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जेजेपी ने दिया गठबंधन का इशारा : 5 साल की स्थायी सरकार चाहने और चलाने वालों के साथ किया जा सकता है गठबंधन

जेजेपी ने दिया गठबंधन का इशारा : 5 साल की स्थायी सरकार चाहने और चलाने वालों के साथ किया जा सकता है गठबंधन

रिपोर्ट्स के मुताबिक, जेजेपी के प्रधान महासचिव और पूर्व डिप्टी सीएम दुष्यंत चौटाला की तरफ से गठबंधन को लेकर इशारा कर दिया गया है, ऐसे में संभावना जताई जा रही है कि, विधानसभा चुनाव को लेकर जेजेपी और आम आदमी पार्टी के चुनावी समीकरण एक साथ सामने आ सकते हैं

प्रतीकात्मक तस्वीर

विधानसभा चुनाव से पहले हरियाणा में एक और नए गठबंधन के होने की संभावना है। दरअसल, बीजेपी से अलग हो चुकी जननायक जनता पार्टी ने आम आदमी पार्टी के साथ गठबंधन का मन बनाया है। रिपोर्ट्स के मुताबिक, जेजेपी के प्रधान महासचिव और पूर्व डिप्टी सीएम दुष्यंत चौटाला की तरफ से गठबंधन को लेकर इशारा कर दिया गया है। ऐसे में संभावना जताई जा रही है कि, विधानसभा चुनाव को लेकर जेजेपी और आम आदमी पार्टी के चुनावी समीकरण एक साथ सामने आ सकते हैं।

सर्शत समर्थन देने और गठबंधन की बात सामने आई 

हालांकि, दुष्यंत चौटाला की ओर से आम आदमी पार्टी को सर्शत समर्थन देने और गठबंधन की बात सामने आई है। सूत्रों के हवाले से पता चला है कि, दुष्यंत चौटाला यह चाहते हैं कि आम आदमी पार्टी अगर कांग्रेस से अलग हो जाये तो फिर जेजेपी गठबंधन कर लेगी। लेकिन अगर आम आदमी पार्टी और कांग्रेस एक-दूसरे समर्थन करते रहे तो जेजेपी का गठबंधन नहीं होगा। उल्लेखनीय है कि हरियाणा विधानसभा चुनाव में आम आदमी पार्टी और कांग्रेस इंडिया गठबंधन के तहत साथ-साथ चुनाव नहीं लड़ रहे हैं।

पहले आप को ही पहल करनी होगी

वहीं दुष्यंत चौटाला का कहना है कि, अभी गठबंधन को लेकर किसी दल से कोई बातचीत नहीं हुई है। दुष्यंत के मुताबिक, हरियाणा में पूरे पांच साल की स्थायी सरकार चाहने और चलाने वाले दलों के साथ जेजेपी का गठबंधन किया जा सकता है। वहीं चौटाला ने कहा कि, जेजेपी का आम आदमी पार्टी के साथ गठबंधन हो, इसके लिए पहले आप को ही पहल करनी होगी।

बीजेपी-कांग्रेस से खफ़ा होने वालों पर टिकी जेजेपी की निगाहें 

फिलहाल, जेजेपी सभी 90 विधानसभा सीटों पर चुनाव लड़ने की तैयारी में हैं। लेकिन चुनाव से पहले जेजेपी के खेमे में असंतुष्टो की कतार लग गई है और इस्तीफे हो रहे हैं। जेजेपी के 10 में से 6 विधायक इस्तीफा दे चुके हैं। जिन पर कांग्रेस और बीजेपी की नजर है। दूसरी तरफ दुष्यंत चौटाला और जेजेपी की निगाह भी बीजेपी-कांग्रेस के असंतुष्ट पर टिकी हुई है। जेजेपी इस कोशिश में है कि, बीजेपी-कांग्रेस के रूठों को अपने खेमे में लाया जा सके।

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