नागरिक-केंद्रित और पारदर्शी शासन को बढ़ावा देने की दिशा में केंद्रीय मंत्री मनोहर लाल ने शनिवार को रोहतक जिला प्रशासन की दो महत्वपूर्ण डिजिटल सेवाओं-नमस्ते रोहतक व्हाट्सऐप ग्रीवेंस रिड्रेसल चैटबोट और क्यूआर-आधारित नागरिक फीडबैक सिस्टम-का शुभारंभ सिंचाई विश्राम गृह में किया। उपायुक्त सचिन गुप्ता ने दोनों प्रणालियों की कार्यप्रणाली और उनके अपेक्षित लाभों पर विस्तृत जानकारी दी। केंद्रीय मंत्री ने कहा कि जनता की समस्याओं का समयबद्ध और पारदर्शी समाधान किसी भी प्रशासन की प्राथमिक जिम्मेदारी है।
शिकायत दर्ज कराने या फीडबैक देने के लिए कार्यालयों के चक्कर नहीं लगाने पड़ेंगे
तकनीक का उपयोग तेजी से कार्य निपटाने और नागरिकों को सुगम सेवाएँ उपलब्ध कराने में प्रभावी सिद्ध हो रहा है। उन्होंने कहा कि इन डिजिटल प्लेटफॉर्मों से नागरिकों को अब शिकायत दर्ज कराने या फीडबैक देने के लिए कार्यालयों के चक्कर नहीं लगाने पड़ेंगे। नमस्ते रोहतक चैटबोट व्हाट्सऐप नंबर 8008001798 पर नमस्ते रोहतक भेजकर नागरिक सरल प्रक्रिया के माध्यम से अपनी शिकायत दर्ज करा सकते हैं। नाम, क्षेत्र, गांव/वार्ड, विभाग चयन और विवरण भरने के बाद फोटो अपलोड करने की सुविधा भी उपलब्ध है।
छोटी शिकायतों का निवारण 48 घंटे में किया जाएगा
शिकायत सबमिट होते ही यूनिक टिकट नंबर जारी होता है। छोटी शिकायतों का निवारण 48 घंटे में किया जाएगा, जबकि तकनीकी मामलों में विभाग समयसीमा साझा करेगा। यह प्रणाली पूरी तरह डिजिटल, रियल-टाइम और ग्रामीण-शहरी दोनों क्षेत्रों के लिए समान रूप से उपलब्ध है। क्यूआर-आधारित फीडबैक सिस्टम जिला कार्यालयों पर लगाए गए क्यूआर कोड स्कैन कर नागरिक अपने अनुभव का रियल-टाइम फीडबैक दे सकेंगे।
जिला प्रशासन फीडबैक की नियमित मॉनिटरिंग करेगा
फीडबैक प्रक्रिया गोपनीय, तेज और पेपरलेस है। यह मॉडल रोहतक पुलिस में सफल साबित हो चुका है और अब इसे सभी विभागों में लागू किया जा रहा है। जिला प्रशासन फीडबैक की नियमित मॉनिटरिंग करेगा और 48 घंटे में छोटी शिकायतों का समाधान सुनिश्चित किया जाएगा। कार्यक्रम में बीजेपी जिला अध्यक्ष रणबीर ढाका, रेनू डाबला, उपायुक्त सचिन गुप्ता, एसपी सुरेन्द्र सिंह सहित कई अधिकारी मौजूद रहे। प्रशासन ने नागरिकों से इन डिजिटल सेवाओं का अधिकाधिक उपयोग करने की अपील की।
related
'डोंट डिजायर बट डिजर्व इट’ : विज बोले - मैं 2014 में 'सीनियर मोस्ट' था और अब भी 'सीनियर मोस्ट' हूं... लेकिन मैंने कभी कुछ नहीं चाहा
पांच साल पुराने मर्डर केस में विज का सख़्त रुख : जांच CBI को सौंपने की सिफारिश, पुलिस कर्मचारी के खिलाफ FIR के आदेश