अपने विवादित बयानों के चलते निरंतर खुद अपने लिए और पार्टी के लिए दिक्कतें खड़ी करने वाले कैबिनेट मिनिस्टर राव नरवीर सिंह एक बार फिर से अपने बयानों के चलते विवादों में हैं। जाट और अहीर समुदाय को लेकर केबिनेट मंत्री ने टिप्पणी की जिसमें राव नरवीर ने जाति विशेष को टारगेट करते हुए कहा कि 2024 विधानसभा चुनाव में जाट समाज ने वोट नहीं दिए। गांव दौलताबाद में 15 करोड़ रुपए खर्च करने के बाद भी लोगों ने वोट नहीं दिए, जबकि कांग्रेस प्रत्याशी वर्धन यादव ने कोई काम नहीं किया। उसके बावजूद उसे 1,200 वोट दे दिए। लोग पूर्व विधायक राकेश दौलताबाद की पत्नी को वोट दे देते तो कोई बात नहीं होती क्योकि वो तो जाट जाति से हैं लेकिन इसके बावजूद लोगों ने अहीर समुदाय से आने वाले वर्धन यादव को वोट दे दी। उन्होंने कहा कि गांव दौलताबाद से 2014 में 4,900 वोट में 340 वोट मिली।
2 अधिकारी, दोनों जाट, एसडीओ भी जाट और एक्सईएन भी जाट, कहना नहीं मानते
पूर्व विधायक स्व. राकेश दौलताबाद ने अपने गांव दौलताबाद में 5 साल में 15 लाख रुपए भी खर्च नहीं किए, वहीं मुझे 15 करोड़ खर्च करने के बावजूद गांव दौलताबाद में 2 कॉलोनी समेत मुझे लगभग 420 वोट मिले। जाटों पर तल्ख और विवादित टिप्पणी जाट समुदाय पर एक और तल्ख व विवादित टिप्पणी करते हुए राव नरवीर ने कहा कि जाटों को चाहिए जाट मुख्यमंत्री। लोग नाराज होते हैं कि अधिकारी कहना नहीं मानते लेकिन गलती तो मेरे से हुई। 2 अधिकारी, दोनों जाट, एसडीओ भी जाट और एक्सईएन भी जाट। जाट समुदाय से आने वाले दिवंगत पूर्व विधायक राकेश दौलताबाद पर हमला बोलते हुए कहा कि 5 साल विधायक रहे मगर कोई काम नहीं करवा सके। नया विधायक 5 साल तक सचिवालय ढूंढता रहेगा।
कांग्रेस का आरोप : राव नरवीर जात-पात और बांटने की राजनीति करते
बता दें कि दिवंगत विधायक राकेश दौलताबाद की पत्नी कुमुदनी ने भी 2024 में बादशाहपुर विधानसभा क्षेत्र से निर्दलीय उम्मीदवार के तौर पर चुनाव लड़ा था। पार्टी से प्राप्त अंदरुनी जानकारी में सामने आया है कि पार्टी भी राव नरवीर के इन बयानों से असहज है और किनारा करती दिख रही है। कैबिनेट मिनिस्टर को घेर रही कांग्रेस हाजीपुर (पाटली) गांव में हुए एक कार्यक्रम में जाट और अहीर समुदायों के बारे में उनकी टिप्पणियों पर कांग्रेस ने तीखा पलटवार करते हुए कहा कि राव नरवीर जात-पात और बांटने की राजनीति करते हैं। 2024 के विधानसभा चुनाव में बादशाहपुर से कांग्रेस उम्मीदवार वर्धन राव ने मंत्री पर जातिवाद और वोट बैंक की राजनीति का आरोप लगाते हुए कहा कि राव नरवीर सिंह खासतौर पर एक जाति को निशाना बना रहे हैं और उसका अपमान कर रहे हैं और खुद को दूसरी जाति का हितैषी दिखाने की कोशिश कर रहे हैं।
उन्हें अपनी 60,000 वोटों की जीत पर घमंड हो गया : वर्धन राव
हालांकि, उनका इतिहास रहा है कि वे अपने ही रिश्तेदारों के प्रति भी ठीक और वफादार नहीं रहे हैं। उन्होंने राव नरवीर पर तंज कसते हुए कहा कि एक साल बाद भी उन्हें इस बात का दुख है कि उन्हें दौलताबाद में कोई वोट और समर्थन नहीं मिला और कांग्रेस उम्मीदवार को वहां केवल 1,200 वोट मिले। अब उन्हें अपनी 60,000 वोटों की जीत पर घमंड हो गया है। वर्धन राव ने कहा कि राव नरवीर वोट चोरी से चुने गए थे। यहां 74 हजार से ज्यादा वोट चोरी हुए पाए गए और वह सिर्फ 60 हजार वोटों से जीते। अब वह जातिवाद की बात करके समाज को बांटने की कोशिश कर रहे हैं। यह बहुत दुर्भाग्यपूर्ण है कि राज्य का जिम्मेदार मंत्री इस लेवल पर गिर गया है। कांग्रेस नेता ने आरोप लगाया कि राव नरवीर अब सिर्फ अपने गांव और पसंदीदा इलाकों में ही विकास करवा रहे हैं, जबकि बादशाहपुर के ज्यादातर गांव आज भी बेसिक सुविधाओं और इंफ्रास्ट्रक्चर के लिए तरस रहे हैं।
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