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Sirsa MP Kumari Selja : हाईकमान की अनुमति से विधानसभा चुनाव जरूर लडूंगी

Sirsa MP Kumari Selja : हाईकमान की अनुमति से विधानसभा चुनाव जरूर लडूंगी

मैं कांग्रेस की अनुशासित सिपाही हूं, हाईकमान के आदेश पर ही मैंने लोकसभा चुनाव लड़ा था और अब हाईकमान की अनुमति से विधानसभा चुनाव भी जरूर लडूंगी, हरियाणा में कांग्रेस की सरकार बनाने के लिए मजबूत होकर जनता के हक के लिए लड़ाई लडूंगी

प्रतीकात्मक तस्वीर

हरियाणा कांग्रेस में सांसदों को विधानसभा चुनाव में न उतारने के फैसले के बाद घमासान मच गया है। वहीं कांग्रेस के इस फैसले पर सिरसा से सांसद कुमारी सैलजा ने कहा कि सोशल मीडिया पर चलाया जा रहा दीपक बाबरिया का बयान अधूरा है। उन्होंने कहा है कि कोई सांसद चुनाव नहीं लड़ेगा, लेकिन यदि कोई लड़ना चाहता है तो हाईकमान से अनुमति ले।

Sirsa MP Kumari Selja : मैं कांग्रेस की अनुशासित सिपाही 

सैलजा ने कहा कि ''मैं कांग्रेस की अनुशासित सिपाही हूं। हाईकमान के आदेश पर ही मैंने लोकसभा चुनाव लड़ा था और अब हाईकमान की अनुमति से विधानसभा चुनाव भी जरूर लडूंगी। हरियाणा में कांग्रेस की सरकार बनाने के लिए मजबूत होकर जनता के हक के लिए लड़ाई लडूंगी।'' 

दूसरी जातियों के नेता मुख्यमंत्री बन सकते, तो फिर अनुसूचित जातियों से क्यों नहीं ?

उल्लेखनीय है है हरियाणा चुनाव के बीच कई कार्यक्रमों में सांसद कुमारी सैलजा ने कांग्रेस सरकार बनने पर सीएम कुर्सी पर दावा ठोक चुकी हैं। कुमारी सैलजा ने एक समाचार एजेंसी को दिए इंटरव्यू में कहा, लोगों की व्यक्तिगत और जातीय आधार पर महत्वाकांक्षा होती है, मेरी भी है। मैं राज्य में काम करना चाहती हूं। विधानसभा चुनाव लड़ना चाहती हूं।

हालांकि अंतिम फैसला हाईकमान करेगा।” सैलजा ने बयान दिया था, कि देश में अनुसूचित जातियों ने कांग्रेस को बड़ा समर्थन दिया है। जब दूसरी जातियों के नेता मुख्यमंत्री बन सकते हैं तो फिर अनुसूचित जातियों से क्यों नहीं। सैलजा ने सीधे तौर पर हरियाणा में कांग्रेस सरकार बनने पर दलित सीएम की दावेदारी पेश कर दी।   

हाईकमान जो तय करेगा, उसके अनुसार लेंगे फैसला : सुरजेवाला

वहीं, राज्यसभा सांसद रणदीप सुरजेवाला का कहना है कि वह पहले ही कह चुके हैं कि हाईकमान जो तय करेगा, उसके अनुसार फैसला लेंगे। दरअसल, बीते कल कांग्रेस प्रभारी दीपक बाबरिया ने कहा था कांग्रेस ने सैद्धांतिक फैसला लिया है कि किसी भी लोकसभा व राज्यसभा सांसद को विधानसभा चुनाव का टिकट नहीं दिया जाएगा।

सांसद विधानसभा चुनाव के उम्मीदवारों के लिए प्रचार करेंगे। स्क्रीनिंग कमेटी की बैठक में भी किसी सांसद का नाम टिकट के लिए नहीं रखा जाएगा। इसके बाद भी कोई सांसद चुनाव लड़ने की जिद करता है तो उसे पार्टी अध्यक्ष से अनुमति लेनी होगी। वैसे कांग्रेस अपने सैद्धांतिक फैसलों से हटती नहीं है।

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