लोकसभा चुनाव के लिए नामांकन दाखिल करवाने गुरुग्राम पहुंचे मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी का समन्वय राज्य मंत्री और सांसद राव इंद्रजीत सिंह से अद्भुत दिखाई दे रहा है। मुख्यमंत्री ने गुरुग्राम पहुंचकर शीतला माता के दर्शन किए और फिर राव इंद्रजीत सिंह के नामांकन से पहले आयोजित कार्यक्रम में पहुंचे। पूरे कार्यक्रम और नामांकन दाखिल करने के दौरान दोनों नेता साथ ही दिखे लेकिन उससे कहीं आगे बढ़कर दोनों में जो समीकरण दिखाई दिए वो भाजपा की राजनीति के लिए दूरगामी असर वाले साबित होंगे।
राव इंद्रजीत सिंह का कद किसी से छुपा नहीं
पूरे दक्षिण हरियाणा में खास तौर पर अहीरवाल बेल्ट में राव इंद्रजीत सिंह का कद किसी से छुपा नहीं है, साथ ही नायब सिंह सैनी जब से मुख्यमंत्री बने हैं, उन्होंने पार्टी के सभी दिग्गजों और उससे आगे बढ़कर सभी कार्यकर्ताओं से समन्वय बनाने में हमेशा दो कदम आगे बढ़कर पहल की है। राव इंदरजीत सिंह को जो मान सम्मान उन्होंने दिया है उससे राव भी बेहद प्रफुल्लित दिखे। नायब सिंह सैनी की ये शैली भाजपा के तमाम नेताओं को रास आ रही है, साथ ही कार्यकर्ताओं को जब वो कहते हैं कि 4 जून के बाद आपके सभी काम तेज़ी से होंगे तो छिटके हुए कार्यकर्ताओं में भी एक नया जोश आ जाता है।
राव साहब के सामने तो कांग्रेस प्रत्याशी तक उतारने की हिम्मत नहीं कर पा रही
कद के मुताबिक राव इंद्रजीत सिंह को सम्मान मिलने से भाजपा आगामी राजनीति को भी साध रही है। दोनों ही नेता पिछड़े वर्ग के अलग-अलग समुदायों में अपनी मजबूत पकड़ रखते हैं और दोनों अगर मिलकर ऐसे ही साथ चले तो आगामी विधानसभा चुनाव में भी भाजपा का भविष्य उज्जवल है। नायब सिंह सैनी ने चुटकी लेते हुए कहा कि राव साहब के सामने तो कांग्रेस प्रत्याशी तक उतारने की हिम्मत नहीं कर पा रही तो ये शब्द सुनकर राव इंदरजीत सिंह गदगद दिखे। नायब सिंह सैनी ने मिठाई खिलाकर प्रचंड जीत के लिए उन्हें अग्रिम बधाई दे दी।
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