सिरसा में जजपा विधायक नैना चौटाला ने एक बड़ा बयान देते हुए कहा है कि अजय चौटाला परिवार का कोई एक सदस्य हिसार लोकसभा चुनाव जरूर लड़ेगा। वहीं हिसार के एक गांव में किसानों द्वारा किए गए विरोध पर उन्होंने कहा कि दुष्यंत चौटाला का विरोध करने वाले किसान नहीं हैं, बल्कि दूसरी पार्टियों के लोग हैं। पहले भी काफी लोगों ने दुष्यंत चौटाला को दबाने की कोशिश की थी। न तो दुष्यंत डरेगा और न ही झुकेगा। वह संघर्ष करता रहेगा और संघर्ष के जरिए ही एक दिन हरियाणा का मुख्यमंत्री बनेगा।
जजपा के घोषणा पत्र में शामिल घोषणाओं पर भाजपा ने सुनवाई नहीं की
नैना ने यह भी कहा कि लोकसभा चुनाव के लिए जजपा की सभी तैयारियां पूरी हो चुकी हैं। हरियाणा की सभी 10 लोकसभा सीटों पर जजपा चुनाव लड़ेगी। सीटों की शेयरिंग न होने की वजह से ही भाजपा के साथ गठबंधन टूटा है। जजपा जितनी सीटें मांग रही थी, उतनी सीटें भाजपा नहीं दे रही थी। इतना ही नहीं, जजपा के घोषणा पत्र में शामिल घोषणाओं पर भाजपा हाईकमान ने कोई सुनवाई नहीं की। दुष्यंत चौटाला के 5,100 बुढ़ापा पेंशन को भी भाजपा हाईकमान ने पूरा नहीं किया। ऐसे में गठबंधन का हमें कोई फायदा नहीं था।
दुष्यंत चौटाला ने तन-मन से भाजपा का पूरी ईमानदारी से साथ दिया
उन्होंने कहा कि जननायक जनता पार्टी हमेशा संघर्ष करती रहती है और आगे भी संघर्ष करती रहेगी। संघर्ष के जरिए ही चुनाव भी जीतेंगे। दूसरी पार्टियों की तरह ही भाजपा के नेता भी रोजाना गठबंधन टूटने की बात करते थे। हमारी पार्टी भाजपा में मर्ज नहीं हुई है। दुष्यंत चौटाला ने तन-मन से भाजपा का पूरी ईमानदारी से साथ दिया। 2019 के विधानसभा चुनाव में लोग कहते थे कि जजपा में मां-बेटे के अलावा कोई नहीं जीतेगा। 2019 के चुनाव में जजपा के संघर्ष के चलते ही 10 सीटें आई थी। इतना ही नहीं, नगर परिषद, जिला परिषद और सरपंची चुनाव जजपा ने भाजपा से अलग लड़ा था और कामयाबी हासिल की थी। उसी तरह अब जजपा लोकसभा चुनाव भी अलग ही लड़ेगी।
related
Latest stories
ये किसान व आढ़ती को ख़त्म करने का 'षड्यंत्र' नहीं तो क्या है? सदन में भाजपा पर गरजे आदित्य
सरकार द्वारा 'आंकड़े न कभी छुपाए जाते हैं, न कभी छुपाए जाएंगे', जानिए मुख्यमंत्री सैनी ने ऐसा क्यों कहा
'वे नहीं जानती कि पराली क्या होती है' दिल्ली सीएम पर बड़ोली का तंज - बोले पहले खेतों में जाकर पराली देखनी चाहिए