लोकसभा चुनाव से पहले ही भाजपा प्रत्याशियों के प्रति आमजन का रोष बढ़ता जा रहा है। प्रदेश में कई जगह भाजपा प्रत्याशियों को जनता के विरोध का सामना करना पड़ रहा है। जिला रोहतक के महम में भाजपा के लोकसभा प्रत्याशी एवं सांसद डॉ. अरविंद शर्मा का विरोध किया गया। सूत्रों के अनुसार के कार्यक्रम के बीच कुछ युवकों ने भारतीय किसान यूनियन चढ़ूनी ग्रुप के झंडे दिखाकर कार्यक्रम का विरोध किया।
9 अप्रैल को महम में है मुख्यमंत्री की रैली
हालांकि कार्यक्रम के दौरान सांसद बोलते रहे, जबकि बाहर युवक हंगामा करते रहे। इस दौरान किसानों ने अरविंद शर्मा को काले झंडे दिखाए। उसके बाद अरविंद शर्मा को अपना भाषण बीच में ही छोड़कर जाना पड़ा। वहीं कार्यक्रम के दौरान विरोध कर रहे किसानों एवं भाजपा समर्थकों में जमकर हंगामा भी हुआ। उल्लेखनीय है कि 9 अप्रैल को महम में मुख्यमंत्री की रैली है, जिसका न्योता देने के लिए भाजपा प्रत्याशी अरविंद शर्मा रविवार को महम के 10 से ज्यादा गांवों में पहुंचे थे। उन्हें सैमाण व भैणी सुरजन गांव में उस समय कड़े विरोध का सामना करना पड़ा, जब सांसद व अन्य भाजपा नेता जनसभा को संबोधित कर रहे थे।
भाजपा किसानों को बॉर्डर पर रोक सकती है तो किसान भी गांव में नहीं घुसने देंगे
कार्यक्रम ख़त्म होने के बाद जैसे ही सांसद बाहर आए तो किसानों ने यूनियन के झंडे दिखाए और विरोध जताया। इसी प्रकार गांव भैणी सुरजन की चौपाल में भी सांसद के कार्यक्रम के बीच विरोध करते हुए प्रदर्शनकारी अंदर तक घुस गए और विरोधी नारे लगाने लगे। इस दौरान जब सांसद जनसभा से जाने लगे तो सड़क पर जाते समय सांसद के काफिले को काले झंडे दिखाकर विरोध जताया। भारतीय किसान यूनियन के युवा जिलाध्यक्ष भैणी सुरजन निवासी अंकुश सिवाच का कहना है कि भाजपा सरकार अगर किसानों को बॉर्डर पर रोक सकती है तो किसान गांव में नहीं घुसने देंगे।
चुनाव से पहले भाजपा के कई उम्मीदवारों का हो रहा विरोध
हरियाणा में लोकसभा चुनाव से पहले भाजपा के कई उम्मीदवारों का विरोध हो रहा है। इस दौरान सोनीपत के भाजपा प्रत्याशी मोहनलाल बड़ौली को भी रविवार को गांव रोहणा में विरोध का सामना करना पड़ा। किसानों ने गांव में उन्हें काले झंडे दिखाए। बाद में चौपाल में चल रहे कार्यक्रम में भी उनको भाग लेने से रोका गया। इसके अलावा हिसार में रणजीत चौटाला, जजपा नेता एवं पूर्व उप मुख्यमंत्री दुष्यंत चौटाला, सिरसा के अशोक तंवर को भी चुनाव प्रचार के दौरान अपने हलकों में विरोध का सामना करना पड़ रहा है।
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