प्रदेश में लोकसभा चुनाव को लेकर दल बदल का सिलसिला जारी है। प्रदेश के पूर्व केंद्रीय मंत्री बीरेंद्र सिंह ने मंगलवार को अपनी पत्नी प्रेमलता के साथ कांग्रेस का हाथ थाम लिया है। बीरेंद्र सिंह ने दिल्ली पहुंचकर पार्टी की सदस्यता ग्रहण की। इस दौरान उन्हें प्रदेश अध्यक्ष उदयभान ने पार्टी का पटका पहनाया।
बृजेंद्र सिंह एक महीने पहले ही हो चुके हैं कांग्रेस में शामिल
उल्लेखनीय है कि उनके पुत्र बृजेंद्र सिंह एक महीने पहले ही कांग्रेस में शामिल हो चुके हैं। ज्ञात रहे कि पूर्व केंद्रीय मंत्री चौधरी बीरेंद्र सिंह एवं उनकी पत्नी प्रेम लता सिंह ने गत दिवस भाजपा को अलविदा कह दिया था। इसको लेकर बीरेंद्र सिंह और उनकी पत्नी पूर्व विधायक प्रेमलता सिंह ने भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष जगत प्रकाश नड्डा को इस्तीफा भेज दिया था।
एक नजर चौधरी बीरेंद्र सिंह के राजनीतिक सफर पर
चौधरी बीरेंद्र सिंह उचाना से पांच बार जीतकर विधायक बन चुके हैं। वह 1977 से 82, 1982 से 84 1991 से 1996, 1996 से 2000 तथा 2005 से 2009 तक विधायक रहे। तीन बार वह कैबिनेट मंत्री भी बने। उन्होंने तीन बार सांसद के रूप में भी कार्य किया। पिछली केंद्र सरकार में वह केंद्र में मंत्री भी रहे। उनके बेटे बृजेंद्र सिंह 2019 में हिसार लोकसभा से सांसद चुने गए थे। अब वह भाजपा को अलविदा कहकर कांग्रेस में आ गए हैं। बीरेंद्र सिंह भी मंगलवार को दिल्ली में कांग्रेस में शामिल होंगे। उनके कई समर्थक भी कांग्रेस में शामिल होंगे। प्रदेश में वर्षों बाद बीरेंद्र सिंह की कांग्रेस में वापसी को लेकर चर्चा खूब हो रही है।
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