हरियाणा सहित पूरे भारत में सरकार आयुर्वेद चिकित्सा पद्धति को भी बढ़ावा दे रहा है इसके लिए सरकार इस पर गंभीरता से काम कर रही है। भारतीय संस्कृति की चिकित्सा पद्धति आयुर्वेद को बढ़ावा देने के लिए केंद्र सरकार ने ऐतिहासिक कदम उठाया है। सरकार ने दीपावली पर देश के आयुर्वेद फार्मा उद्योग को बड़ा गिफ्ट देते हुए आयुर्वेद दवाइयों के निर्माण पर लगने वाली फार्मूला अप्रूवल फीस को 90 प्रतिशत तक घटा दिया। सरकार के फैसले का हरियाणा आयुर्वेदिक ड्रग मेन्यूफेक्चरर एसोसिएशन ने स्वागत करते हुए प्रधानमंत्री, आयुष मंत्री और मुख्यमंत्री का आभार जताया है।
आयुर्वेद फार्मा उद्योग की वर्षो पुरानी डिमांड पूरी हुई
एसोसिएशन के प्रदेश अध्यक्ष अनूप भारद्वाज ने आयुष एक्ट में हुए बदलाव का स्वागत करते हुए कहा कि आयुर्वेद फार्मा उद्योग की वर्षो पुरानी डिमांड पूरी हुई है। उन्होंने कहा कि आयुर्वेदिक दवाइयों के निर्माता को नया फार्मूला अप्रूवल के लिए दो हजार की फीस और पैरलल फार्मूला अप्रूवल के लिए एक हजार फीस देनी पड़ती थी। सरकार ने नए फार्मूला के लिए फीस घटाकर 200 रुपए और पैरलल फार्मूला की फीस कम करके 100 रुपए की है इससे प्रदेश की सैकड़ों इकाइयों को लाभ मिलेगा।
बेहतर गुणवत्ता की दवाइयों का निर्माण करने में आसानी होगी
करनाल में एसोसिएशन द्वारा आयोजित धन्यवाद कार्यक्रम में शामिल हुए आयुष विभाग के जिला अधिकारी सतपाल कुमार ने बताया कि आयुष एक्ट में हुए बदलाव से देश और प्रदेश का आयुर्वेद फार्मा उद्योग को बूस्ट मिलेगा। इस प्रोत्साहन से फार्मा कंपनी को अधिक संख्या और बेहतर गुणवत्ता की दवाइयों का निर्माण करने में आसानी होगी। उन्होंने कहा कि देश में आयुर्वेद चिकित्सा और दवाइयों का क्षेत्र लगातार बढ़ रहा है। सरकार भी ऐसी नीतियों पर काम कर रही ताकि आयुष की बढ़ाया जाए।
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