हरियाणा रेल अवसंरचना विकास निगम (एचआरआईडीसी) द्वारा गत सायं चंडीगढ़ में अपना वार्षिक दिवस मनाया गया। हरियाणा के मुख्य सचिव डॉ. विवेक जोशी, जो एचआरआईडीसी के अध्यक्ष भी हैं, ने कार्यक्रम की मुख्य अतिथि के रूप में अध्यक्षता की। मुख्य सचिव ने अपने संबोधन में हरियाणा ऑर्बिटल रेल कॉरिडोर (एचओआरसी) परियोजना की प्रगति पर प्रकाश डालते हुए कहा कि पातली-मानेसर-एमएसआईएल कनेक्टिविटी लाइन (8.7 किमी) का लाइट इंजन सितंबर 2024 में रोल आउट किया जा चुका है। इसके अलावा, पातली-न्यू पातली-सुल्तानपुर (7.9 किमी) कनेक्टिविटी लाइन और धुलावट-बरसा सेक्शन (29.5 किमी) का निर्माण कार्य और सोहना और धुलावत के बीच डबल टनल (4.7 किमी) का निर्माण कार्य पूरा हो चुका है।
उन्होंने कहा कि एचआरआईडीसी द्वारा कुरुक्षेत्र शहर में एक एलिवेटेड रेलवे ट्रैक का निर्माण भी किया जा रहा है। इस 5.875 किलोमीटर लंबे इस एलिवेटेड ट्रैक का उद्देश्य कुरुक्षेत्र- नरवाना लाइन पर निर्बाध रेल परिवहन संचालन सुनिश्चित करने के लिए पांच लेवल क्रॉसिंग को समाप्त करके कुरुक्षेत्र शहर में भीड़भाड़ को कम करना है और यह काम पूरा होने वाला है। मुख्य सचिव ने कहा कि ये परियोजनाएं एचआरआईडीसी की स्थायी और समावेशी रेल बुनियादी ढांचे के निर्माण के लिए अटूट प्रतिबद्धता का प्रमाण है जो क्षेत्रीय विकास को बढ़ावा देती हैं और पूरे हरियाणा में कनेक्टिविटी को बढ़ाती हैं।
उन्होंने एचआरआईडीसी की महत्वपूर्ण उपलब्धियों और राज्य में रेल संपर्क को मजबूत करने और आर्थिक विकास को बढ़ावा देने के लिए चल रही परियोजनाओं की सराहना की। मुख्य सचिव ने कहा कि एचआरआईडीसी ने हरियाणा में रेल बुनियादी ढांचे को बढ़ाने में उल्लेखनीय कार्य किया है। उन्होंने कहा कि वह पिछले वर्ष भी गुरुग्राम में इस कार्यक्रम में शामिल हुए थे और दूसरी बार इसका हिस्सा बनकर उन्हें खुशी हो रही है।
उन्होंने एचआरआईडीसी प्रबंधन और कर्मचारियों को उनके द्वारा किए जा रहे उत्कृष्ट कार्य के लिए बधाई दी और इसके वार्षिक दिवस के साथ-साथ नए साल की शुभकामनाएं दीं। उन्होंने एचआरआईडीसी की परियोजनाओं और उपलब्धियों को प्रदर्शित करने वाली प्रदर्शनी गैलरी का भी दौरा किया। लोक निर्माण (भवन एवं सड़कें) और वास्तुकला विभाग के अतिरिक्त मुख्य सचिव अनुराग अग्रवाल ने कहा कि हरियाणा उत्तर भारत का एकमात्र राज्य है, जिसके पास राज्य में रेल बुनियादी ढांचे को बढ़ावा देने के लिए भारतीय रेलवे के साथ एक संयुक्त उद्यम निगम है।