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The Haryana Story | करनाल की श्री कृष्ण गौशाला में गोपाष्टमी महोत्सव का आयोजन, सीएम सैनी ने की शिरकत, खिलाया गुड़ और चारा

करनाल की श्री कृष्ण गौशाला में गोपाष्टमी महोत्सव का आयोजन, सीएम सैनी ने की शिरकत, खिलाया गुड़ और चारा

गाय को गुड़ और चारा खिलाकर गौ सेवा की और यहां बने चिकित्सालय का दौरा कर गौवंश के लिए उपलब्ध कराई जा रही सेवाओं का जायजा लिया

भारत में बुधवार को गोपाष्टमी महोत्सव मनाया गया। इसी कड़ी में हरियाणा के करनाल की श्री कृष्ण गौशाला में गोपाष्टमी महोत्सव का आयोजन किया गया। जिसमें मुख्य अतिथि के रूप में प्रदेश के मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी ने शिरकत की। यहां पर उन्होंने गौशाला में गायों की पूजा की। गाय को गुड़ और चारा खिलाकर गौ सेवा की और यहां बने चिकित्सालय का दौरा कर गौवंश के लिए उपलब्ध कराई जा रही सेवाओं का जायजा लिया। मंच से मुख्यमंत्री ने गोपाष्टमी के दिन सभी को बधाई दी और कहा कि आज हम सबके लिए बहुत पवित्र दिन है। जो हमें संस्कृति, भाईचारे और प्रेम भाव से जोड़ता है। यह केवल पर्व नहीं बल्कि करूणा, सेवा और कर्तव्यबोध का प्रतीक है। गोपाष्टमी महोत्सव हम पूरे देश में खुशी के साथ मनाते हैं। जो हमारी संस्कृति भाईचारे और प्रेम भाव को जोड़ने का काम करते हैं।

गोपाष्टमी का पर्व हमारे सनातन धर्म के लिए बहुत ही बड़ा और पवित्र पर्व

उन्होंने कहा कि गोपाष्टमी का पर्व हमारे सनातन धर्म के लिए बहुत ही बड़ा और पवित्र पर्व है। भगवान श्री कृष्ण ने जब बाल्यावस्था में गौ सेवा की थी। यह एक पर्व नहीं बल्कि करुणा सेवा और कर्तव्य का प्रतीक है। गौ माता जहां सामाजिक और आध्यात्मिक महत्व है वही प्राचीन काल से हमारे देश में गोधन परिवार का समाज में महत्वपूर्ण स्थान रहा है। हम सब जानते है पुराने समय में जिस व्यक्ति के पास जितने अधिक गौधन परिवार में होती थी उसे उतना ही धनवान कहा जाता था। यह हमारे प्राचीनतम परंपरा है लोग घरों में गौ माता पालते थे पुरानी कथाओं के अनुसार हम सब जानते हैं की देवी देवताओं और असुरों के बीच समुद्र मंथन हुआ था उसमें से जो 14 रत्न निकले थे उनमें एक कामधेनु गाय थी यह हम सबके लिए गर्व की बात है। 

श्री कृष्ण को गोविंदा के रूप में जानते हैं यह हमारी संस्कृति है

भगवान श्री कृष्ण ने गौमाता की रक्षा के लिए जो गोवर्धन पर्वत उठाया था हम सब जानते हैं आठवें दिन इंद्र देवता अहंकार रहित हो गए थे तब वह भगवान श्री कृष्ण की शरण में आए थे तब उन्होंने श्री कृष्ण का अभिषेक किया था और गौ सेवा के कारण ही भगवान इंद्र ने उनका नाम गोविंद रखा था। तभी से हम भगवान श्री कृष्ण को गोविंदा के रूप में जानते हैं यह हमारी संस्कृति है। हम सभी को यह धूमधाम से मनानी चाहिए। उन्होंने कहा कि गौ माता की सुरक्षा के लिए सख्त कानून बनाया गया है। गौ हत्या करने वाले को दस वर्ष और गौ तस्करी करने वाले को सात साल के कारावास का प्रावधान किया गया है। श्री सैनी ने कहा कि गायों की सुरक्षा के लिए गौ भक्तों को जन जागरण चलाना होगा। 

गोपाष्टमी के महत्त्व पर डाला प्रकाश

इससे पहले गीता मनीषी स्वामी ज्ञानानंद महाराज ने गोपाष्टमी के महत्त्व पर प्रकार डाला। उन्होंने कहा कि गौ माता सामान्य प्राणी नहीं बल्कि सनातन परंपराओं का प्राण है। प्राण सुरक्षित रहेंगे तो निश्चित रूप से जीवन सुरक्षित रहेगा। उन्होंने कहा कि हम सभी को गौ पालन करना चाहिए। गौ सेवा से बड़ी कोई सेवा नहीं है। 

ये रहे मौजूद

इस मौके पर गीता मनीषी ज्ञानानंद महाराज, भानपुरा पीठ के शंकराचार्य, प्रेममूर्ति महाराज, इंद्री के विधायक एवं चीफ व्हिप रामकुमार कश्यप, करनाल के विधायक जगमोहन आनंद, असंध के योगेंद्र राणा, मेयर रेणुबाला गुप्ता, भाजपा जिला अध्यक्ष प्रवीण लाठर, गौ सेवा आयोग के चेयरमैन श्रवण कुमार गर्ग, सदस्य अजीत सिहाग, भाजपा के पूर्व जिलाध्यक्ष बृज गुप्ता, त्रिलोचन सिंह, गौशाला के प्रधान सुनील गुप्ता, कार्यकारी अध्यक्ष डॉ. एसके गोयल, सतीश गोयल, पदमसैन गुप्ता, सीएम के पूर्व ओएसडी संजय बठला आदि मौजूद रहे।

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