लोकसभा चुनाव 2024 के ऐन वक्त पर नेताओं का एक पार्टी से दूसरी पार्टी आने -जाने का सिलसिला लगातार जारी है। अभी हाल ही में कांग्रेस नेता नवीन जिंदल पार्टी छोड़कर भाजपा में शामिल हुए थे। वहीं अब नवीन जिंदल की माता एवं देश की सबसे समृद्ध महिला सावित्री जिंदल भी कांग्रेस पार्टी को छोड़ गुरुवार को भाजपा में शामिल हो गई हैं। पार्टी में शामिल होने पर मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी ने उन्हें पार्टी का पटका पहनाया। उल्लेखनीय है कि हिसार लोकसभा से बीजेपी प्रत्याशी रणजीत सिंह के चुनाव कार्यालय का उद्घाटन करने सीएम नायब सिंह सैनी, पूर्व सीएम मनोहर लाल पहुंचे थे। कार्यालय के उद्घाटन मौके पर ही पूर्व मंत्री सावित्री जिंदल भाजपा में शामिल हुईं।
सावित्री जिंदल ने एक्स लिखा संदेश
उन्होंने एक्स पर लिखा : मैंने विधायक के रूप में 10 साल हिसार की जनता का प्रतिनिधित्व किया और मंत्री के रूप में हरियाणा प्रदेश की निस्वार्थ सेवा की है। हिसार की जनता ही मेरा परिवार है और मैं अपने परिवार की सलाह पर आज कांग्रेस पार्टी की प्राथमिक सदस्यता से इस्तीफा दे रही हूं। कांग्रेस नेतृत्व के समर्थन के लिए व सभी साथियों का जिन्होंने हमेशा मुझे अपना सहयोग और मान-सम्मान दिया, उनकी मैं सदैव आभारी रहूंगी।
जिंदल ग्रुप के साथ गहरा रिश्ता
बता दें कि सावित्री जिंदल का जिंदल ग्रुप के साथ गहरा रिश्ता है। उनके पति ओमप्रकाश जिंदल ने इस ग्रुप की शुरुआत की थी। इस ग्रुप का कारोबार देश-विदेश में है। शुरुआत में ओमप्रकाश ग्रुप को स्वयं संभालते थे, लेकिन 2005 में उनकी एक हादसे में मौत हो गई। जिसके बाद से सावित्री जिंदल ने ग्रुप की कमान संभाली है। सावित्री जिंदल ने राजनीति में भी अपना योगदान दिया है। उनके बेटे नवीन जिंदल 2005 में कांग्रेस की टिकट पर कुरुक्षेत्र से सांसद रहे। उन्होंने कई साल तक राजनीति में सक्रिय भूमिका निभाई।
बेटे के बाद तय था कांग्रेस छोड़ना
कांग्रेस से लंबे समय तक जुड़े रहे, पिता की विरासत को आगे बढ़ाने की कोशिशों में जुटे नवीन जिंदल ने 24 मार्च को एक्स पर कांग्रेस की प्राथमिक सदस्यता से इस्तीफा दिया और उसी दिन भाजपा का दामन थाम लिया। उसी दिन बीजेपी हरियाणा के पूर्व मंत्री ओ पी जिंदल के बेटे नवीन को आगामी लोकसभा चुनाव के लिए कुरुक्षेत्र से भाजपा का उम्मीदवार बनाया।
एक नजर सियासी सफर पर
साल 2005 में पति और जिंदल समूह के संस्थापक ओपी जिंदल की मृत्यु के बाद जिंदल को हिसार निर्वाचन क्षेत्र से हरियाणा विधानसभा के लिए चुना गया। 2009 में हिसार से फिर से चुनी गईं और अक्टूबर 2013 में उन्हें हरियाणा सरकार में कैबिनेट मंत्री नियुक्त किया गया। साल 2006 में शहरी स्थानीय निकाय और आवास राज्य मंत्री के रूप में उन्होंने काम किया, 2014 के हरियाणा विधानसभा चुनाव में उन्हें हिसार से हार का सामना करना पड़ा था।
पति की मौत के बाद बखूबी निभाई सभी जिम्मेदारी
जिस उम्र में आम शख्स रिटायरमेंट की सोचता है उस वक्त में विधि के विधान ने कुछ ऐसा लिखा कि 55 साल की सावित्री के सामने अपने परिवार को चलाने का सवाल खड़ा हो गया। पति का हेलीकॉप्टर क्रैश में निधन हो गया। स्थापित परिवार था लेकिन जो था उसे संभालने के लिए मजबूत और जिम्मेदार कंधे की दरकार थी। सावित्री आगे आई। 9 बच्चों की मां ने घर और बाहर का काम बखूबी निभाया। उनकी राजनीतिक विरासत, बिजनेस, सामाजिक कार्य से जुड़ी जिम्मेदारी सावित्री ने एक-एक कर सब निभाई।
देश की सबसे अमीर महिला
भारत की सबसे अमीर महिला सावित्री जिंदल जिंदल समूह का विशाल कारोबार संभाल रही हैं। वो कंपनी की चेयरपर्सन हैं। ब्लूमबर्ग बिलियनेयर्स इंडेक्स के मुताबिक, 28 मार्च 2024 तक सावित्री जिंदल की कुल संपत्ति 29.6 अरब डॉलर है। भारतीय रुपयों में करीब 2.47 लाख करोड़ रुपये के आस-पास बैठती है। देश की सबसे अमीर महिलाओं की लिस्ट में इनका नाम पहले नंबर पर आता है।
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