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दिल्ली कूच का दूसरा दिन: किसानों और हरियाणा पुलिस  के बीच टकराव जारी

दिल्ली कूच का दूसरा दिन: किसानों और हरियाणा पुलिस के बीच टकराव जारी

आँसू गैस से बचने के लिए गीली बोरी, स्प्रे पंप और पीपीई किट का इस्तेमाल।

प्रतीकात्मक तस्वीर

बुधवार को शम्भू बॉर्डर पर किसानों और हरियाणा पुलिस के बीच टकराव जारी रहा।अभी तक किसान बॉर्डर पार तो नहीं कर पाए हैं लेकिन उन्होंने हरियाणा पुलिस और अर्धसैनिक बलों से भिड़ने के लिए कई उपाय निकाल लिए हैं। 

दत्ता सिंह वाला बॉर्डर पर भी टकराव जारी 

जींद के दत्ता सिंह वाला बॉर्डर और अंबाला के शम्भू बॉर्डर पर बुधवार को समय-समय पर पुलिस और किसानों के बीच टकराव जारी रहा रहा है। बॉर्डर पर किसानों ने सुबह ही सड़क पर पुलिस द्वारा लगाई कई किलो को उखाड़ फेंका। इसके बाद किसानों ने पंजाब की तरफ़ से बॉर्डर पर तक पहुँचने का प्रयास किया। पुलिस ने किसानों पर आँसू गैस के गोले छोड़े और प्लास्टिक की गोलियां भी चलायी। यह गोलियाँ क़रीब पाँच किसानों को लगी। किसानों ने छह बार इसी प्रकार वॉटर तक पहुँचने का प्रयास किया किन्तु वह नाकामयाब रहे। 

किसान अपना रहे ये तकनीकें 

अंबाला के शम्भू बॉर्डर पर किसान सुबह से ही सीमा पर उग्र हो रहे थे। अंबाला के शंभू बॉर्डर पर पुलिस ने दो तीन बार आँसू गैस के गोले दाग़े। आँसू गैस के गोलों पर पानी में भीगी बोरियां डॉलर उनका असर कम किया जा रहा है। पतंग उड़ाकर सुरक्षा बलों के ड्रोनों को गिराया जा रहा है। किसान गैस का असर कम करने के लिए स्प्रे पंप का भी इस्तेमाल कर रहे हैं। इसके लिए टैंकरों का इंतज़ाम किया गया है। रबड़ की गोलियों से बचने के लिए फ़ुल बॉडी प्रोटैक्टर किसानों ने पहन लिए है। कैमिकल मिले हुए पानी से अपना बचाव करने के लिए किसानों ने पीपीई किट पहन ली हैं।

चेहरे पर मुल्तानी लगाकर भी आँसू गैस के गोलों का असर कम कर रहे हैं। पानी की बौछारों से बचने के लिए ट्रैक्टरों को मॉडिफाइड किया गया है। ट्रैक्टरों के बाहर विशेष प्रकार के शील्ड लगायी गई है। आँसू गैस से बचने के लिए बड़े पंखे लगाए गए हैं जिससे धुएं को उड़ाया जा सके। 

पहली बार गिराए ड्रोन से आँसू गैस के गोले 

पुलिस ने आंसू गैस के गोले अबकी बार ड्रोन से गिराए है। ऐसा पहली बार किया गया है। मंगलवार को पुलिस अधिकारियों ने क़रीब 4500 गैस के गोलों का इस्तेमाल किया। हरियाणा पुलिस ने जिस ड्रोन का इस्तेमाल किया है वो एक बारी में कई कई गोले गिराता है। इन गोलों से चोट लगने की संभावना भी कम है। 

पंजाब के स्वास्थ्य मंत्री पहुँचे बॉर्डर पर

पंजाब के स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्री डॉ बलबीर सिंह ने कहा है कि पुलिस की कार्रवाई में घायल हुए किसानों के इलाज का पूरा ख़र्च और पंजाब सरकार उठाएगी। उनका कहना है कि किसान अपने हक़ के लिए लड़ रहे हैं और सरकार उनके साथ डट कर खड़ी है। मंत्री बलबीर सिंह पुलिस की कार्रवाई में घायल हुए किसानों से मिलने शम्भू बॉर्डर के साथ-साथ अस्पतालों में गए और वहाँ पर सुविधाओं का पूर्ण तरीक़े से जायज़ा लिया और किसानों से बातचीत की है।

किलेबंदी के साथ खेतों में भी पानी छोड़ा गया

हरियाणा सरकार ने किसानों को रोकने के लिए सीमाओं को बंद करने के साथ-साथ खेतों में भी पानी छोड़ दिया है ताकि लोग खेतों से गुज़र ना सके। किसान अपने साथ मिट्टी और अन्य तरीक़े के उपकरण लेकर चल रहे हैं ताकि सीमाओं पर रखें कंक्रीट के बेरिकेड्स को हटाने और कटीले तारों को तोड़ने में सहायता मिलेगी। सेवाओं पर बड़ी संख्या मैं पुलिस और अर्धसैनिक बल तैनात हैं जो किसानों को रोकने का पूरा प्रयास कर रही है तथा विभिन्न प्रकार के उपकरणों का इस्तेमाल कर रही है। आँसू गैस के गोले, रबड़ की गोलियां और ड्रोन्स का भी इस्तेमाल किया जा रहा है।

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