भाजपा के सिरसा लोकसभा प्रत्याशी डॉ अशोक तंवर चुनाव प्रचार के दौरान एक बार फिर विरोध का सामना करना पड़ा। उल्लेखनीय है कि सिरसा के कालांवाली हलके में अशोक तंवर का न केवल जमकर विरोध हुआ, बल्कि उनको किसानों और आमजनता के तीखे सवालों का भी सामना करना पड़ा, जिसमें वो खास जवाब नहीं दे पाए। तंवर के पास किसी सवाल का कोई जवाब नहीं था और बातों को घुमाने लगे।
तंवर से सवाल जवाब करने के लिए डबवाली हलका के गांव घुकांवाली में एकत्रित किसान
जानकारी मुताबिक संयुक्त किसान मोर्चा गैर राजनीतिक के आह्वान पर शनिवार को हरियाणा किसान एकता डबवाली के सदस्य एस पी मसीतां, प्रधान मनदीप देसूजोधा व अन्य किसान साथी भाजपा के सिरसा लोकसभा प्रत्याशी अशोक तंवर से सवाल जवाब करने के लिए डबवाली हलका के गांव घुकांवाली में एकत्रित होना शुरू हो गए।
किसानों के तीखे सवाल
मसीतां ने कहा कि किसान आंदोलन के दौरान शहीद हुए सैकड़ों किसानों को इंसाफ क्यों नहीं मिला? भाजपा सरकार द्वारा की वादाखिलाफी के विरोध में दिल्ली जा रहे किसानों के रास्ते में भाजपा सरकार ने कील कंटीली तारें और बड़े-बड़े पत्थर लगाकर रास्ता क्यों रोका? सरसों की फसल बेचने में आ रही मुश्किलें और 72 घंटे के अंदर भुगतान न होने की बात पर तंवर के पास कोई जवाब नहीं था।
क्या मज़बूरी थी जो एक साल में इतने दल बदले
मसीतां ने कहा कि आप किसानों के प्रति अपना स्टैंड स्पष्ट करो और ऐसी क्या मजबूरी थी कि आप पिछले एक साल में एक से दूसरा राजनैतिक दल बदलते गए। इतना सुनते ही अशोक तंवर तिलमिलाते हुए भाग खड़े हुए तो किसानों ने मुर्दाबाद के नारे लगाते हुए काले झंडे दिखाए। मसीतां ने कहा कि ये दल-बदलू लोग मौका परस्त हैं। अपने निजी स्वार्थों के लिए पार्टी बदलना तो छोटी बात है, कुछ भी कर सकते हैं। ऐसे लोगों से आम जन को बचना चाहिए और वोट की चोट मार कर बाहर का रास्ता दिखाएं। उन्होंने सभी गांवों में ऐसे मौकापरस्त लोगों से सवाल-जवाब करने की आमजन से अपील की।
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