लोकसभा चुनाव खत्म हो चुके हैं। इन चुनावों में बीजेपी को कई राज्यों में अच्छी -ख़ासी हार का सामना करना पड़ा, परिणाम स्वरूप नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में ''एनडीए गठबंधन' की सरकार बनने जा रही है। बीजेपी की हार की बार करें तो हरियाणा में भी बीजेपी ने पांच लोकसभा सीटों पर हर का सामना किया है, जिसमें सोनीपत सीट भी शामिल है। इस सीट पर बीजेपी की नेता आपस एक-दूसरे पर आरोप -प्रत्यारोप लगाते नज़र आ रहे हैं।
हार पर बौखलाया नहीं करते
चुनावी नतीजों के आने से पहले ही सोनीपत लोकसभा से उम्मीदवार मोहनलाल बड़ौली ने भीतरघात के आरोप अपनी ही पार्टी के नेताओं और कार्यकर्ताओं पर लगाए थे। जिसमें एक नाम गन्नौर से विधायक निर्मल चौधरी और उसके पति का भी था। जिस पर निर्मल चौधरी ने मोहनलाल बड़ौली द्वारा लगाए आरोपों को एक सिरे से नकार दिया। यही नहीं बड़ौली पर भड़कते हुए सभी ऑडियो को फर्जी बताया। उन्होंने कहा कि हार पर बौखलाया नहीं करते मैं भी कई चुनाव हारी थी, लेकिन मैंने अपनी हार का ठीकरा किसी पर नहीं फोड़ा।
बीजेपी पार्टी के नेताओं के बीच जुबानी जंग शुरू
हरियाणा में बीजेपी के नेता लगातार कांग्रेस की गुटबाजी पर चुटकी लेते नजर आते हैं, लेकिन अब बीजेपी के नेता एक दूसरे पर गुटबाजी के आरोप लगा रहे हैं, बता दें कि सोनीपत लोकसभा से उम्मीदवार और राई से विधायक मोहनलाल बड़ौली ने नतीजे आने से पहले ही पार्टी के नेताओं और कार्यकर्ताओं पर भीतरघात के आरोप लगा दिए, हालांकि उन्होंने किसी का नाम तो नहीं लिया, लेकिन उनका इशारा पूर्व सांसद रमेश चंद्र कौशिक और गन्नौर से मौजूदा विधायक निर्मल चौधरी के ऊपर था। वहीं निर्मल चौधरी ने प्रेस कांफ्रेंस करके सभी आरोपों को नकार दिया तो मोहनलाल बड़ौली पर भी जमकर आरोप लगाए। हरियाणा के सोनीपत की बीजेपी पार्टी के नेताओं के बीच जुबानी जंग शुरू हो गई।
मैं भी चार बार चुनाव हारी, लेकिन मैंने हार का ठीकरा किसी पर भी नहीं फोड़ा
निर्मल चौधरी ने प्रेस कांफ्रेंस करके कहा कि मैंने हमेशा से ही पार्टी के लिए काम किया है। मुझ पर जो आरोप लगा रहे हैं वो बेबुनियाद हैं। मेरे पति की जो ऑडियो सामने आई है वो फर्जी है। आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस से बनाया गया है। उन्होंने मोहनलाल बड़ौली पर जमकर निशाना साधते हुए कहा कि उन्होंने मुझे आज तक कोई भी फोन नहीं किया। जबकि हमने उनके लिए लगातार चुनाव प्रचार प्रसार किया और दिन रात उनके लिए मेहनत की और मैं भी चार बार चुनाव हारी थी, लेकिन मैंने अपनी हार का ठीकरा किसी पर भी नहीं फोड़ा, जबकि पहले से ज्यादा मेहनत की। उन्होंने कहा कि एक व्यापारी मुझपर जो आरोप लगा रहा है। वो खुलकर सामने आए और मुझसे लड़े, उन्होंने कहा कि इस तरह की हार से बोखलाना नहीं चाहिए।
related
Latest stories
ये किसान व आढ़ती को ख़त्म करने का 'षड्यंत्र' नहीं तो क्या है? सदन में भाजपा पर गरजे आदित्य
सरकार द्वारा 'आंकड़े न कभी छुपाए जाते हैं, न कभी छुपाए जाएंगे', जानिए मुख्यमंत्री सैनी ने ऐसा क्यों कहा
'वे नहीं जानती कि पराली क्या होती है' दिल्ली सीएम पर बड़ोली का तंज - बोले पहले खेतों में जाकर पराली देखनी चाहिए