सफीदों विधानसभा में राजनीतिक बयानबाजी का दौर प्रत्याशियों के बीच कड़ी टक्कर दिखा रहा है। क्षेत्र की राजनीति में इस बार चुनावी मुकाबला 4 दिग्गजों के बीच है, जिनमें पूर्व मंत्री बचन सिंह आर्य ओबीसी होने के चलते ओबीसी वोट बैंक को अपना मान कर चल रहे हैं तो वहीं नारनौंद से विधायक रहे पंडित रामकुमार गौतम भाजपा समर्पित सभी वोटर्स अपने पक्ष में समझ कर अपनी जीत के समीकरण लगाए बैठे हैं।
जसबीर के अहसान के कारण ही सुभाष विधायक बन पाया था
वहीं स्थानीय व्हाट्सएप ग्रुप व सोशल मीडिया में भी सुभाष देशवाल के समर्थक जसबीर देशवाल के पुराने भाजपा नेताओं के साथ लिए गए फोटो वायरल कर रहें हैं तथा जसबीर देसवाल को भाजपा का एजेंट बता रहे हैं। जसबीर देसवाल के समर्थक सुभाष देसवाल को अहसान फरामोश बता कर कह रहे हैं कि जसबीर देशवाल के अहसान के कारण ही सुभाष देशवाल विधायक बन पाया था, लेकिन अब वह इस बात को भूल गया है। वहीं जसबीर देशवाल भाजपा समर्थक होने या भाजपा को समर्थन देने को लेकर पहले ही अपना स्पष्टीकरण दे चुके है कि ये उनका नहीं बल्कि जनता का फैसला होगा।
जसबीर देशवाल ने हजारों युवाओं को पोल्ट्री के बिजनेस में रोजगार दिया
वहीं पूर्व विधायक जसबीर देशवाल का मानना है कि सफीदों की जनता उन्हें जीत दिलाएगी, क्योंकि 2019 में हुए विधानसभा चुनाव में कांग्रेस प्रत्याशी सुभाष देशवाल को जसबीर देशवाल ने अपना समर्थन किया था इसलिए जनता उनसे सहानुभूति रख कर वोट देगी, साथ ही उनका मानना है कि उन्होंने क्षेत्र में बहुत से विकास कार्य कराएं है और क्षेत्र के हजारों युवाओं को उन्होंने अपने पोल्ट्री के बिजनेस में रोजगार दिया है जिस कारण सफीदों की जनता उनका साथ देगी।
वहीं सूत्रों की माने तो कांग्रेस प्रत्याशी सुभाष देशवाल को भी इस का अंदाजा है कि जसबीर देसवाल उनके लिए खतरा पैदा कर सकते है। 27 सितंबर को सफीदों की पुरानी अनाज मंडी में हुई कांग्रेस की रैली में दीपेंद्र हुड्डा ने भी जसबीर देशवाल पर निशाना साधते हुए कहा था कि इन वोट काटू, निर्दलीयों से सावधान रहना है। इतना ही नहीं उन्होंने तो जसबीर देशवाल को भाजपा का टीम बी तक भी बता डाला।
फायदा जसबीर देशवाल को मिलता दिख रहा
सफीदों के राजनीतिक गलियारों में यह भी चर्चा है कि निर्दलीय प्रत्याशी जसबीर देशवाल का चुनाव जितना बढ़ेगा, उतना ही भाजपा प्रत्याशी रामकुमार गौतम, सुभाष देशवाल और अन्य प्रत्याशियों के वोट बंटेंगे, जिसका फायदा जसबीर देशवाल को मिलता दिख रहा है, क्योंकि सफीदों जाट बहुलक क्षेत्र है।
जाट वोट यहां निर्णायक वोट बैंक माना जाता है चर्चा इस बात की भी है कि जसबीर देशवाल को जितनी ज्यादा वोट मिलेंगी उतना ही कांग्रेस प्रत्याशी सुभाष देशवाल की वोट कम होंगी, इसलिए, कांग्रेस प्रत्याशी सुभाष देशवाल ने कांग्रेस के स्टार प्रचारक व सांसद दीपेन्द्र हुड्डा को दूसरी बार सफीदों में रैली कर बुलाया है। सफीदों की ग्राउंड रिपोर्ट के मुताबिक फ़िलहाल जसबीर देशवाल आगे चल रहे है और जीत की और बढ़ रहे हैं।
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