भाजपा नेतृत्व की धमकियां, कर्मचारियों में आक्रोश
हरियाणा में लोकसभा चुनाव के बाद पूर्व मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर और भाजपा नेताओं द्वारा चुनाव कर्मचारियों और अधिकारियों को दी जा रही धमकियों से कर्मचारियों में आक्रोश है। पेंशन बहाली संघर्ष समिति (PBSS) के प्रदेश अध्यक्ष विजेंद्र धारीवाल ने इसे आचार संहिता का उल्लंघन बताया है और कहा है कि वे इसकी शिकायत चुनाव आयोग से करेंगे।
चुनाव कर्मचारियों की निष्पक्षता पर सवाल
पूर्व मुख्यमंत्री खट्टर और बीजेपी नेताओं का आरोप है कि कुछ अधिकारियों ने चुनाव में मनमाना रवैया अपनाया और बोगस वोटिंग की घटनाएं हुईं। मुख्यमंत्री मनोहर लाल ने कहा है कि जिन अधिकारियों ने मनमानी की है, उनकी लिस्ट तलब कर ली गई है और उन पर कार्रवाई होगी। खट्टर ने भी कहा है कि बोगस वोटिंग में शामिल कर्मचारियों को सेवा से बाहर किया जाएगा।
कर्मचारियों का पक्ष, शिकायत दर्ज कराने की तैयारी
दूसरी ओर, कर्मचारी नेताओं का कहना है कि पूरे प्रदेश में एक भी बूथ पर कोई शिकायत नहीं आई है। उन्होंने कहा है कि कर्मचारियों ने हमेशा ईमानदारी से चुनाव कार्य का निर्वहन किया है। वे पूर्व सीएम की नाकामियों का ठीकरा कर्मचारियों पर फोड़ने के आरोप से नाराज हैं। कर्मचारी नेता धमकियों का विरोध करेंगे और चुनाव आयोग से शिकायत दर्ज कराने की तैयारी कर रहे हैं।
काउंटिंग से पहले दबाव बनाने की कोशिश
कर्मचारी नेताओं ने 4 जून को होने वाली लोकसभा चुनाव की काउंटिंग को लेकर भी सवाल उठाए हैं। उनका आरोप है कि काउंटिंग से पहले भाजपा कर्मचारियों पर दबाव बनाने की कोशिश कर रही है। उन्होंने कहा है कि चुनाव में कर्मचारियों ने किसी प्रकार के दबाव को स्वीकार नहीं किया, इसलिए उन्हें लगातार धमकियां दी जा रही हैं।
related
Latest stories
ये किसान व आढ़ती को ख़त्म करने का 'षड्यंत्र' नहीं तो क्या है? सदन में भाजपा पर गरजे आदित्य
सरकार द्वारा 'आंकड़े न कभी छुपाए जाते हैं, न कभी छुपाए जाएंगे', जानिए मुख्यमंत्री सैनी ने ऐसा क्यों कहा
'वे नहीं जानती कि पराली क्या होती है' दिल्ली सीएम पर बड़ोली का तंज - बोले पहले खेतों में जाकर पराली देखनी चाहिए