
हरियाणा में हैट्रिक के बाद भाजपा ने गुरुवार को राज्य में सरकार गठन का इंतजार खत्म कर दिया और पंचकूला के दशहरा मैदान में मुख्यमंत्री नायब सैनी ने दूसरी बार राज्य के सीएम की शपथ ग्रहण की। उनके अलावा 13 अन्य विधायकों को शपथ दिलाई गई। इन 13 मंत्रियों में गौरव गौतम की एंट्री सबसे धमाकेदार और चौंकाने वाली रही। पलवल से 36 वर्षीय विधायक गौरव गौतम के हरियाणा के सबसे युवा मंत्री बने हैं। बता दें कि 36 साल के गौरव ने गुरु जम्बेश्वर विश्वविद्यालय से पत्रकारिता में स्नातकोत्तर किया है।
गौरव गौतम की एंट्री ने सभी को चौंका दिया
गौरव गौतम ब्राह्मण समुदाय से ताल्लुक रखते हैं, उन्होंने राज्य मंत्री के रूप में शपथ ली है। पहली बार ही विधायक और पहली बार में मंत्री पद लेकर गौरव ने सबको गौरव ने सबको चौका दिया। जब शपथ ग्रहण से पहले गौरव गौतम मंच पर पहुंचे तो काफी लोग दंग रह गए, क्योंकि किसी ने उम्मीद नहीं कि थी पहली बार जीते गौरव गौतम मंत्री बनेंगे। लिहाज़ा आरती राव और श्रुति चौधरी बड़ी राजनीतिक विरासत वाले परिवारों से आती हैं ऐसे में उनके मंत्री बनने के कयास पहले से लग रहे थे लेकिन गौरव गौतम की एंट्री ने सभी को चौंका दिया।
भाजपा युवा मोर्चा के राष्ट्रीय सचिव के रूप में नई पारी शुरू की
सैनी सरकार में 36 साल के गौरव गौतम सबसे युवा मंत्री हैं। वह कभी पूर्व राष्ट्रीय महासचिव अनिल जैन के सहयोगी की भूमिका में थे, लेकिन बाद में गौरव मुख्यधारा की राजनीति में एंट्री ले ली थी।
उन्होंने भाजपा युवा मोर्चा के राष्ट्रीय सचिव के रूप में नई पारी शुरू की। गौरव गौतम ने दिल्ली राजनीति में फंसने की जगह हरियाणा का रुख किया है। इसके बाद उन्होंने पलवल सीट पर मेहनत शुरू की। युवा गौरव गौतम लगातार क्षेत्र में सक्रिय रहे। इसके बाद जब पार्टी ने उन्हें पलवल से उतारा तो गौरव गौतम चुनाव मैदान में खरे उतरे। गौतम ने पहले ही चुनाव में कांग्रेस के दिग्गज नेता और पूर्व मंत्री करण सिंह दलाल को पटखनी दे दी।
पत्रकारिता में मास्टर डिग्री
बता दें कि पलवल विधानसभा सीट पर भाजपा को पहली बार 2019 में जीत मिली थी। दीपक मंगला यहां से चुनाव जीते थे, लेकिन इस बार पार्टी ने गौरव गौतम को उतारा। उन्होंने कांग्रेस के कद्दावर नेता और भूपिंदर सिंह हुड्डा के करीबी करण सिंह दलाल को 33 हजार वोटों से शिकस्त दी। गौरव गौतम प्रतिकूल हालात में भी 2019 की जीत के मुकाबले मार्जिन बढ़ाने में सफल रहे। गौरव गौतम ने हरियाणा के हिसार में स्थित गुरु जंबेश्वर यूनिवर्सिटी पत्रकारिता में मास्टर डिग्री ली है।
कम उम्र... छोटा सा राजनीतिक सफर... कैसे बने मंत्री ?
गौरव गौतम ने पहली बार विधानसभा चुनाव लड़ा और पलवल से विधायक चुने गए। गौरव गौतम ने कांग्रेस के दिग्गज नेता करण दलाल को 33605 वोटों से हराया। गौरव गौतम फरीदाबाद की ही निजी यूनिवर्सिटी में टीचर थे। उन्होंने पहले तत्कालीन राज्यसभा सांसद अनिल जैन के नेतृत्व में बीजेपी का दामन थामा। अब नायब के मंत्रिमंडल में गौरव सबसे युवा मंत्री हैं, जिन्हें केंद्रीय मंत्री कृष्ण सिंह गुर्जर का करीबी माना जाता है।
उन्हें भाजपा युवा मोर्चा में काम करने का मौका मिला वो भारतीय जनता पार्टी युवा मोर्चा के महाराष्ट्र, मुंबई के प्रभारी भी रहे। भारतीय जनता पार्टी युवा मोर्चा में नेशनल सेक्रेटरी के पद पर भी उन्होंने काम किया और यही वजह है कि उनके काम को देखते हुए आला हाई कमान ने पलवल से बीजेपी के मौजूदा विधायक दीपक मंगला का टिकट काटते हुए गौरव गौतम को टिकट दिया, जिस गौरव ने पलवल से कांग्रेस के दिग्गज नेता और पूर्व मंत्री करण सिंह दलाल को शिकस्त दी थी।
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