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पेरिस ओलंपिक 2024 : अमन सहरावत ने जीता कांस्य, 11 साल की उम्र में ही उठ गया था मां -बाप का साया

पेरिस ओलंपिक 2024 : अमन सहरावत ने जीता कांस्य, 11 साल की उम्र में ही उठ गया था मां -बाप का साया

पेरिस ओलंपिक 2024 में भारत को छठा मेडल मिला, भारतीय पहलवान अमन सहरावत ने 57 किलो भार वर्ग मेन्स फ्रीस्टाइल कुश्ती में ब्रॉन्ज मेडल जीता

प्रतीकात्मक तस्वीर

भारतीय युवा रेसलर अमन सहरावत ने पेरिस ओलंपिक में कमाल कर दिया है। अमन ने पेरिस ओलंपिक खेलों के 14वें दिन भारत की झोली में छठा मेडल डाला। उन्होंने पुरुषों के 57 किग्रो फ्रीस्टाइल वर्ग में ब्रॉन्ज मेडल अपने नाम किया। अमन ने इस मेडल को अपने दिवंगत माता पिता को डेडिकेट किया। अमन के पैरेंट्स बचपन में ही उन्हें छोड़कर चल बसे थे। अमन के लिए यहां तक पहुंचना आसान नहीं रहा। अमन की लगन और मेहनत से पेरिस ओलंपिक 2024 में भारत के नाम एक और उपलब्धि दर्ज हो गई।

उल्लेखनीय है कि भारतीय पहलवान अमन सहरावत ने मेन्स फ्रीस्टाइल 57 किलो भार वर्ग में ब्रॉन्ज मेडल हासिल कर इतिहास रच दिया है। अमन ने ब्रॉन्ज मेडल के मुकाबले में प्यूर्टो रिको के डेरियन टोई क्रूज को 13-5 से हरा दिया है। बता दें, अमन सेमीफाइनल में जापान के रेइ हिगुची से 0.10 से हार गए थे। 21 साल की उम्र में, भारत के अमन सहरावत ओलंपिक में व्यक्तिगत पदक जीतने वाले सबसे कम उम्र के भारतीय बन गए हैं।

भारत का छठा ओलंपिक पदक    

अमन कांस्य पदक के मुकाबले में शुरू ही से दबाव बनाते हुए अपने प्रतिद्वंद्वी को ज्यादा मौके नहीं दिए। उन्होंने भारत के लिए पेरिस ओलंपिक में छठा पदक हासिल किया है। इससे पहले निशानेबाजी में मनु भाकर (10 मीटर एयर पिस्टल), मनु भारत और सरबजोत सिंह (10 मीटर एयर पिस्टल मिश्रित टीम), स्वप्निल कुसाले (50 मीटर राइफल थ्री पोजिशंस) और भारतीय पुरूष हॉकी टीम ने कांस्य पदक जीते जबकि स्टार भाला फेंक खिलाड़ी नीरज चोपड़ा ने रजत पदक हासिल किया।

जीत के बाद जानिए क्या कहा अमन ने 

जीत के बाद अमन सहरावत ने कहा, ‘ मैं इस मेडल को अपने माता पिता और देशवासियों को समर्पित करना चाहता हू। मेरी नजर मेडल पर थी। मैं इस मैच में यह सोचकर उतरा था कि शुरू से विपक्षी पर दबाव बनाना है और उसपर मैं कामयाब हुआ।’  *

अमन की जीत पर जानिए क्या कहा सीएम नायब सैनी ने

पेरिस ओलंपिक 2024 में भारत को छठा मेडल मिला है। भारतीय पहलवान अमन सहरावत ने 57 किलो भार वर्ग मेन्स फ्रीस्टाइल कुश्ती में ब्रॉन्ज मेडल जीता है।  हरियाणा के रहने वाले अमन सहरावत की जीत पर मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी ने खुशी जताई है। उन्होंने एक्स पर पोस्ट कर लिखा कि भारत की झोली में 'छठा' मेडल हरियाणा के लाडले बेटे अमन सहरावत ने ब्रॉन्ज जीत लहराया तिरंगा। मुख्यमंत्री ने आगे लिखा कि पहलवान अमन सहरावत ने शानदार प्रदर्शन करते हुए पेरिस ओलंपिक 2024 के ब्रॉन्ज मेडल मुकाबले को जीत लिया है। इस उपलब्धि के लिए आपको ढेर सारी बधाई एवं शुभकामनाएं। हम सभी के लिए ये गौरव का क्षण है। 

पूर्व सीएम हुड्डा ने भी दी बधाई

पूर्व सीएम भूपेंद्र सिंह हुड्डा ने एक्स पर पोस्ट कर लिखा कि पहलवान अमन सहरावत (बिरोहड़, झज्जर) ने पेरिस ओलंपिक की कुश्ती स्पर्धा में कांस्य पदक जीतकर विश्व पटल पर देश-प्रदेश को गौरवान्वित किया है। बेटे अमन को बहुत-बहुत बधाई। वहीं सांसद दीपेंद्र सिंह हुड्डा ने एक्स पर पोस्ट कर लिखा कि पेरिस ओलंपिक के 57Kg कुश्ती स्पर्धा में मेरे लोकसभा क्षेत्र के गांव बहरोड के अमन सहरावत को कांस्य पदक जीतने पर ढेरों बधाई। एक ग़रीब किसान के घर जन्मे अमन जब 11 साल के थे तब उनके माता-पिता का देहांत हो गया था। उन्होंने दिखा दिया कि मेहनत से सब संभव है। 

अमन पेरिस ओलंपिक में भारत के एकमात्र पुरुष पहलवान थे

पहलवान अमन सहरावत ने पुरुषों की 57 किग्रा भारवर्ग कुश्ती में कांस्य पदक जीत लिया है। उन्होंने पुअर्तो रिको के पहलवान डैरियन टोई क्रूज को 13-5 से हरा दिया। पहले राउंड में ही अमन 6-3 से आगे चल रहे थे। दूसरे राउंड अमन ने इस बढ़त को और आगे बढ़ाया और क्रूज को कोई मौका नहीं दिया। इस तरह अमन सहरावत ने जीत हासिल की। अमन पेरिस ओलंपिक में भारत के एकमात्र पुरुष पहलवान थे। 

जानिए कौन हैं ब्रॉन्ज मेडल विजेता अमन सहरावत?

अमन सहरावत हरियाणा के झज्जर जिले के बीरोहार के रहने वाले हैं, जहां उन्होंने शुरू में मिट्टी की कुश्ती में भाग लिया था। 2012 के समर ओलंपिक में सुशील कुमार की रजत पदक जीत से प्रेरित होकर, उन्होंने 10 साल की उम्र में उत्तरी दिल्ली के छत्रसाल स्टेडियम में दाखिला लिया। जब वह 11 साल के थे तब अलग-अलग मेडिकल कंडीशन के कारण उनके माता-पिता दोनों की मृत्यु हो गई थी।

अमन ने पहला राष्ट्रीय चैम्पियनशिप खिताब 2021 में जीता, जाने पूरा खेल सफर 

अमन सेहरावत ने 2021 में अपना पहला राष्ट्रीय चैम्पियनशिप खिताब जीता था। वह कोच ललित कुमार के अंडर ट्रेनिंग करते थे। 2022 में अंडर-23 एशियाई चैंपियनशिप में अपने स्वर्ण पदक के बाद सेहरावत अंडर-23 विश्व चैंपियनशिप में स्वर्ण पदक जीतने वाले पहले भारतीय बने। उन्होंने 2022 के एशियाई खेलों में 57 किग्रा वर्ग में कांस्य पदक जीता। अप्रैल 2023 में उन्होंने अस्ताना में 2023 एशियाई कुश्ती चैंपियनशिप में स्वर्ण पदक जीता।

जनवरी 2024 में उन्होंने जाग्रेब ओपन कुश्ती टूर्नामेंट में पुरुषों की 57 किग्रा स्पर्धा में टेक्निकल सुपीरियोरिटी से अपने सभी विरोधियों को हराकर स्वर्ण पदक जीता। सहरावत ने इस्तांबुल में 2024 विश्व कुश्ती ओलंपिक योग्यता टूर्नामेंट में भाग लिया और पेरिस में 2024 पेरिस ओलंपिक के लिए भारत को कोटा स्थान दिलाया। डब्ल्यूएफआई ने उन्हें 2024 ओलंपिक के लिए टोक्यो ओलंपिक के रजत पदक विजेता रवि कुमार दहिया के ऊपर पर चुना। वह पेरिस ओलंपिक के लिए क्वालीफाई होने वाले एकमात्र पुरुष रेसलर थे। 

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