चिलचिलाती धूप, भीषण गर्मी और लू से राहत पाने के लिए लोग बारिश के मौसम का बेसब्री से इंतज़ार कर रहे थे, वो इंतज़ार अब जल्द खत्म होने वाला है, क्योंकि देश के कुछ हिस्सों में तो मानसून ने दस्तक़ दे दी है, वहीं हरियाणा में भी मानसून के दस्तक़ की आहट कुछ जिलों में पहुंच चुकी है। जहां लोगों को लगता है कि बारिश का महीना जल्दी से आए, जिससे उनको इस तपिश भरी गर्मी से थोड़ी राहत मिल सके और वो मौसम लुत्फ़ उठाएं, लेकिन हमें ये कभी नहीं भूलना चाहिए कि बरसात के मौसम की दस्तक़ माना बीमारियों की दस्तक। ऐसे में अनुभवी बड़े-बुज़ुर्गों द्वारा एवं स्वास्थ्य विशेषज्ञों द्वारा हेल्दी रहने के लिए मानसून में कुछ चीजों का ख़ास ख्याल रखने की सलाह दी जाती है।
मानसून कभी अकेला नहीं आता
दरअसल, बरसात के मौसम में प्रकृति अपनी सुंदरता बिखेरती है, सुहानी हवा और महकता मौसम सभी को खुशगवार लगता है। लेकिन मानसून कभी अकेला नहीं आता, वो अपने साथ संक्रमण और एलर्जी जैसी दिक्कतें भी लाता है। ऐसा इसलिए क्योंकि गर्मी के मौसम में बरकरार तपिश, ठंडे और गीले मौसम में तब्दील हो जाती है। ''द हरियाणा स्टोरी'' से इस विषय पर बात करते हुए क्लासिकल होम्योपैथी फिजिशियन डॉ जयश्री मलिक ने बताया कि ये जरूरी है कि मानसून के आने से पहले ही अपनी बॉडी को मौसम के बदलाव के लिए तैयार किया जाए, जिससे आप किसी भी तरह के इंफेक्शन, एलर्जी और बीमारी से खुद को बचाने में कामयाब हो सके। इसके लिए ये जानना जरूरी है कि आपको किन चीजों पर ध्यान देने की जरूरत है।
बारिश के मौसम से पहले ऐसे करें खुद को तैयार
एक्सरसाइज जरूर करें : गर्मी का तपिश भरा मौसम गीले और ठंडे मौसम में तब्दील होने पर आपकी सेहत पर भारी न पड़े, इसके लिए जरूरी है कि आप रोजाना कुछ देर एक्सरसाइज जरूर करें। ये आपकी इम्यूनिटी को बूस्ट करने में मदद करेगी। इससे आपका ब्लड सर्कुलेशन सही रहेगा, साथ ही हार्ट भी बेहतर तरीके से काम करेगा। इसके लिए आप वॉकिंग, स्किपिंग, साइकिलिंग और दौड़ने जैसी एक्सरसाइज को अपने डेली रूटीन में शामिल कर सकते हैं। डॉक्टर के अनुसार सप्ताह में कम से कम 5 दिन एक्सरसाइज करने से स्वस्थ जीवन जिया जा सकता है।
हेल्दी डाइट लें : मानसून सूक्ष्मजीवों के पनपने का समय होता है, जिससे संक्रमण, एलर्जी और वायरल फीवर जैसी दिक्कतें तेजी के साथ फैलती हैं। इनसे बचे रहने के लिए जरूरी है कि आप हेल्दी डाइट लें। इसके लिए आप अपने खाने में ताजे फल, सब्जियां, साबुत अनाज, फलियां और दालें शामिल करें। साथ ही हल्दी, अदरक और लहसुन को डाइट का हिस्सा जरूर बनाएं, लेकिन स्वस्थ रहने के लिए हेल्दी डाइट तो जरूरी है ही, साथ ही मसालेदार, ऑयली, जंक, स्ट्रीट और डिब्बाबंद भोजन के साथ शराब और धूम्रपान से दूरी बनाकर रखना भी जरूरी है। इसके साथ ही कीटाणुओं से छुटकारा पाने के लिए सब्जियों को गर्म पानी से धोना न भूलें. अगर आपको दस्त या अपच की दिक्कत है, तो इसके लिए ओआरएस का घोल बनाकर पिए। ये आपके शरीर में इलेक्ट्रोलाइट संतुलन को बहाल करने में मदद करेगा।
बॉडी को हाइड्रेट रखें : इस मौसम में बॉडी को हाइड्रेटेड रखने की भी जरूरत है। इसके लिए पर्याप्त मात्रा में पानी पिएं, जिससे आपकी बॉडी से विषाक्त पदार्थ बाहर निकल सकें। पानी के अलावा आप अदरक की चाय, ग्रीन टी या कैमोमाइल चाय की मदद भी ले सकते हैं। हर्बल टी पेट के लिए अच्छी होती है और शरीर में सूजन को कम करने में मदद कर सकती है। इसके साथ ही आपको इस बात का भी ध्यान रखना है कि कॉफी, चाय और सोडा जैसे पेय पदार्थ का सेवन न करें क्योंकि इनसे बॉडी में डिहाइड्रेशन हो सकती है।
मानसून में स्वस्थ रहने के लिए कुछ उपाय
सही आहार : लेना बरसात के मौसम में सही आहार लेना बहुत जरूरी होता है। इस मौसम में गर्म-गर्म खाने से बचें और ज्यादा पानी पिएं। आप गर्म खाने की जगह गर्म पीने वाली चाय और गरम पानी और हल्की भूनी चीजें खा सकते हैं।
व्यायाम: बरसात के मौसम में व्यायाम करना बहुत जरूरी होता है। योगा, वॉकिंग, स्क्वैश, बास्केटबॉल, बैडमिंटन जैसे व्यायाम आपके शरीर को फिट और स्वस्थ रखने में मदद करते हैं।
नींद: बरसात के मौसम में अधिक नींद लेना बहुत जरूरी होता है। अपने बिस्तर को बेहतर बनाए रखें और अपनी सोने की अवधि को बढ़ाएं।
वातावरण: बरसात के मौसम में आपको वातावरण को अपने लिए सही बनाने की जरूरत होती है। अपने घर की सफाई को बढ़ाएं और अपने घर को ठंडा और सुखमय बनाएं।
बरसाती मौसम में कुछ घरेलू और व्यवहारिक बातों का भी रखें ख़्याल
- बारिश की बूंदों से कम से कम भीगने का प्रयास करें। इस मौसम में कब बारिश हो जाए ये किसी को भी पता नहीं होता। ऐसे में जब भी घर से बाहर निकलें छाता, रेनकोट जैसी चीजों को अपने साथ ले जाना न भूलें।
- बरसात में जब भी धूप निकलें, बिस्तर को धूप में सुखाएं, इससे नमी के कारण उसमें पैदा होने वाले कीटाणु मर जाएंगे और बिस्तर में बदबू भी नहीं आएगी।
- लाख कोशिशों के बावजूद भी अगर आप बारिश में भीग गए हैं तो घर आते ही तुरंत गीले कपड़े बदलें, और पूरे शरीर को अच्छे से पोंछ कर सूखे कपड़े पहनें फिर तुलसी,लौंग एवं काली मिर्च युक्त चाय पीएं, अन्यथा सर्दी, खांसी, जुकाम आदि होने की आशंका बनी रहती है।
- अपने जूते, चप्पल या सैंडल भीग जाने पर घर पर आते ही खोलकर दीवार के सहारे खड़े कर दें, ताकि पानी निकल जाए, फिर धूप निकलने पर इसे धूप में सुखा लें। इस मौसम में साधारण जूते, चप्पल या सैंडल ही पहनें और भी अच्छी तरह चेक करके।
- इस मौसम में कपड़े मुश्किल से सूखते हैं इसलिए मौसम को देखते हुए ही कपड़े धोने चाहिए। कई दिनों तक कपड़े नहीं सूखने पर उसमें बदबू भी आने लगती है। ऐसे में हवादार स्थान ही कपड़े को सुखाना चाहिए ताकि बारिश होने पर भी कपड़े हवा से सूख जाए। इसके लिए कपड़े सुखाने का स्टैंड भी प्रयोग में ला सकते हैं। गीले कपड़ों को भी तह करके नहीं रखें उससे भी कपड़ों में बदबू आने लगती है।
- तौलिया,चादर आदि डेली यूज में पतली चीजों को ही उपयोग में लाएं। ये चीजें रोज उपयोग में आती हैं और कई बार भीगती हैं। ऐसे में इन्हें सुखाने में आसानी होती है।
- इसी तरह पहने जाने वाले कपड़ों में भी हल्के और जल्दी सूखने वाले कपड़ों का चयन करें। महिलाएं यदि साड़ी पहनती हैं तो आम दिनों की अपेक्षा वे इसे थोड़ा ऊपर बांधें ताकि ये बार-बार भीगने से बच जाए। लड़कियों के लिए इस मौसम में कुर्ता-पायजामा या सलवार-सूट जैसे कपड़े ही ज्यादा अच्छे रहेंगे।
- जब भी घर में बाहर से आएं और यदि छाता भीगा हो तो छाते को इस प्रकार रखें कि उसका सारा पानी निकल जाए। अगर बरसाती का प्रयोग कर रहे हैं तो उसे रोज सुखाकर ही पहनें।
- इस मौसम में घर का भी निरीक्षण जरूर करते रहें,कहीं से अगर पानी टपक रहा हो तो तुरंत उसे रोकने की व्यवस्था करें। घर के आसपास भी नजर बनाए रखें कि पानी कहीं रुका हुआ या जमा हुआ तो नहीं है। बीमारी का खतरा इससे भी बढ़ जाता है।
- इस मौसम में कमरे के बाहर पैर पोंछने के लिए पायदान जरूर रखें। खिड़कियों और दरवाजों के पर्दें और कालीन का उपयोग न हीं करें तो ज्यादा अच्छा है।
- रसोई में काम आने वाली दैनिक प्रयोग की वस्तुएं जैसे लोहे के बर्तन,कड़ाही चाकू,छुरी में जंग पकड़ सकते हैं। ऐसे में इनकी साफ-सफाई का भी ध्यान रखें। जंग लगे इन वस्तुओं के प्रयोग से भी सेहत को हानि होती है।
- खाने में रोज उपयोग में आनेवाली चीजों जैसे अचार,मुरब्बे आदि को नमी से दूर रखें और उसके डिब्बों का मुंह ढक कर बांध दें।
- सबसे महत्वपूर्ण चीज, पीने के पानी की शुद्धता के साथ कोई समझौता न करें हमेशा शुद्ध पानी का ही प्रयोग करें या पानी को उबाल कर पीएं।
- खाने में दही का उपयोग करने वाले लोगों ये सलाह है कि ताजी दही का ही सेवन करें या दही के स्थान पर नींबू का इस्तेमाल करें।
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