पानीपत के आर्य पीजी कॉलेज के सभागार में करनाल लोकसभा क्षेत्र के प्रबुद्ध नागरिक सम्मेलन का आयोजन किया गया, जिसमें भारतीय जनता पार्टी के पूर्व राष्ट्रीय महामंत्री कैलाश विजयवर्गीय (केबिनेट मंत्री, मध्यप्रदेश सरकार) बतौर मुख्य अतिथि शिरकत की। राज्यसभा सांसद कृष्ण लाल पंवार, पानीपत शहर विधायक प्रमोद विज और पानीपत ग्रामीण विधायक महिपाल ढांडा विशिष्ट अतिथि के रूप में शामिल हुए। विशेष अतिथि के रूप में घरौंडा विधायक हरविन्द्र कल्याण और भाजपा प्रदेश महामंत्री डॉ. अर्चना गुप्ता, गुरुद्वारा इसराना साहिब के प्रधान संत राजिन्द्र सिंह, करनाल भाजपा जिला अध्यक्ष योगेंद्र राणा और करनाल की पूर्व मेयर रेनू गुप्ता और चाँद भाटिया, विजय जैन उपस्थित रहे। सम्मेलन की अध्यक्षता करनाल लोकसभा क्षेत्र से सांसद संजय भाटिया ने की।
अपने भव्य स्वागत से मुख्य अतिथि कैलाश विजयवर्गीय गदगद हुए
भाजपा जिला अध्यक्ष दुष्यंत भट्ट, जिला महामंत्री एडवोकेट रोशन लाल माहला और कृष्ण छोक्कर मुख्य वक्ता के रूप में मौजूद रहे। कार्यक्रम का शुभारम्भ वन्दे मातरम और भारत माता की जय के साथ हुआ। इससे पहले मुख्य अतिथि का भव्य स्वागत किया गया। उत्साही कार्यकर्ताओं ने सभा स्थल तक जाते हुए जगह-जगह फूलों की वर्षा कर मुख्य अतिथि का जोरदार स्वागत किया और ऐतिहासिक शहर पानीपत में अपने भव्य स्वागत से मुख्य अतिथि कैलाश विजयवर्गीय गदगद हुए। सभी वक्ताओं ने पं. दीनदयाल उपाध्याय, डॉ. श्यामा प्रसाद मुखर्जी, केशव बलिराम हेडगेवार और पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी और लाल बहादुर शास्त्री को बार – बार याद किया गया।
जातिवाद, परिवारवाद और तुष्टिकरण सबसे बड़ी बुराई
सम्मलेन को संबोधित करते हुए मुख्य अतिथि कैलाश विजयवर्गीय ने कहा कि राष्ट्रवाद में जातिवाद, परिवारवाद और तुष्टिकरण सबसे बड़ी बुराई है। यदि देश को इन बुराइयों से बचाना है तो मोदी को ही राष्ट्रहित में 400 पार करके पुनः प्रधानमंत्री बनाना है। उन्होंने कहा कि पंडित दीनदयाल उपाध्याय के बताए अन्त्योदय के मार्ग पर चलते हुए भाजपा केंद्र व प्रदेश सरकारें समाज की आखिरी पंक्ति में खड़े हर व्यक्ति का उत्थान करने का प्रयास का रही है। सरकार के इन्ही प्रयासों के कारण 23 करोड़ लोग गरीबी रेखा से ऊपर आ गए हैं।
ये रहे मौजूद
सम्मेलन में पूर्व चेयरमैन सुरेन्द्र जलमाना, उपाध्यक्ष प्राण रत्नाकर, पूर्व मेयर अवनीत कौर, जिला सचिव ज्योति शर्मा, केडी शर्मा, सुनील कंसल, प्रधान रमेश वर्मा, गौरव श्रीवास्तव, प्रमोद कुराडिया, जयदेव नौल्था, वेद पाराशर, राजेन्द्र शर्मा, सतीश गौतम, टेकराम मराठा, पुष्पेन्द्र शर्मा सहित सभी धार्मिक संगठनों के प्रधान, शिक्षाविद, औद्योगिक संगठनों के प्रधान, महिला संगठन प्रधान, अधिवक्ता संगठनों के प्रतिनिधि और पूर्व कर्मचारी संगठनों के पदाधिकारी तथा सभी समाजसेवी मौजूद रहे।
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