हरियाणा-पंजाब के शंभू रेलवे स्टेशन पर किसानों के धरने को शुक्रवार को तीसरा दिन हो चुका है। किसानों ने रेलवे ट्रैक को पूरी तरह जाम कर दिया है। किसानों रेल रोको आंदोलन के चलते हरियाणा से पंजाब, दिल्ली, उत्तर प्रदेश और जम्मू-कश्मीर आवागमन करने वाली करीब सभी ट्रेनें प्रभावित हो रही हैं। वहीं रेलवे ने कई ट्रेनों को रद्द कर दिया है तो वहीं कई ट्रेनों के रूट को बदल दिया गया है। रूट डायवर्ट और ट्रेनों के रद्द होने के कारण यात्रियों को ख़ासी दिक्क़तों का सामना करना पड़ रहा है। वहीं अंबाला कैंट के बाहर खड़े निजी वाहन चालकों की चांदी हो रही है। निजी वाहन चालक यात्रियों से 3 गुणा किराया वसूल कर रहे हैं।
हमारा साथी जिंदगी और मौत की लड़ाई लड़ रहा है, इसमें लोग हमें सहयोग करें
ग़ौरतलब है कि संयुक्त किसान मोर्चा (गैर राजनीतिक) एवं किसान-मजदूर मोर्चा के आह्वान पर 13 फरवरी से किसान आंदोलनरत हैं। इस दौरान पुलिस कई किसान नेताओं को गिरफ्तार कर चुकी है। पहले पुलिस ने अनीश खटकड़ को गिरफ्तार किया। वह जींद जेल में बंद हैं। 28 मार्च को अंबाला पुलिस ने युवा किसान नेता नवदीप सिंह जलबेड़ा और गुरकीरत सिंह को गिरफ्तार किया। यह दोनों अंबाला सेंट्रल जेल में हैं। किसानों की मांग है कि किसान नेताओं को जल्द रिहा किया जाए। वहीं किसान नेता जगजीत डल्लेवाल का कहना है कि सरकार ने भरोसा देकर भी उन्हें रिहा नहीं किया। हमारा किसान साथी जेल में मरणव्रत पर बैठा है। जब तक सरकार उसे रिहा नहीं करती, हम ट्रैक खाली नहीं करेंगे। अगर सरकार अभी रिहा कर दे तो हम 10 मिनट में हट जाएंगे। आम लोगों की परेशानी को लेकर डल्लेवाल ने कहा कि हमारा साथी जिंदगी और मौत की लड़ाई लड़ रहा है, इसमें लोग हमें सहयोग करें।
जल्द ही एक बड़ा कदम उठा सकते हैं किसान
वहीं किसान ने सरकार पर अनदेखी करने के आरोप लगा रहे है। किसानों ने सरकार को संकेत देते हुए चेताया है कि अगर नवदीप सिंह जलबेहड़ा सहित तीनों किसानों को जेल से रिहा नहीं किया गया तो किसान जल्द ही एक बड़ा कदम उठाने को मज़बूर हो सकते हैं। इसी सिलसिले में किसान नेता सरवन सिंह पंधेर शुक्रवार को शंभू बॉर्डर पर पत्रकारों से वार्ता कर सकते हैं। उधर अंबाला डिवीजन के सीनियर डीसीएम का कहना है कि किसानों ने शंभू स्टेशन पर रेल ट्रैक जाम किया हुआ है। जिस कारण कई ट्रेनें प्रभावित हो रही हैं। रेलवे रूट डायवर्ट करके पंजाब और जम्मू-कश्मीर तक ट्रेनों को पहुंचाया जा रहा है। इतना ही नहीं, अंबाला कैंट तक पहुंचने के लिए भी ट्रेनों के रूट बदलाव किए गए हैं। डीसीएम का कहना है कि जो ट्रेनें रद्द हुई है। ऐसे में टिकट कैंसिल होने पर यात्री को उनका पूरा पैसा वापस किया जाएगा। इसके लिए स्टेशन पर 5 इन्क्वायरी काउंटर बनाए गए हैं।
किसानों ने सरकार को 16 अप्रैल तक का समय दिया था
उल्लेखनीय है कि धरने पर बैठे किसान सरकार से नवदीप सिंह जलबेड़ा सहित 3 किसानों की रिहाई की मांग कर रहे हैं। इसे लेकर पहले उनकी हरियाणा और पंजाब सरकार के साथ बैठक हुई थी। जिसके बाद उन्हें रिहाई का आश्वासन भी दिया गया था। इसके लिए किसानों ने सरकार को 16 अप्रैल तक का समय दिया था। इसके बाद भी जब सरकार ने उनकी रिहाई नहीं की तो किसान रेलवे ट्रैक पर धरने पर उतर आए हैं। रेलवे ट्रैक पर किसानों के चल रहे 3 दिन से धरने के कारण आमजन और यात्रियों को परेशानी झेलनी पड़ रही है।
हम नहीं चाहते कि रेलवे ट्रैक जाम हो, सरकार ने किया मज़बूर
किसानों के इस आंदोलन की अगुवाई कर रहे किसान नेता सरवन सिंह पंधेर का कहना है कि बुधवार दोपहर साढ़े 12 बजे से धरना चल रहा है। यह धरना आगे भी चलता रहेगा। एक राउंड की बात डीआईजी रेंज पटियाला और एसएसपी पटियाला से हुई, जिसमें सहमति नहीं बनी। उसके बाद कोई बात नहीं हुई। उन्होंने कहा कि किसानों को आसानी से रिहा किया जा सकता है, लेकिन हरियाणा और केंद्र की सरकार अहंकारी है। यह हरियाणा को उठने नहीं देना चाहते। नौजवानों को इस लहर में शामिल होने से रोक रहे हैं। सरवन सिंह पंधेर का कहना है कि हम नहीं चाहते कि रेलवे ट्रैक जाम हो, लेकिन केंद्र सरकार इसके लिए किसानों को मजबूर कर रही है।
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