हरियाणा कांग्रेस की विधायक दल की बैठक 18 अक्तूबर को होने जा रही है, इससे पूर्व बुधवार को हरियाणा कांग्रेस के पूर्व सीएम भूपेन्द्र सिंह हुड्डा के दिल्ली आवास पर शक्ति प्रदर्शन किया गया। विधायक दल की बैठक से पहले बुधवार देर शाम 30 विधायक भूपेन्द्र सिंह हुड्डा के दिल्ली आवास पहुंचे।
सूत्रों के मुताबिक यह बैठक भूपेंद्र सिंह हुड्डा द्वारा बुलाई गई थी, जिसमें हुड्डा समर्थक 30 विधायक शामिल हुए। ख़ुद हुड्डा को मिला कर यह आंकड़ा 31 हुआ, लेकिन दिलचस्प बात यह है कि इस बैठक में सिर्फ़ हुड्डा ख़ेमे की विधायक ही पहुंचे बाक़ी छह विधायक जो कि हुड्डा ख़ेमे के नहीं हैं, वह बैठक में शामिल नहीं हुए। उल्लेखनीय है कि हरियाणा की चुनावी परिणाम में कांग्रेस के कुल 37 विधायक जीत कर आए है।
कांग्रेस आलाकमान प्रदेश के नेताओं से नाराज
हरियाणा चुनाव में कांग्रेस पार्टी की हार के बाद से कांग्रेस आलाकमान प्रदेश के नेताओं से नाराज हैं, खराब प्रदर्शन और गुटबाजी के कारण कांग्रेस आलाकमान नाराज बताया जा रहा है, लेकिन इसी बीच पूर्व सीएम भूपेन्द्र सिंह हुड्डा ने दिल्ली में एक बार फिर शक्ति प्रदर्शन करके कांग्रेस आलाकमान और विरोधियों को मेसेज देने की कोशिश की.जानकारी के मुताबिक यह बैठक को आयोजित किया गया था, ताकि विरोधी खेमे तक एक बड़ा संदेश यह पहुँचाया जाए की विधायकों का समर्थन किसके पास है।
छह विधायक क्यों नहीं आए ?
हरियाणा में कांग्रेस की विधायक दल की बैठक होने से पहले दिल्ली में हुड्डा आवास पहुंचे 30 विधायक. हुड्डा को मिला कर आकड़ा पहुँचा 31 लेकिन 6 विधायक रहे नदारद। हरियाणा में चुनावी नतीजे में कांग्रेस के 37 विधायक जीते है। जिसमे से अधिकतर हुड्डा गुट के है बाक़ी एंटी हुड्डा। बाक़ी 6 विधायक नहीं पहुंचे हुड्डा के घर, जिसमें से दो कुमारी सैलजा खेमे के विधायक है। एक आदित्य सुरजेवाला ( रणदीप सुरजेवाला) का बेटा है। बाक़ी तीन एंटी हुड्डा खेमे के विधायक है।
छह विधायक जो नहीं पहुंचे बैठक में
चंद्रमोहन बिश्नोई, शैली चौधरी, अकरम खान, रेणु बाला, आदित्य सुरजेवाला, नरेश सेलवाल अशोक गहलोत, अजय माकन पर्यवेक्षक नियुक्त गौरतलब है कि चंडीगढ़ में विधायक दल की बैठक में सहायता के लिए राजस्थान के पूर्व मुख्यमंत्री अशोक गहलोत, अजय माकन और पंजाब के नेता प्रताप सिंह बाजवा को पर्यवेक्षक के रूप में नियुक्त किया गया है।
उल्लेखनीय है कि विधानसभा चुनाव में भाजपा फिर से तीसरी बार सत्ता में वापस करने में कामयाब रही है। 90 सदस्यीय विधानसभा में भाजपा ने 48 सीटों पर तो कांग्रेस ने 37 सीटों पर जीत हासिल की है। गुरुवार को मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी फिर से हरियाणा के नए सीएम के पद की शपथ लेने जा रहे। इसके साथ ही गुरुवार को ही चंडीगढ़ में एनडीए की बैठक भी है।
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