शनिवार को करनाल जिला सचिवालय परिसर में उस समय तनावपूर्ण माहौल बन गया जब यूथ कांग्रेस के कार्यकर्ताओं और पुलिस के बीच झड़प हो गई। यूथ कांग्रेस कार्यकर्ता जिला उपायुक्त को ज्ञापन देने जा रहे थे, लेकिन पुलिस ने उन्हें सचिवालय के पास ही रोक दिया, जिसके चलते धक्का-मुक्की और तीखी नोकझोंक देखने को मिली।
जनता के अधिकारों का हनन कर रही सरकार
प्रदर्शनकारी कार्यकर्ता पहले फव्वारा पार्क (सेक्टर-12) के निकट एकत्र हुए, जहां कार्यक्रम में पहुंचे युवा कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष उदय चिब ने सरकार पर गंभीर आरोप लगाए। उन्होंने कहा कि मौजूदा सरकार लोकतांत्रिक प्रक्रियाओं को कमजोर कर जनता के अधिकारों का हनन कर रही है। कांग्रेस कार्यकर्ताओं का कहना है कि वे केवल मतदान अनियमितताओं को लेकर डीसी को ज्ञापन सौंपना चाहते थे, लेकिन पुलिस ने रास्ते में ही रोककर उन्हें आगे बढ़ने नहीं दिया। कार्यकर्ताओं का आरोप है कि पुलिस ने लाठी का इस्तेमाल कर उन्हें रोकने की कोशिश की, जिसके कारण मौके पर अफरा–तफरी मच गई।
चुनाव आयोग और आयुक्त तक पर राजनीतिक दबाव बनाया गया
यूथ कांग्रेस अध्यक्ष उदय चिब ने मंच से सरकार पर सीधा हमला बोलते हुए कहा कि यह सरकार वोट चोरी करके सत्ता में आई है। चुनाव आयोग और आयुक्त तक पर राजनीतिक दबाव बनाया गया है। लोकतंत्र का गला घोंटा जा रहा है और कांग्रेस इसे कभी होने नहीं देगी। चिब ने यह भी दावा किया कि सरकार प्रशासनिक संस्थाओं को अपने राजनीतिक फायदे के लिए इस्तेमाल कर रही है और यह लोकतंत्र के खिलाफ सबसे गंभीर खतरा है।
आचार संहिता लागू होने के बावजूद 10-10 हजार रुपये बांटे गए
उदय चिब ने आरोप लगाया कि आचार संहिता लागू होने के बावजूद महिलाओं को 10-10 हजार रुपये बांटे गए, जो नियमों का प्रत्यक्ष उल्लंघन है। उनका कहना है कि सरकार जनता के टैक्स का पैसा चुनावी लाभ लेने के लिए इस्तेमाल कर रही है।
यह सरकार केवल वादों से सत्ता पाना चाहती है, निभाने की नीयत नहीं रखती
युवा कांग्रेस प्रमुख ने हरियाणा के एक बास्केटबॉल खिलाड़ी की हालिया मौत पर गहरा दुख प्रकट करते हुए कहा कि खिलाड़ियों की उपेक्षा करना राज्य सरकार की कार्यप्रणाली को दर्शाता है। उन्होंने कहा कि खिलाड़ी राज्य का गौरव होते हैं, लेकिन सरकार ने उनकी किसी मांग पर ध्यान नहीं दिया। यह सरकार केवल वादों से सत्ता पाना चाहती है, निभाने की नीयत नहीं रखती।
कोई वादा धरातल पर नहीं उतरा
चिब ने कहा कि चुनाव से पहले 500 रुपये में गैस सिलेंडर और बेटियों को स्कूटी देने की घोषणाएं की गई थीं, लेकिन कोई वादा धरातल पर नहीं उतरा। उन्होंने कहा कि सरकार को अब वादे निभाने की जरूरत ही नहीं लगती, क्योंकि उसका भरोसा काम पर नहीं बल्कि वोटों को प्रभावित करने की तरकीबों पर है।” प्रदर्शन के दौरान बड़ी संख्या में युवा कार्यकर्ता मौजूद रहे। उन्होंने चेतावनी दी कि लोकतंत्र को कमजोर करने वाली हर कोशिश का सड़कों पर मुकाबला किया जाएगा। उधर, पुलिस प्रशासन ने सुरक्षा कारणों का हवाला देते हुए कार्यकर्ताओं को डीसी से मिलने से रोके जाने की पुष्टि की है।
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