भूपेंद्र सिंह हुड्डा और मनोहर लाल खट्टर की मिली भगत की अंदरुनी सांठ-गांठ है और इसी के चलते हुड्डा ने खट्टर को फायदा पहुंचाने के लिए करनाल लोक सभा क्षेत्र से डमी कैंडिडेट देकर जनता के साथ धोखा करने का काम किया गया है। उक्त आरोप इनेलो और एनसीपी के करनाल लोकसभा सीट से सांझे उम्मीदवार मराठा वीरेंद्र वर्मा ने लगाए हैं। इनेलो के पिछड़ा वर्ग प्रकोष्ठ के जिला अध्यक्ष रणधीर सिंह जांगड़ा के कार्यालय में आयोजित पार्टी के कार्यकर्ता सम्मेलन में वीरेंद्र वर्मा ने कहा कि जब इंडी गठबंधन का करनाल लोकसभा से नाम गया तो मुझे पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष शरद पवार ने बुलाया और कहा कि आप करना लोकसभा क्षेत्र से तैयारी करो।
कांग्रेस पार्टी की लिस्ट से मेरा नाम काट दिया गया
वीरेंद्र मराठा ने कहा कि इस दौरान हरियाणा से एक वरिष्ठ नेता राहुल गांधी और मल्लिकार्जुन खड़के के पास गए और उन्होंने कहा कि अगर वीरेंद्र मराठा को करनाल से इंडी गठबंधन का प्रत्याशी बनाया तो हम कांग्रेस पार्टी छोड़ देंगे और इस डर के कारण कांग्रेस पार्टी की लिस्ट से मेरा नाम काट दिया गया और भूपेंद्र हुड्डा के कहने के अनुसार करनाल से दिव्यांशु बुद्धिराजा को कांग्रेस पार्टी से प्रत्याशी बनाया गया। उन्होंने कहा कि अब प्रदेश में इंडी गठबंधन नहीं है और हुड्डा की खट्टर के साथ-साथ की गई सांठ-गांठ को लेकर केवल करनाल लोकसभा की जनता ही नहीं प्रदेश की जनता नाराज हो गई है कि हुड्डा ने खट्टर को जीताने के लिए इसे उतारा है।
करनाल में दोनों बाहरी प्रत्याशी
मराठा ने कहा कि करनाल से कांग्रेस का प्रत्याशी दिव्यांशु बुद्धिराजा और मनोहर लाल खट्टर ऐसे कैंडिडेट हैं, जिनमें कोई भी अते-पते नहीं है, यानी वह दोनों बाहरी प्रत्याशी हैं, लेकिन उपस्थित लोगों को यह भी कहा कि मैं तो करनाल लोकसभा क्षेत्र का लोकल भाई हूं मेरे को तो आप लोग किसी समय पकड़ सकते हो। उन्होंने कहा कि अब करनाल लोकसभा के हर गांव और गली में एक ही बात चलनी है कि लोकल को जिताना है और दोनों बाहरी प्रत्याशियों को भगाना है। उन्होंने पार्टी के कार्यकर्ताओं को कहा कि पार्टी का एक-एक कार्यकर्ता एक सैनिक के रूप में काम करेगा और निश्चित रूप से राष्ट्रवादी कांग्रेस और इनेलो गठबंधन का प्रत्याशी करनाल लोकसभा क्षेत्र से भारी मतों से जीत हासिल करेगा।
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