हरियाणा के आकाश में जल्द ही विमानों की गूंज सुनाई देगी। राज्य का एकमात्र हवाई अड्डा हिसार अब देश के पांच राज्यों से जुड़ने जा रहा है। अगस्त माह से हिसार से चंडीगढ़, अयोध्या, अहमदाबाद, जयपुर और जम्मू के लिए उड़ानें शुरू होंगी। इस बड़ी खबर से हरियाणावासियों में खुशी की लहर है।
हवाई सेवा के लिए समझौता: नई उम्मीदों का सूरज
हाल ही में पंचकूला में एक महत्वपूर्ण समझौता हुआ। हरियाणा सरकार के नागरिक उड्डयन विभाग और एलायंस एयर एविएशन लिमिटेड ने हाथ मिलाया। इस मौके पर मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का सपना है कि हवाई चप्पल पहनने वाला व्यक्ति भी हवाई जहाज में सफर कर सके। हम इस सपने को हरियाणा में साकार करेंगे।
महाराजा अग्रसेन हवाई अड्डे की तैयारियां: उड़ान भरने को बेताब
हिसार में स्थित महाराजा अग्रसेन हवाई अड्डे पर तेजी से काम चल रहा है। यहां 10 हजार फुट लंबी हवाई पट्टी तैयार हो चुकी है। रनवे, कैट आई, एटीसी, एप्रन जैसी सुविधाएं लगभग पूरी हो चुकी हैं। 20 जून को मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी हवाई अड्डे पर आएंगे और कई प्रोजेक्ट्स का उद्घाटन करेंगे।
बार-बार उद्घाटन पर सवाल: विकास या सिर्फ दिखावा?
हालांकि, हिसार हवाई अड्डे के बार-बार होने वाले उद्घाटन कार्यक्रमों पर सवाल भी उठ रहे हैं। हिसार संघर्ष समिति का कहना है कि जब तक यहां से विमान नहीं उड़ेंगे, उद्घाटन का क्या फायदा? समिति ने हवाई अड्डे पर खर्च किए गए 37.81 करोड़ रुपये का हिसाब मांगा है। वे पूछ रहे हैं कि जब यात्री ही नहीं हैं तो यात्री सुविधाओं पर इतना खर्च कैसे हुआ?
उम्मीदों की नई उड़ान: क्या बदलेगी तस्वीर?
इन सब के बीच, हरियाणा की जनता को उम्मीद है कि इस बार हवाई सेवाएं सचमुच शुरू होंगी। पिछले कुछ सालों में कई बार उड़ानें शुरू करने की कोशिश हुई, लेकिन वे लंबे समय तक नहीं चल पाईं। अब एलायंस एयर के साथ समझौते के बाद माहौल में आशा है। अगर नियमित उड़ानें शुरू हो जाती हैं, तो इससे न सिर्फ यात्रा आसान होगी बल्कि व्यापार और पर्यटन को भी बढ़ावा मिलेगा।
हिसार हवाई अड्डे की सफलता हरियाणा के विकास की नई इबारत लिख सकती है। अब देखना यह है कि क्या सरकार अपने वादों पर खरी उतरती है और क्या आम आदमी के लिए हवाई सफर की राह आसान होती है। हरियाणा के आकाश में नई उड़ान की यह कहानी अभी शुरू हुई है, आगे क्या होता है, यह समय ही बताएगा।
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