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The Haryana Story | मस्जिद में तालीम लेने नहीं पहुंचा बच्चा तो भड़का मौलवी, बच्चे को रस्सी से बांधकर 4 घंटे लगातार पीटा

मस्जिद में तालीम लेने नहीं पहुंचा बच्चा तो भड़का मौलवी, बच्चे को रस्सी से बांधकर 4 घंटे लगातार पीटा

जब परिवार वाले मस्जिद में पहुंचे तो बच्चे को बांधकर एक तरफ गिराया हुआ था। बच्चे के शरीर पर काफी चोट के निशान थे और मौलवी मस्जिद से भाग गया था

हरियाणा के पानीपत जिले की एक मस्जिद में 9 वर्षीय बच्चे को रस्सी से बांधकर पीटने का आरोप मौलवी पर लगाते हुए सैक्टर-29 पुलिस को शिकायत दी है। बच्चे का कसूर यह था कि वह तालीम लेने नहीं आया था। बच्चा जब घर नहीं लौटा तो मां व मामा उसे ढूंढते हुए मस्जिद पहुंचे। वहां अन्य बच्चों से पूछा लेकिन किसी को उसका कुछ पता नहीं था। जब परिवार वाले मस्जिद में पहुंचे तो बच्चे को बांधकर एक तरफ गिराया हुआ था। बच्चे के शरीर पर काफी चोट के निशान थे और मौलवी मस्जिद से भाग गया था।

शिकायत मिलने पर पुलिस ने दोनों पक्षों को थाने में बुलाया

पीड़ित बच्चे के पिता मोहम्मद अंसारी पिता मोहम्मद अंसारी ने बताया कि वह एक जमींदार के पास ट्रैक्टर चलाने का काम करता है। सोमवार शाम को उसके पास फोन आया कि बच्चे की हालत ज्यादा खराब है, उसे मस्जिद में इमाम ने डंडों से खूब पीटा है। 9 साल के बेटे ने परिवार वालों को बताया कि वह रविवार को तालीम लेने मस्जिद नहीं गया था। जैसे ही वह सोमवार को दोपहर 3 बजे मस्जिद पहुंचा तो वहां मौजूद मौलवी ने उसे यह कहते हुए पीटना शुरू कर दिया। इमाम ने उसके तब से लेकर शाम 7 बजे तक रस्सी से हाथ-पैर बांधे रखे। इसके बाद वह लगातार डंडों से पीटता रहा। वहीं मामले की शिकायत मिलने पर पुलिस ने दोनों पक्षों को थाने में बुलाया है।

उनका बेटा पहले उत्तर प्रदेश में पढ़ता था

प्रारंभिक जांच में सामने आया है कि बच्चा ज्यादातर समय मस्जिद में ही रहता था, लेकिन वह वहां से रविवार को चला गया था। सोमवार को वापस लौटा तो मौलवी ने उसके साथ मारपीट की। मोहम्मद अंसारी ने आगे जानकारी देते हुए बताया कि उनका बेटा यहां से पहले उत्तर प्रदेश में पढ़ता था। वह उसे करीब 10 दिन पहले ही गांव से यहां लाए हैं। यहां वह पसीन गांव स्थित मस्जिद में तालीम के लिए जा रहा था। उन्होंने बताया कि उनका बेटा रोजाना दोपहर 3 बजे जाता था और शाम 5 बजे घर लौट आता था, लेकिन सोमवार को वह निर्धारित समय पर वापस घर नहीं आया। मोहम्मद ने बताया कि शाम करीब 7 बजे काम से लौटी मां ने जब उसे घर पर नहीं देखा, तो वह उसकी तलाश में निकल पड़ी। 

पत्नी मौलवी आलीशान के कार्यालय में गई, तो वहां का सीन देखकर हैरान रह गई

वह सबसे पहले मस्जिद ही पहुंची, लेकिन वहां पहुंच कर देखा कि कोई भी बच्चा वहां नहीं था। वहां मौजूद लोगों से उन्होंने अपने बेटे के बारे में पूछा गया, तो किसी ने भी कोई साफ जवाब नहीं दिया। इसके बाद उन्होंने वहां मौलवी को ढूंढा तो वह भी नहीं मिला। थोड़ी देर बाद जब ढूंढते-ढूंढते उसकी पत्नी मौलवी आलीशान के कार्यालय में गई, तो वहां का सीन देखकर हैरान रह गई। उनका बच्चा फर्श पर हाथ-पैर बंधे हुए पड़ा था और उसका रो-रोकर बुरा हाल था। मां को देखते ही उसने कहा कि मेरे हाथ-पैर खोल दो। इसके बाद रस्सियां खोली गईं, फिर तुरंत उसे अस्पताल ले गए।

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