हरियाणा के पूर्व गृहमंत्री अनिल विज ने पूर्व मुख्यमंत्री श्री मनोहर लाल के कई अफसरों द्वारा भीतरघात किए जाने के संबंध में दिए गए बयान के बारे में कहा कि "जहां तक मेरी बात है मुझे आज तक किसी अफसर ने इनकार नहीं किया और किसी अफसर में इनकार करने की हिम्मत भी नहीं है"। उनकी (अनिल विज) नाराज़गी के संबंध में उन्होंने कहा कि "मैं जिंदगी में कभी नाराज़ नहीं होता, नाराज़ वही लोग होते हैं जो घुने होते हैं और जो बोलते नहीं है जबकि मैं तो बोलता हूं और मेरे मन में जो बात आती है मैं वह कह देता हूं फिर नाराज़गी किस बात की"। विज आज यमुनानगर में पत्रकारों से बातचीत कर रहे थे।
मुख्यमंत्री और पूर्व मुख्यमंत्री के बयान पर दिया ये जवाब
गौरतलब है कि पूर्व मुख्यमंत्री मनोहर लाल ने यह कहा है कि कुछ अफसरों ने हमारा साथ नहीं निभाया और भितरघात किया है। इस संबंध में उन्होंने कहा कि अगर वह कह रहे हैं तो यकीनी तौर पर यह होगा और ऐसा इशारा काफी लंबे समय से विधायक और मंत्री भी कर रहे थे। मुख्यमंत्री और पूर्व मुख्यमंत्री द्वारा दिए गए बयानों कि हम चार तारीख के बाद देख लेंगे, के संबंध में पूछे गए सवाल के जवाब में उन्होंने कहा कि अगर उन्होंने इस तरह की बात कही है तो कहीं ना कहीं कोई ना कोई छोटी-मोटी बात हो सकती है, लेकिन जहां तक मैं जानता हूं और मैंने भी सारे हरियाणा के लोगों के साथ बातचीत की है हमारे भाजपा के कार्यकर्ताओं ने जी जान के साथ काम किया है।
पूर्व मुख्यमंत्री मनोहर लाल ने पूरे दमखम के साथ राज किया
भाजपा का प्रदेश अध्यक्ष बनाए जाने को लेकर पूछे गए सवाल के जवाब में उन्होंने कहा कि पार्टी इस बारे में विचार कर रही है और जिसको भी प्रदेश अध्यक्ष बनाया जाएगा उसकी जिंदाबाद। उत्तर प्रदेश के दबंग मुख्यमंत्री आदित्यनाथ योगी के साथ तुलना करते हुए हरियाणा में दबंग मुख्यमंत्री होने के संबंध में पूछे गए सवाल के जवाब में उन्होंने कहा कि पूर्व मुख्यमंत्री मनोहर लाल ने पूरे दमखम के साथ राज किया है और नए मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी जी को अभी मौका मिला है और जब से वह मुख्यमंत्री बने हैं तब से चुनाव आचार संहिता लागू है और आने वाले समय में यह भी सर्वश्रेष्ठ काम करेंगे।
हम 10 में से 11 सीट जीतेंगे : विज
उन्होंने कहा कि हरियाणा में हम 10 में से 11 सीट जीतेंगे। उन्होंने कहा कि 10 सांसदों की और एक जहां से मुख्यमंत्री नायब सैनी जी चुनाव लड़ रहे हैं उनकी सीट भी हम जीतेंगे। उन्होंने कहा कि इसमें कोई संशय नहीं है कि 400 पार का नारा पूरा तरह से सफल होगा जिस प्रकार से हमारे नेताओं ने और भाजपा के कार्यकर्ताओं ने चुनाव लड़ा है उस हिसाब से 400 पार का नारा जरूर सफल होगा।
विज ने अंबाला सीट को लेकर किया जीत का दावा
अनिल विज हरियाणा के प्रसिद्ध नेता है और लोगों का उनके प्रति बहुत प्यार है, के संबंध में पूछे गए सवाल के जवाब में उन्होंने कहा कि हमारा संगठन बहुत बड़ा हो गया है और हर जिला में, हर विधानसभा में और हर ब्लॉक में हमारे पास नेता और कार्यकर्ता है। इसलिए सभी ने अपना अपना कार्य संभाला और मैंने अंबाला छावनी में अपने कार्य को संभाला और मैं दावे के साथ कह सकता हूं कि हम अंबाला छावनी से अच्छे मतों से जीत दर्ज करने जा रहे हैं। मजाकिया लहजे में उन्होंने कहा कि "मेरे पास पार्टी के लोग आए थे और उनको मैंने कहा था कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का एक कार्यक्रम अंबाला में करवा दो, अगर अंबाला में प्रधानमंत्री का कार्यक्रम नहीं हो सकता है तो राहुल गांधी का कार्यक्रम करवा दो क्योंकि हमें इन दोनों से ही फायदा मिलेगा"।
वोट परसेंटेज का ज्यादा फर्क नहीं
वोट परसेंटेज को लेकर पूछे गए सवाल के जवाब में उन्होंने कहा कि वोट परसेंटेज का ज्यादा फर्क नहीं है, मामूली फर्क है लेकिन अंबाला छावनी में तो हमारा पहले की तरह ही वोट परसेंटेज रहा है। उन्होंने कहा कि अभी इन मतों में पोस्टल बैलट भी जुड़ने हैं और अन्य जगह पर भी पोस्टल बैलेट जुड़ेंगे। अगर पिछले चुनाव से तुलना की जाए तो यह जो गैप है और कम हो जाएगा। उन्होंने कहा कि जो अभी वर्तमान में 45 डिग्री तापमान चल रहा है इसका थोड़ा बहुत फर्क पड़ा है और यह फर्क पड़ता ही है। पूर्व मुख्यमंत्री द्वारा बोगस वोट पर दिए गए बयान के संबंध में पूछे गए सवाल के जवाब में उन्होंने कहा कि धीरे-धीरे यह अपनी हार की एक्सरसाइज कर रहे हैं।
यह सब रोने की तैयारी कर रहे हैं
चुनाव आयोग को भाजपा की कठपुतली कहे जाने के संबंध में पूछे गए सवाल के जवाब में उन्होंने कहा कि यह सब रोने की तैयारी कर रहे हैं और उन्होंने सुना है कि 1 तारीख को इन्होंने डमी ईवीएम मशीन भी मंगाई है कि ईवीएम ने हरा दिया ईवीएम ने हरा दिया। उन्होंने इंडी गठबंधन पर तंज कसते हुए कहा कि इनका ना भूतकाल है ना वर्तमान काल है और न ही इनका भविष्य काल है क्योंकि इंडी गठबंधन में कांग्रेस और आम आदमी पार्टी दिल्ली में एक साथ मिलकर चुनाव लड़ रहे हैं जबकि पंजाब में यह एक दूसरे के विपरीत चुनाव लड़ रहे हैं।
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