हरियाणा कांग्रेस में लोकसभा चुनाव के लिए चेहरा चयन में कई तकलीफें हैं। पार्टी के बड़े नेताओं ने भी इस मुद्दे पर अपनी राय दी है। इसके बाद, पार्टी ने हरियाणा में इलेक्शन फेस लीडर के लिए आवेदन प्रक्रिया शुरू की है, जिससे नए चेहरों की तलाश है।
भूपेंद्र सिंह हुड्डा और कुमारी सैलजा की चुनौती
पूर्व मुख्यमंत्री भूपेंद्र सिंह हुड्डा और कुमारी सैलजा, दोनों ही प्रमुख नेताओं, ने लोकसभा चुनाव में भाग लेने की इच्छा जताई है। लेकिन इससे पहले अन्य कई नेताओं ने चुनाव में प्रतिस्थान लेने से इनकार कर दिया है, जिससे पार्टी नए चेहरों की खोज में है।
चुनावी परिस्थितियों की चुनौती
हरियाणा में चुनावी परिस्थितियों में भी कांग्रेस को कई चुनौतियों का सामना करना होगा। 10 लोकसभा सीटों पर से सभी सीटें भाजपा के पास हैं, और विपरीत स्थिति में पार्टी की चुनौती बढ़ जाएगी।
नेताओं की दूरी और उसकी वजहें
हरियाणा कांग्रेस के बड़े नेताओं की दूरी के पीछे कई कारण हैं। पहली वजह है कि भाजपा ने 10 सालों से सत्ता में होने के कारण एंटी-इनकंबेंसी बनी हुई है, जिससे चुनाव में पार्टी को नुकसान हो सकता है। दूसरी वजह यह है कि इस बार लोकसभा में प्रधानमंत्री मोदी के नाम पर जीत के आसार हैं, जिससे पार्टी को चुनौतियों का सामना करना होगा।
प्रत्याशियों का चयन प्रक्रिया
पार्टी ने चुनाव लड़ने के लिए आवेदन फॉर्म को पार्टी कार्यालय में बांटने की प्रक्रिया शुरू की है। इसके बाद, आवेदन जमा करने की आखिरी तारीख 7 फरवरी है। इसके बाद, पार्टी चयन प्रक्रिया की शुरुआत करेगी ताकि उम्मीदवारों का चयन किया जा सके।
प्रभारी का दृष्टिकोण
हरियाणा कांग्रेस के प्रभारी दीपक बाबरिया ने इस मुद्दे पर दिये गई बयान में यह दिखाया है कि पार्टी उम्मीदवारों के चयन में मतदाताओं को भी शामिल करने का प्रयास कर रही है और व्यापक फीडबैक लेने की योजना बना रही है।
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