष में साझेदार बनें। उन्होंने बताया कि तीनों ताइक्वांडो खिलाड़ियों का एशिया और इंडिया बुक ऑफ रिकॉर्ड्स में नाम दर्ज हुआ है।

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