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The Haryana Story | सावित्री बाई फुले के द्वारा जलाई गई ज्योति आज के समय में और अधिक प्रासंगिक : राव नरबीर सिंह

सावित्री बाई फुले के द्वारा जलाई गई ज्योति आज के समय में और अधिक प्रासंगिक : राव नरबीर सिंह

सावित्रीबाई फुले के जीवन मूल्यों को आत्मसात करते हुए समाज के उत्थान में योगदान दें युवा शक्ति, जिस समाज के भीतर स्त्रियां अधिक जागरूक होती है वह समाज कहीं अधिक विकसित होता

प्रतीकात्मक तस्वीर

हरियाणा के उद्योग एवं वाणिज्य, पर्यावरण, वन एवं वन्य जीव मंत्री राव नरबीर सिंह ने कहा कि शिक्षा समाज के जागरण में मुख्य भूमिका निभाती है। ऐसे में हमारी युवा शक्ति को सावित्रीबाई फुले के जीवन मूल्यों को आत्मसात करते हुए समाज के उत्थान में अपना महत्वपूर्ण योगदान देना चाहिए। उन्होंने कहा कि आज दुनिया भर में यह प्रमाणित हो चुका है कि शिक्षा हर एक नागरिक का सम्पूर्ण विकास करती है। जिसके चलते महिलाओं के लिए शिक्षा का महत्व और भी ज्यादा जरूरी हो जाता है।

सावित्री बाई फुले के द्वारा जलाई गई ज्योति आज के समय में और अधिक प्रासंगिक

यह सर्वविदित है जो समाज जितना अधिक शिक्षित होगा उसके विकास की आधारभूत संरचना उतनी की दृढ़ होगी। वे आज देश की प्रथम महिला अध्यापक एवं समाज सेविका सावित्री बाई फुले की जयन्ती पर गुरुग्राम जिला के गांव झाड़सा में आयोजित कार्यक्रम को बतौर मुख्यातिथि संबोधित कर रहे थे। राव नरबीर सिंह ने माता सावित्री बाई फुले को श्रद्धासुमन अर्पित करने उपरान्त अपने संबोधन में कहा कि समाज का ढांचा जैसा होगा शिक्षा उतनी ही महत्वपूर्ण हो जाती है। सावित्री बाई फुले के द्वारा जलाई गई ज्योति आज के समय में और अधिक प्रासंगिक है। 

आज भी प्रेरणा का विषय

क्योंकि जिस समाज के भीतर स्त्रियां अधिक जागरूक होती है वह समाज कहीं अधिक विकसित होता है। उन्होंने कहा कि आजादी के बाद भी महिलाओं को उनके अधिकारों के लिए एक लंबा संघर्ष करना पड़ा। ऐसे में जब देश में राजनीतिक गुलामी के साथ-साथ सामाजिक गुलामी का भी दौर था, तब सावित्रीबाई फुले ने शिक्षा के महत्व को जाना, समझा और महिलाओं की आज़ादी के नए द्वार खोलकर उनमें नई चेतना का सृजन किया जो हम सभी के लिए आज भी प्रेरणा का विषय है।

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