हरियाणा के शिक्षा मंत्री महीपाल ढांडा ने कहा कि नीति आयोग की रिपोर्ट के अनुसार शिक्षा के स्तर में हरियाणा देश में तीसरे स्थान पर है। हमारा प्रयास रहेगा कि शिक्षा स्तर में हरियाणा प्रथम स्थान पर रहे। इसी के तहत चरणबद्ध तरीके से सरकारी स्कूलों व कॉलेजों में संसाधनों को बढ़ाया जाएगा। निजी शिक्षण संस्थानों की तुलना में हरियाणा के सरकारी स्कूलों में अध्यापकों का शिक्षा स्तर काफी ऊंचा है।
शिक्षा के स्तर में और सुधार करवाए जाएंगे
निजी स्कूलों की बजाय अभिभावकों का रुझान अपने बच्चों को सरकारी स्कूलों में भेजने का हो, इसके लिए हम योजनाएं बनाएंगे। इसके साथ-साथ शिक्षा के स्तर में और सुधार करवाए जाएंगे।
शिक्षा मंत्री ने कहा कि हरियाणा देश का ऐसा पहला राज्य है जिसमें नई शिक्षा नीति 2020 को वर्ष 2025 तक लागू करने का निर्णय लिया है, जबकि भारत सरकार ने राज्यों को इसका लक्ष्य वर्ष 2030 तक दिया है। इसके अलावा तकनीकी शिक्षा का भी उद्योगों की मांग के अनुसार विस्तार किया जाएगा। इसके लिए औद्योगिक संस्थानों से पहले भी समझौते हुए हैं और भविष्य में भी इन्हें बढ़ाया जाएगा।
शिक्षा विभाग एक महत्वपूर्ण विभाग
उन्होंने कहा कि शिक्षा विभाग एक महत्वपूर्ण विभाग है। मुख्यमंत्री नायब सिंह ने उन्हें शिक्षा मंत्री बनने का मौका दिया है। मुख्यमंत्री ने जो जिम्मेदारी उन्हें दी है वे उसे बखूबी निभाने के साथ-साथ शिक्षा स्तर में सुधार कराएंगे।
शीघ्र ही वे स्कूल शिक्षा, माध्यमिक शिक्षा व उच्चतर शिक्षा तथा तकनीकी शिक्षा विभाग के अधिकारियों के साथ समीक्षा बैठक करेंगे और पूरे विभाग की कार्यप्रणाली समझकर भविष्य की रूपरेखा तैयार की जाएगी। उन्होंने कहा कि हरियाणा खेलों में अव्वल है। स्कूल स्तर से ही युवा खेलों में रुचि लें, इसके लिए स्कूलों में और नई खेल नर्सरियां खोली जाएंगी, ताकि उभरती खेल प्रतिभाओं को आरंभ से ही सही मंच मिल सके।
related
Latest stories
ये किसान व आढ़ती को ख़त्म करने का 'षड्यंत्र' नहीं तो क्या है? सदन में भाजपा पर गरजे आदित्य
सरकार द्वारा 'आंकड़े न कभी छुपाए जाते हैं, न कभी छुपाए जाएंगे', जानिए मुख्यमंत्री सैनी ने ऐसा क्यों कहा
'वे नहीं जानती कि पराली क्या होती है' दिल्ली सीएम पर बड़ोली का तंज - बोले पहले खेतों में जाकर पराली देखनी चाहिए