गन्नौर में भाजपा से टिकट न मिलने के बाद मन्नत ग्रुप ऑफ होटल्स चेयरमैन एवं प्रमुख समाजसेवी देवेंद्र कादियान ने आजाद उम्मीदवार के रूप में चुनावी मैदान में उतरने का ऐलान कर दिया है। अनाज मंडी में एक विशाल जनसभा को संबोधित करते हुए गन्नौर की जनता मेरी पार्टी है। कादियान ने भाजपा पर तीखा हमला किया और टिकट वितरण प्रक्रिया पर सवाल उठाए। भाजपा से बगावत करने के बाद गन्नौर विधानसभा क्षेत्र से आजाद उम्मीदवार के तौर पर देवेंद्र कादियान ने गन्नौर लघु सचिवालय में पहुंचकर नामांकन किया।
गन्नौर विधानसभा सीट के चुनाव को आंदोलन में बदला
नामांकन से पूर्व देवेंद्र ने शहर के विभिन्न धार्मिक स्थलों पर माथा टेका एवं किया। तत्पश्चात नई अनाज मंडी में एक विशाल जनसभा को सम्बोधित किया। उन्होंने कहा प्रदेश में 90 में से 89 सीटों पर चुनाव हो रहा है, लेकिन गन्नौर में एक सीट पर न्याय व अन्याय के बीच आंदोलन चल रहा है।
भाजपा ने गन्नौर विधानसभा सीट के चुनाव को आंदोलन में बदला है। कादियान ने आरोप लगाया कि गन्नौर की सीट पर न्याय और अन्याय के बीच संघर्ष चल रहा है, जहां एक तरफ गरीब किसान का बेटा है, तो दूसरी ओर पैसे के दम पर टिकट खरीदने वाले नेता। इस जनसभा में भारी भीड़ उमड़ी, जिसे उन्होंने गन्नौर में न्याय की जीत के रूप में देखा।
वह किसी पार्टी का नहीं बल्कि गनौर विधान सभा का उम्मीदवार
उन्होंने कहा कि नेताओं ने पैसे देकर टिकट खरीदे हैं, जबकि मेहनतकश किसान के बेटे को नजरअंदाज किया जा रहा है। काटि ने जनता को आश्वासन दिया कि वह चुनाव लड़ने का मकसद सिर्फ सेवा करना है, न कि व्यक्तिगत फायदे के लिए। कादियान ने भाजपा और कांग्रेस नेताओं पर जमकर निशाना साधते हुए कहा कि 100 करोड़ में टिकट खरीदने वाले नेता चुनाव के बाद जनता का शोषण करते हैं।
उन्होंने भाजपा विधायक और कांग्रेस के नेताओं पर तिकास के झूठे वादों का आरोप लगाया। कादियान ने घोषणा की कि वह किसी पार्टी का नहीं बल्कि गनौर विधान सभा का उम्मीदवार है। इस दौरान भारी तादाद में युवा, महिलाएं, बुजुर्ग जनसभा में मौजूद रहे, वहीं सभा में उमड़ी भीड़ ने देवेंद्र को जीत के प्रति आश्वस्त किया।
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