अक्सर लोगों लापरवाही, उतावलेपन और यातायात नियमों की अनदेखी के कारण सड़क हादसों का शिकार हो जाते है। सड़क हादसों में घायलों और मृतकों की संख्या दिन प्रतिदिन बढ़ती जा रही है, लेकिन अब इस ससमय का कुछ हद तक समाधान होता नजर आ रहा है। अब एक सॉफ्टवेयर के जरिए सड़क दुर्घटनाओं को कम किया जा सकता है। जी हां, हरियाणा के जिला चरखी दादरी के गांव भागेश्वरी निवासी मोहित यादव ने ऐसा अनूठा काम कर दिखाया है, जिसकी प्रदेश ही नहीं, बल्कि देशभर में खूब प्रशंसा हो रही है।
सॉफ्टवेयर से रुकेंगी दुर्घटनाएं
मोहित ने एक ऐसा सॉफ्टवेयर तैयार किया है, जिसे गाड़ी में इंस्टॉल किए जाने से सड़क दुर्घटनाएं रूकेंगी। हरियाणा के इस लाल की इसी उपलब्धि के बदौलत अब दिल्ली में 28 से 30 जून तक आयोजित होने वाले एशिया स्टार्टअप महाकुंभ में राष्ट्रीय स्तर पर बेस्ट स्टार्टअप ऑफ द ईयर-2024 के अवॉर्ड से देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा सम्मानित किया जाएगा।
सॉफ्टवेयर से टाटा मोटर्स, गूगल व नासा भी प्रभावित
मोहित यादव ने सॉफ्टवेयर के बारे में जानकारी देते हुए बताया कि उन्होंने एक ऐसा सॉफ्टवेयर तैयार किया है, जिसे गाड़ी में अगर गाड़ी में इंस्टाॅल कर दिया जाए तो चाहकर भी दुर्घटना नहीं होगी। यह साॅफ्टवेयर गाड़ी को काफी हद तक सुरक्षित बना देंगा। इसे बनाने को लेकर केंद्रीय परिवहन मंत्री नितिन गडकरी भी तारीफ कर चुके हैं। चंडीगढ़ यूनिवर्सिटी भी मोहित को सम्मानित कर चुकी है। मोहित ने बताया कि कई कंपनियां सॉफ्टवेयर खरीदने के लिए आगे आई हैं। वहीं, मोहित के सॉफ्टवेयर से टाटा मोटर्स, गूगल व नासा भी प्रभावित हैं और कार्य करने का ऑफर दे चुकी हैं।
खुद की कंपनी बनाने चाहते हैं मोहित
शराब पीकर गाड़ी स्टार्ट करनी चाही तो भी नहीं होगी स्टार्ट मोहित ने जानकारी देते हुए बताया कि सुरक्षा के लिहाज से देखा जाए तो गाड़ी में सीट बेल्ट पर सेंसर लगाए गए हैं। अगर बिना सीट बेल्ट गाड़ी चलानी चाही तो गाड़ी स्टार्ट नहीं होगी। वहीं यदि ड्राइवर ने शराब पीकर गाड़ी स्टार्ट करनी चाही तो भी गाड़ी स्टार्ट नहीं होगी।
वाहन 50 से 60 प्रतिशत पेट्रोल और डीजल को रीसायकल करेगा
मोहित का कहना है कि वो खुद की कंपनी बनाने चाहते हैं। वह ऐसी गाड़ी बनाना चाहते हैं जो सभी सुविधाओं के साथ सुरक्षा के मानकों पर पूर्ण खरा उतरे। मोहित ने बताया कि उन्होंने साल 2023 में ही चंडीगढ़ यूनिवर्सिटी से कंप्यूटर साइंस संकाय में बीटेक की है। वो साल 2019 से सॉफ्टवेयर बनाने की तैयारी में जुट गया था। साल 2022 में इनोवेशन पूरी हुई। मोहित के नाम 80 पेटेंट दर्ज हैं जिनमें से 24 को मान्यता मिल चुकी है। रो पिल्स नाम का यह वाहन हाइब्रिड होगा, जो पेट्रोल, डीजल, हाइड्रोजन और बिजली पर चल सकेगा। यह वाहन 50 से 60 प्रतिशत पेट्रोल और डीजल को रीसायकल करेगा। यदि किसी प्रकार की दुर्घटना होती है तो यह स्वतः ही पुलिस, एम्बुलेंस और अस्पताल को सूचित कर देगी।
प्रयोगशाला में सॉफ्टवेयर परीक्षण किया जा रहा है
मोहित ने सेमिनार में केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी के साथ दो बार बातचीत की। इतना ही नहीं, इस सॉफ्टवेयर का परीक्षण उस प्रयोगशाला में किया जा रहा है, जिसमें पहला परीक्षण पास हुआ है। यदि दूसरा परीक्षण भी पास हो जाता है, तो मंत्री ने आश्वासन दिया है कि इसे भारत के सभी वाहनों में स्थापित किया जाएगा।
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