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The Haryana Story | नैना चौटाला के चुनावी काफ़िले पर हमला, हिंसा का शर्मनाक मामला

नैना चौटाला के चुनावी काफ़िले पर हमला, हिंसा का शर्मनाक मामला

नैना चौटाला के काफ़िले पर पत्थरबाजी, महिलाओं के साथ बदसलूकी और उनके कपड़े फाड़े गए

प्रतीकात्मक तस्वीर

हरियाणा विधानसभा चुनाव के लिए चल रहे प्रचार अभियान के दौरान एक शर्मनाक घटना सामने आई है। जननायक जनता पार्टी (जजपा) की उम्मीदवार और पूर्व डिप्टी सीएम दुष्यंत चौटाला की मां नैना चौटाला के चुनावी काफ़िले पर हमला किया गया। हमले के बाद नैना चौटाला भावुक हो गईं और उनकी आंखों से आंसू बहने लगे। 

शुक्रवार को जींद जिले के उचाना विधानसभा क्षेत्र के रोजखेड़ा गांव में नैना चौटाला के काफ़िले पर कुछ लोगों ने हमला कर दिया। ये लोग काले झंडे लेकर विरोध प्रदर्शन कर रहे थे। जब नैना चौटाला का काफ़िला वहां पहुंचा तो उन्होंने गाड़ियों को रोक लिया और नारेबाजी शुरू कर दी। इसके बाद उन्होंने पत्थर और मिट्टी के गोले फेंकने शुरू कर दिए। 

एक गाड़ी पर ईंट मारी गई, जिससे उसका शीशा टूट गया। नैना चौटाला की गाड़ी पर भी ईंट मारी गई। इस घटना के बाद वहां मौजूद जजपा कार्यकर्ताओं और ग्रामीणों के बीच झड़प हो गई। झड़प के दौरान कुछ महिलाओं के कपड़े फाड़े गए और उन्हें गाड़ियों में घसीटा गया। 

इस पूरी घटना के बाद नैना चौटाला बेहद आहत और दुखी नजर आईं। वह बेटियों की इज्जत पर हुए इस हमले से बेहद पीड़ित थीं। उन्होंने कहा, "हम हरियाणा प्रदेश की बेटियां हैं। जिस प्रदेश में बहन-बेटियों का कन्यादान किया जाता है, उसी हरियाणा की बेटी पर हमला किया गया। मेरे साथ मौजूद महिलाओं के कपड़े फाड़े गए और उन्हें गाड़ियों में घसीटा गया। क्या यही है हरियाणा प्रदेश? क्या महिलाओं को इलेक्शन लड़ने का अधिकार नहीं है?" 

नैना चौटाला ने यह भी कहा कि जब उन्होंने पुलिस को फोन किया तो पुलिस ने कहा कि आचार संहिता लगी है, इसलिए थाने में आकर शिकायत करें। उन्होंने पूछा कि क्या आज महिलाएं सुरक्षित नहीं हैं?

इस घटना की जानकारी मिलने के बाद पूर्व डिप्टी सीएम दुष्यंत चौटाला भी मौके पर पहुंच गए। पुलिस ने इस मामले में 15-20 अज्ञात लोगों के खिलाफ केस दर्ज किया है और एक व्यक्ति को गिरफ्तार किया है। हालांकि, घटना के बाद जजपा कार्यकर्ताओं और ग्रामीणों में झड़प हुई, जिसमें कई लोग घायल भी हुए हैं।

यह पूरी घटना बेहद शर्मनाक और निंदनीय है। चुनावी राजनीति में महिलाओं के साथ इस तरह की घटनाएं बिल्कुल भी बरदाश्त नहीं की जा सकतीं। ऐसी घटनाओं से न केवल राजनीतिक दलों बल्कि पूरे समाज को सबक लेना चाहिए। महिलाओं के प्रति सम्मान और आदर की भावना को बढ़ावा देना होगा।

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