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आम आदमी पार्टी हरियाणा में सीएए लागू नहीं होने देगी : अनुराग ढांडा

आम आदमी पार्टी हरियाणा में सीएए लागू नहीं होने देगी : अनुराग ढांडा

अगर 10 साल में कुछ अच्छा काम कर लेते तो शायद आज सीएए की जगह अपने कामों पर वोट मांग रहे होते

आम आदमी पार्टी के वरिष्ठ प्रदेश उपाध्यक्ष अनुराग ढांडा

आम आदमी पार्टी के वरिष्ठ प्रदेश उपाध्यक्ष अनुराग ढांडा ने सीएए के मुद्दे पर भाजपा सरकार को घेरते हुए कहा कि केंद्र सरकार ने देश में सीएए लागू करने का नोटिफिकेशन जारी किया है। 10 साल देश पर राज करने के बाद चुनाव से बिल्कुल पहले इन लोगों को बात करनी पड़ रही है। अगर 10 साल में कुछ अच्छा काम कर लेते तो शायद आज सीएए की जगह अपने कामों पर वोट मांग रहे होते। उन्होंने कहा कि सीएए लागू होने से हरियाणा में भी और बेरोजगारी बढ़ जाएगी जिससे और ज्यादा गरीबी बढ़ेगी।

सीएए लागू होने से और बढ़ेगी गरीबी

उन्होंने कहा ना केवल गरीबी बढ़ेगी, बल्कि कानून व्यवस्था भी बिगड़ जाएगी। आम आदमी पार्टी हरियाणा में सीएए लागू नहीं होने देगी। हरियाणा में पाकिस्तानी लोगों को रोजगार और नागरिकता देने पर सुरक्षा व्यवस्था पर सवालिया निशान खड़े हो जायेंगे। जगह-जगह हुड़दंग बाजी बढ़ जाएगी। जिससे आम आदमी का जीना मुश्किल हो जाएगा। आज देश के सामने सबसे बड़ी समस्या महंगाई और बेरोजगारी की है। किसी के लिए भी घर चलाना मुश्किल हो रहा है। हरियाणा के युवा रोजगार के लिए दर-दर ठोकरें खा रहे हैं। उन पर डंडे लाठियां बरसाई जा रही हैं। ऐसे में सरकार बेरोजगारी और महंगाई का समाधान ढूंढने की बजाय सीएए पर बात कर रही है।

अपने बच्चों को रोजगार नहीं, उनके बच्चों को रोजगार देना चाहते हैं

उन्होंने कहा कि सीएए के लागू बड़ी संख्या में वहां से अल्पसंख्यकों को हमारे देश में लाया जाएगा। उनको रोजगार दिए जाएंगे। उनके लिए घर बनाने जाएंगे। उन्हें यहां बसाया जाएगा। बीजेपी की केंद्र सरकार से हमारे बच्चों को रोजगार नहीं दिए जा रहे हैं लेकिन पाकिस्तान से लोगों को लाकर उनके बच्चों को रोजगार देना चाहते हैं। जबकि प्रदेश में पहले ही बेरोजगारी चरम सीमा पर पहुंच चुकी है। सीएए के लागू होने से लाखों लोग हरियाणा की सरकारी और पंचायती जमीन कर कब्जा कर लेंगे। जिससे गांवों और शहरों में अव्यवस्था बढ़ जाएगी।

अगर डेढ़ करोड़ लोग भी भारत आ गए तो इनको कौन रोजगार देगा?

उन्होंने कहा कि बीजेपी वाले पाकिस्तान से लोगों को बुलाकर भारत में उन्हें घर देना चाहते हैं। भारत सरकार का जो सरकारी पैसा हमारे परिवार और देश के विकास पर खर्च होना चाहिए, वह पैसा पाकिस्तानियों को भारत में बसाने पर खर्च किया जाएगा। इन तीन देशों में लगभग ढाई से 3 करोड़ अल्पसंख्यक हैं। यह तीनों बहुत गरीब देश हैं। जैसे ही भारत के दरवाजे खुलेंगे, इन तीन देशों से भारी भीड़ हमारे भारत में आ जाएगी। अगर डेढ़ करोड़ लोग भी भारत आ गए तो इनको कौन रोजगार देगा? इनको कहां बसाओगे? बीजेपी वाले इनको अपने घर में बसाएंगे? बीजेपी वाले इनको रोजगार देंगे?

वोट बैंक की गंदी राजनीति

उन्होंने कहा कि ये भाजपा की वोट बैंक की गंदी राजनीति है। इन तीनों देशों से लोगों को लाकर चुन चुनकर देश के अलग-अलग भागों में बसाया जाएगा, जिससे जहां-जहां बीजेपी के वोट कम हैं, वहां बीजेपी का पक्का वोट बैंक तैयार हो जाएगा। भविष्य के चुनाव में बीजेपी को इससे बहुत बड़ा चुनावी फायदा मिल सकता है। एक तरफ बीजेपी की सरकार, हरियाणा के बच्चों को रोजगार देने में असमर्थ है। रोजगार के लिए हरियाणा सरकार अपने बच्चों को इसराइल भेज रही है। हम जानते हैं कि इसराइल में युद्ध चल रहा है। हमारे बच्चों को युद्ध में धकेला जा रहा है। अपने बच्चों के लिए रोजगार नहीं है लेकिन पाकिस्तानी लोगों को लाकर उन्हें रोजगार देना चाहते हैं। उन्होंने कहा कि कोई भी देश अपने पड़ोसी देश के गरीबों को अपने घर नहीं लाना चाहता है। इसको रोकने के लिए हर देश तरह-तरह के कानून बनाता है। बॉर्डर पर दीवारें और तारे लगाई जाती हैं जिससे कोई अंदर न आ सके। बीजेपी शायद पूरी दुनिया की अकेली पार्टी है जो पड़ोसी देशों के गरीब लोगों को अपने देश में घुसने के लिए दरवाजे खोल रही है। पिछले 10 साल में 11 लाख से ज्यादा भारत के बड़े-बड़े अमीर उद्योगपति और व्यापारी भारत छोड़कर चले गए।

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