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The Haryana Story | सोनीपत का गोहाना शहर नया जिला बनने का सबसे तगड़ा दावेदार, इन तीन जिलों की राजनीतिक और भौगोलिक स्थिति में परिवर्तन आना तय

सोनीपत का गोहाना शहर नया जिला बनने का सबसे तगड़ा दावेदार, इन तीन जिलों की राजनीतिक और भौगोलिक स्थिति में परिवर्तन आना तय

साल 2026 होने वाले संभावित परिसीमन से पहले प्रशासनिक ढांचे को मजबूत और स्थानीय जरूरतों के अनुरूप बनाने की दिशा में बड़े फैसले लिए जाने की संभावना

साल 2026 होने वाले संभावित परिसीमन से पहले प्रशासनिक ढांचे को मजबूत और स्थानीय जरूरतों के अनुरूप बनाने की दिशा में बड़े फैसले लिए जाने की संभावना है और प्राप्त जानकारी अनुसार कुछ दिन हुई विकास व पंचायत मिनिस्टर कृष्ण लाल पंवार की अध्यक्षता में संबंधित गठित पुनर्गठन उप-समिति की 5वीं बैठक जिसमें शिक्षा मंत्री महिपाल ढांडा और कृषि मंत्री श्याम सिंह राणा बतौर सदस्य, राजस्व विभाग की अतिरिक्त मुख्य सचिव डॉ. सुमिता मिश्रा और विशेष सचिव कमलेश कुमार भादू भी बैठक में मौजूद रहे, में प्रदेश सरकार के पास 11 नए जिलों के गठन और 14 नए उपमंडलों, 4 नई तहसीलों व 27 उप-तहसीलों के गठन से जुड़े प्रस्ताव पहुंचे। गौरतलब है कि अगर 31 दिसंबर 2025 तक यह प्रशासनिक पुनर्गठन नहीं हुआ, तो फिर अगली जनगणना की प्रक्रिया शुरू हो जाने के कारण सरकार को जून 2027 के बाद ही बदलाव का अवसर मिलेगा। 

गोहाना शहर नया जिला बनने का सबसे तगड़ा दावेदार

पुख्ता सूत्रों के अनुसार सोनीपत का गोहाना शहर नया जिला बनने का सबसे तगड़ा दावेदार है तो इस फेहरिस्त में पहले ही पुलिस जिला घोषित किए जा चुके हिसार के हांसी और सिरसा के बरवाला भी शामिल हैं। भारत के रजिस्ट्रार जनरल एवं जनगणना आयुक्त ने राज्य सरकार को स्पष्ट निर्देश दिए हैं कि जनगणना से पूर्व प्रशासनिक सीमा में बदलाव 31 दिसंबर तक ही किया जा सकता है। जानकारी के मुताबिक, यह निर्णय यदि 31 दिसंबर 2025 तक नहीं लिया गया, तो इसके लिए प्रदेश को कम से कम डेढ़ साल तक इंतजार करना पड़ सकता है।

नए जिले के गठन के लिए 10 नाम आए प्राप्त जानकारी अनुसार पुनर्गठन उप-समिति के पास 10 नए जिले बनाने के प्रपोजल आए हैं और कमेटी को फिलहाल कोई एक जिला बनाने को लेकर ही फैसला लेना है। डबवाली और हांसी को पहले ही पुलिस जिला घोषित किया जा चुका है। जिन शहरों को नया जिला बनाने के नाम आए हैं उनमें सो हिसार और गुरुग्राम प्रत्येक से दो दो नाम हैं। बाकी अंबाला, कैथल, जींद और जींद से प्रत्येक से एक एक नाम शामिल है।

हिसार से बरवाला व हांसी का नाम नए जिले के प्रपोजल के लिए भेजा गया

कमेटी के पास गुरुग्राम से मानेसर और पटौदी का नाम नए जिले के प्रपोजल के रूप में भेजा गया है तो वहीं हिसार से बरवाला व हांसी का नाम नए जिले के प्रपोजल के लिए भेजा गया है। इस लिहाज से राष्ट्रीय राजधानी क्षेत्र में पड़ने वाले दो जिलों गुरुग्राम और हिसार से से कुल 4 शहरों या कस्बों के नाम नए जिलों के लिए प्रपोज किए गए हैं। इनके अलावा करनाल से असंध, कैथल से पिहोवा, जींद से सफीदों, अंबाला से नारायणगढ़, सोनीपत से गोहाना और सिरसा से डबवाली का नाम नए जिले के लिए भेजा गया है। गौरतलब है कि डबवाली और हांसी को पहले ही पुलिस जिला घोषित किया जा चुका है। नया जिला बनने के बाद बदलेंगे राजनीतिक और भौगोलिक समीकरण नया जिला बनने के बाद प्रदेश में राजनीतिक और भौगोलिक समीकरण बदलना भी तय है।

जींद, सोनीपत और रोहतक की राजनीतिक और भौगोलिक स्थिति में परिवर्तन आना तय

सबसे बड़े दावेदार गोहाना के बतौर जिला अस्तित्व में आने के बाद जींद, सोनीपत और रोहतक की राजनीतिक और भौगोलिक स्थिति में परिवर्तन आना तय है और चूंकि गोहाना जाटलैंड में आता है तो यहां बड़े राजनीतिक समीकरण और बदलाव होने के चलते राजनीतिक दलों को अपनी रणनीति में आमूल चूल परिवर्तन करने होंगे। वहीं अगर हिसार के हांसी और सिरसा से अलग होकर पंजाब की सीमा से सटा डबवाली जिला बनता है तो यहां भी राजनीतिक समीकरणों में बदलाव तय है।

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