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The Haryana Story | कांग्रेस में वर्चस्व की लड़ाई में खत्म होने का नाम ही नहीं ले रही आपसी 'कलह', सद्धभाव यात्रा को लेकर एकमत नजर नहीं आ रहे दिग्गज

कांग्रेस में वर्चस्व की लड़ाई में खत्म होने का नाम ही नहीं ले रही आपसी 'कलह', सद्धभाव यात्रा को लेकर एकमत नजर नहीं आ रहे दिग्गज

कोई बड़ा नेता यात्रा में शामिल नहीं हुआ तो वहीं इसको लेकर खुद बीरेंद्र सिंह कई दफा सार्वजनिक मंच पर पार्टी लाइन से हटकर बयानबाजी करते नजर आए

बिहार में लगातार जीत के दावे कर रही कांग्रेस के लिए विधानसभा चुनाव किसी दुस्वप्न से कम साबित नहीं हुए तो वहीं हरियाणा कांग्रेस में दिग्गजों में पार्टी में वर्चस्व की लड़ाई में आपसी कलह खत्म होने का नाम ही नहीं ले रही है। बेशक कांग्रेस हाईकमान ने कलह खत्म करने और पार्टी लाइन से हटकर बयानबाजी पर नकेल कसने के लिए एक कमेटी का गठन कर लिया हो लेकिन कमोबेश स्थिति की जस की तस नजर आ रही है। अब इसी कड़ी में बता दें कि पूर्व केंद्रीय मंत्री और कांग्रेस दिग्गज बीरेंद्र सिंह के बेटे बृजेंद्र सिंह की जारी सद्धभाव यात्रा को लेकर भी पार्टी के दिग्गज नेता एकमत नजर नहीं आ रहे। फिलहाल तक पार्टी का कोई बड़ा नेता यात्रा में शामिल नहीं हुआ तो वहीं इसको लेकर खुद बीरेंद्र सिंह कई दफा सार्वजनिक मंच पर पार्टी लाइन से हटकर बयानबाजी करते नजर आए हैं। 

6 चरणों में सभी 90 हलकों में जाएगी

इसमें शामिल न होने को लेकर बीरेंद्र सिंह निरंतर हुड्डा और पार्टी प्रदेश अध्यक्ष राव नरेंद्र को घेर रहे हैं। गौरतलब है कि पूर्व आईएएस अधिकारी एवं हिसार के सांसद रहे बृजेंद्र सिंह ने 5 अक्टूबर को जींद के उचाना हलके से यात्रा शुरू की थी, जो 6 चरणों में सभी 90 हलकों में जाएगी। पार्टी दिग्गजों ने बनाई यात्रा से दूरी र्व केंद्रीय मंत्री बीरेंद्र सिंह, उनके बेटे और पूर्व सांसद बृजेंद्र सिंह इन दिनों हरियाणा में सद्भाव यात्रा निकाल रहे हैं, लेकिन फिलहाल इस यात्रा में कांग्रेस का कोई भी बड़ा नेता शामिल नहीं हुआ है जिसकी सियासी गलियारों में निरंतर चर्चा है। हरियाणा कांग्रेस अध्यक्ष राव नरेंद्र, नेता प्रतिपक्ष भूपेंद्र हुड्डा, कुमारी सैलजा, रणदीप सुरजेवाला समेत तमाम बड़े नेताओं ने इस सद्भाव यात्रा से दूरी बनाई हुई है।

बीरेंद्र सिंह का दावा : हुड्डा और राव नरेंद्र भी यात्रा को ज्वाइन करेंगे

वहीं कांग्रेस प्रदेशाध्यक्ष समेत कई नेताओं की सद्भाव यात्रा में शामिल नहीं होने पर कहा कि "मेरे बेटे और पूर्व सांसद बृजेंद्र सिंह ने राहुल गांधी से विचार-विमर्श के बाद ही सद्भाव यात्रा निकालने का निर्णय लिया। सद्भाव यात्रा कांग्रेस पार्टी की है और आने वाले सात महीनों में सभी कांग्रेसी यात्रा में जुड़ जाएंगे। वहीं बीरेंद्र सिंह का दावा है कि हुड्डा और राव नरेंद्र भी यात्रा को ज्वाइन करेंगे। पार्टी प्रभारी बीरेंद्र सिंह को खरी-खरी कह चुके गत दिनों पार्टी के चंडीगढ़ हेडक्वार्टर में नवनियुक्त प्रदेश अध्यक्ष राव नरेंद्र सिंह की ताजपोशी के दूसरे दिन हरियाणा कांग्रेस पार्टी के प्रभारी बीके हरिप्रसाद ने पूर्व केंद्रीय मंत्री बृजेंद्र सिंह पर हमला बोलते हुए कहा कि न बृजेंद्र सिंह विधायक हैं, और न ही उसका पिता विधायक है। हमारा सीएलपी का नेता भूपेंद्र सिंह हुड्डा हैं जो इस पहलू पर काम करेंगे कि पार्टी के विधायकों के साथ सरकार को कैसे घेरना है और उसमें सबको साथ देना होगा।

कांग्रेसियों को 6-7 महीने में पता लग जाएगा कि हमारे अंदर दम है या नहीं

हरियाणा कांग्रेस के नवनियुक्त अध्यक्ष राव नरेंद्र सिंह सीधे पार्टी हाईकमान को रिपोर्ट करेंगे। अपनी बयानबाजी से पार्टी को असहज कर रहे बीरेंद्र सिंह पार्टी हाईकमान की अनुशासन बनाए रखने, पार्टी लाइन से हटकर बयानबाजी न करने और अनुशासन बनाए रखने को लेकर कमेटी के गठन के बाद भी बीरेंद्र सिंह अपनी बयानबाजी से निरंतर पार्टी को असहज कर रहे हैं और परेशानी में डाल रहे हैं। गत दिनों बीरेंद्र सिंह ने नारनौल में हाल ही में बयान दिया था कि पूर्व सांसद बृजेंद्र सिंह की सद्भाव यात्रा से दूर रहने वाले कांग्रेसियों को 6-7 महीने में पता लग जाएगा कि हमारे अंदर दम है या नहीं। बीरेंद्र सिंह ने कहा था कि बेटे बृजेंद्र सिंह ने राहुल गांधी से बात कर यात्रा शुरू की है। कांग्रेस के साथी इस यात्रा में चल रहे हैं, लेकिन बहुत से साथियों में यह भ्रम है कि इस यात्रा में जाएं या न जाएं। यह उन पर निर्भर करता है। जो जाना चाहते हैं, वह मिले। जो नहीं जाना चाहते वह छह-सात माह इंतजार कर लें। उन्हें भी पता लग जाएगा। 

पार्टी के कई दिग्गज नेता पार्टी लाइन से हटकर बयानबाजी कर रहे

इसके अलावा उन्होंने कहा कि पहले बीरेंद्र सिंह ने बयान दिया था कि हम वो पार्टी छोड़कर कांग्रेस में आए थे जो सत्ता में थी और हो सकता है आने वाले समय में भी वो ही पार्टी सत्ता में रहे। पार्टी नेताओं के बीच लंबे समय से जारी खींचतान को रोकने, संगठनात्मक अनुशासन बनाए रखने और शिकायतों की जांच से जुड़े मामलों को लेकर कांग्रेस हाईकमान ने पिछले महीने हरियाणा कांग्रेस के अध्यक्ष राव नरेंद्र और विपक्ष के नेता के पद पर भूपेंद्र सिंह हुड्डा की नियुक्ति के एक माह बाद ही पार्टी ने राज्य स्तरीय अनुशासन समिति का गठन कर दिया, लेकिन बावजूद इसके पार्टी के कई दिग्गज नेता पार्टी लाइन से हटकर बयानबाजी कर रहे हैं। हरियाणा कांग्रेस के अध्यक्ष, सांसद और विधायक रह चुके पार्टी के वरिष्ठ नेता धर्मपाल मलिक को कांग्रेस की अनुशासन समिति का चेयरमैन बनाया गया है। प्राप्त जानकारी अनुसार कमेटी के पास तीन नेताओं की शिकायत आई थी जिनमें से संपत सिंह पहले ही पार्टी छोड़कर इनेलो ज्वाइन कर ली।

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