शीर्षक: उपशीर्षक: संक्षिप्त सारांश (50 शब्द): हरियाणा के मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी ने ओलंपिक पदक विजेता शूटर मनु भाकर और सरबजोत सिंह को सम्मानित किया। मनु भाकर ने हरियाणा की खेल संस्कृति और सरकारी समर्थन की सराहना की। मुख्यमंत्री ने खिलाड़ियों को भविष्य में भी अच्छा प्रदर्शन करने के लिए प्रोत्साहित किया।
हरियाणा के मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी ने गुरुवार को अपने आवास पर ओलंपिक पदक विजेता शूटर मनु भाकर और सरबजोत सिंह का सम्मान किया। इस मुलाकात में दोनों खिलाड़ियों के परिवार के सदस्य भी मौजूद थे। मुख्यमंत्री ने खिलाड़ियों की उपलब्धियों की सराहना करते हुए कहा कि उन्होंने न केवल हरियाणा का, बल्कि पूरे देश का नाम रोशन किया है। उन्होंने खिलाड़ियों को आगे भी इसी तरह उत्कृष्ट प्रदर्शन जारी रखने और देश का मान बढ़ाने के लिए प्रोत्साहित किया।
मनु भाकर की उपलब्धि:
मनु भाकर ने एक ही ओलंपिक में भारत को दो कांस्य पदक दिलाए हैं, जो एक ऐतिहासिक उपलब्धि है। इनमें से एक पदक उन्होंने सरबजोत सिंह के साथ मिलकर जीता। इस प्रदर्शन से हरियाणा ने अब तक के ओलंपिक पदकों में सबसे आगे की स्थिति हासिल कर ली है।
मनु भाकर की प्रतिक्रिया:
मुख्यमंत्री से मिलने के बाद मनु भाकर ने कहा, "मुख्यमंत्री से मिलकर अच्छा लगा। हरियाणा की खेल नीतियां हमेशा चर्चा में रहती हैं। हरियाणा ऐसा प्रदेश है, जहां से बहुत सारे एथलीट निकलते हैं।" उन्होंने आगे कहा, "हरियाणा कुछ ऐसा कर रहा है, जिससे खिलाड़ी आगे बढ़ पाते हैं। हमें लगता है कि इससे और भी अच्छा करना चाहिए, यहीं नहीं रुकना चाहिए। अभी और भी तरक्की की उम्मीदें हैं।"
हरियाणा की खेल संस्कृति:
मनु भाकर ने हरियाणा से इतने सारे पदक आने के कारणों पर प्रकाश डालते हुए कहा, "हरियाणा के लोग खेल को पसंद करते हैं। हमारा जो संस्कृति बना हुआ है और हम जो खाना खाते हैं, बिल्कुल देसी खाना है। वहीं माता-पिता भी बचपन से ही बच्चों को स्टेडियम में ले जाते हैं ताकि बच्चे खेलें-कूदें।" उन्होंने जोड़ा, "एक तो संस्कृति अच्छी है और दूसरा ऊपरी स्तर पर सहयोग भी अच्छा मिला है। सरकार की तरफ से भी कई ऐसी चीजें हैं, जिन्होंने फायदा दिया है।"
भविष्य की योजनाएं:
मनु भाकर ने अपने भविष्य के लक्ष्यों के बारे में बात करते हुए कहा, "कोई भी खिलाड़ी ओलंपिक में जाता है तो उसका लक्ष्य स्वर्ण पदक रहता है। आगे स्वर्ण पदक लाने का प्रयास जरूर रहेगा। इस बार उम्मीद थी कि और बेहतर होगा, लेकिन मुकाबला कड़ा रहा।"
निष्कर्ष: मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी द्वारा ओलंपिक पदक विजेताओं का सम्मान करना हरियाणा सरकार की खेल को प्रोत्साहन देने की प्रतिबद्धता को दर्शाता है। मनु भाकर और सरबजोत सिंह जैसे खिलाड़ियों की सफलता न केवल उनकी व्यक्तिगत मेहनत का परिणाम है, बल्कि यह राज्य की मजबूत खेल संस्कृति और सरकारी समर्थन का भी प्रमाण है। यह मुलाकात युवा खिलाड़ियों के लिए एक प्रेरणा के रूप में काम करेगी और भविष्य में और अधिक उपलब्धियों की ओर ले जाएगी।