हाथ कांपना किसी व्यक्ति के दैनिक जीवन को महत्वपूर्ण रूप से प्रभावित कर सकता है, जिससे सरल कार्य करने की उनकी क्षमता प्रभावित होती है और उनके जीवन की गुणवत्ता कम हो जाती है। आपने कई लोगों को देखा होगा कि उनका हाथ कांपता रहता है। बुजुर्गों के साथ युवाओं में भी यह समस्या हो सकती है। ऐसे में इसके लक्षणों के बारे में जानना बेहद जरूरी है।
हाथ कंपन के प्रकार
क्या आपको अपने हाथों में अनियंत्रित कंपन महसूस होता है? इस स्थिति को हाथ कांपना कहते हैं, जिसके अलग-अलग लक्षण होते हैं। हम सबसे आम लक्षणों पर चर्चा करेंगे। आराम करते समय होने वाले कंपन, क्रिया करते समय होने वाले कंपन और इरादे से होने वाले कंपन और उनकी अनूठी विशेषताओं के बारे में बताएंगे।
हाथों का कांपना कौन सी बीमारी है?
आपने बहुत सारे लोगों को देखा होगा कि उनके हाथ कांपते रहते हैं। गांव में अधिकतर लोग इसे श्राप मानते हैं। लेकिन इसके पीछे गंभीर समस्या हो सकती है। अगर ऐसे संकेत आपको नजर आए तो तुरंत डॉक्टर को दिखाएं और उनसे सलाह लें। डॉ प्रियंका सेहरावत MD (AIIMS Delhi) ने अपने एक सोशल मीडिया पोस्ट में इसके बारे में विस्तार से समझाया। उन्होंने बताया कि हाथ कांपने का प्रमुख कारण (Causes of Tremors in Hand) क्या है। तो चलिए जानते हैं…
हाई थायराइड हार्मोन
हाथ कांपने का प्रमुख कारणों के बारे में बात करते हुए डॉ प्रियंका कहती हैं कि कई ऐसे पेशेंट आते हैं जिनके हाथ कांपते रहते हैं। इसका प्रमुख कारण थायराइड हार्मोन का अधिक बनना। जिससे हाथ कांपने के साथ घबराहट भी होती है।
एसेंशियल ट्रेमर
डॉ प्रियंका ने बताया कि यह ऐसे कंपन होते हैं, जिनका कोई रीजन नहीं होता। इन्हें ईडियोपेथी माना जाता है। यह पारिवारिक समस्या हो सकती है। इसका विस्तार धीरे-धीरे होता है। इसकी शुरुआत 20 से 28 की एज में होती है। लेकिन इस कंपन से पानी पीने या चाय पीने में कोई समस्या या चाय पीने में कोई समस्या नहीं होती।
दवाइयां
डॉ प्रियंका ने बताया कि दवाओं की वजह से भी हाथ में कंपन होता है। कुछ दवाइयां जैसे अस्थमा और कफ सिरप के सेवन से कंपन हो सकता है। इन दवाइयां में कुछ ऐसे मॉलिक्यूल होते हैं, जो संबंधित बीमारियों को तो सही करते हैं। लेकिन इनका साइड इफेक्ट भी होता है। जिसकी वजह से हाथ में कंपन होता है।
सेरेबेलम
सेरेबेलम दिमाग के पीछे स्थित होता है, जिसे छोटा दिमाग भी कहा जाता है। यह सिर में सबसे पीछे स्थित होता है। इसकी वजह से भी हाथ में कंपन होता है। जिससे आप चाय या पानी उठाने की कोशिश करेंगे तो इसमें परेशानी का सामना करना पड़ सकता है। खाना खाने में भी समस्या हो सकती है। खाना मुंह पर लगाएंगे तो हाथ इधर-उधर हो जाता है।
पार्किंसन
डॉ प्रियंका ने बताया कि पार्किंसन ट्रेमर में धीरे-धीरे हाथ कांपना शुरू होता है। इसके साथ ही हाथों में अकड़न की समस्या भी होती है। पार्किंसन ट्रेमर में हाथों को मुंह तक तेजी से नही ले जाने में समस्या होती है और हांथों में अकड़न जैसे कई लक्षण दिखाई देते हैं। यदि आपका भी हाथ कांपता है, तो इन लक्षणों को देखें और तुरंत न्यूरोलॉजिस्ट से मिले और उनसे सलाह लें, इनके अलावा नींद की कमी, चिंता-तनाव और थकान आदि भी हाथ कांपने के करना हो सकते हैं।
हाथ और कलाई के व्यायाम
- यहां कुछ आसान हाथ और कलाई के व्यायाम दिए गए हैं जो हाथ कांपना कम करने में आपकी मदद कर सकते हैं
- स्ट्रेस बॉल को दो से 15 सेकंड तक दबाना तथा प्रत्येक हाथ पर प्रतिदिन लगभग 15 बार ऐसा दोहराना।
- दिन के दौरान नियमित अंतराल पर कलाई को धीमी, गोलाकार गति में घुमाने से श्लेष द्रव के जमाव को रोकने में मदद मिलेगी, जिससे कंपन कम हो जाएगा।
- ध्यान, सौम्य योग और सचेतन गतिविधियों जैसी विश्राम तकनीकें तनाव को कम करने और कंपन को कम करने में सकारात्मक प्रभाव डालने में मदद कर सकती हैं।
- निदान के बाद डॉक्टरों द्वारा निर्धारित कंपन की दवा भी हाथ के कंपन की तीव्रता को कम कर सकती है।
पार्किंसंस रोग के लिए हाथ कंपन व्यायाम
निम्नलिखित गतिविधियां पार्किंसंस के लिए कुछ सामान्य हाथ व्यायाम हैं :
- एक नरम गेंद को अपनी हथेली के बीच में रखकर उसे दस सेकंड तक कसकर पकड़ें, तथा इसे नियमित रूप से दोहराएं।
- दिन में नियमित अंतराल पर कई बार अपनी मुट्ठी बंद करना और खोलना।
- दिन में नियमित अंतराल पर अपनी तर्जनी अंगुली को ऊपरी अंगूठे से टैप करना।
- अपनी उंगलियों को नीचे मोड़ें और अपनी हथेली के निचले हिस्से को छूने का प्रयास करें।
हाथ कंपन के लिए फिजियोथेरेपी फिजियोथेरेपी
कंपन की तीव्रता को कम करने में मदद कर सकती है। प्रशिक्षित फिजियोथेरेपिस्ट द्वारा उचित देखभाल और व्यायाम व्यवस्था के साथ यह राहत प्रदान कर सकती है। उनमें से कुछ हैं:
कंधे उचकाना
इससे मस्तिष्क और भुजाओं के बीच गतिविधि की आवृत्ति बढ़ाने में मदद मिलेगी। व्यायाम सिनैप्टिक चेन इंटरैक्शन को बढ़ाता है, मांसपेशियों की गति को बढ़ाता है जो कंपन को कम करने में मदद कर सकता है।
वज़न उठाने का प्रशिक्षण
फिजियोथेरेपिस्ट के उचित मार्गदर्शन में बाइसेप कर्ल्स से बांह में मांसपेशियों के निर्माण में मदद मिल सकती है, जिससे हाथों की गतिविधियों की स्थिरता बढ़ती है और कम्पन कम होता है।
जल
हाइड्रोथेरेपी भी कंपन से निपटने और कम गतिशीलता वाले लोगों के लिए एक उपयोगी तरीका हो सकता है। पानी की उछाल से हल्की हलचल होती है जो समय के साथ धीरे-धीरे बढ़ती जाती है।
हाथ कांपना दूर करें और बेहतर नियंत्रण के लिए कार्रवाई योग्य कदम उठाएं
हाथ के कंपन पर नियंत्रण पाएं, स्थिरता और जीवन की गुणवत्ता में सुधार के लिए अपनी दिनचर्या में लक्षित व्यायाम शामिल करें। हमारे कुशल पेशेवरों से व्यक्तिगत मार्गदर्शन प्राप्त करें। फिजियोटेटवा के साथ आज ही कार्रवाई योग्य कदम उठाना शुरू करें और अपनी स्वतंत्रता पुनः प्राप्त करें।
क्या कांपते हाथों को ठीक किया जा सकता है?
यद्यपि इसका कोई स्थायी इलाज नहीं है, फिर भी हाथों का कांपना या कंपन को हाथों और कलाई के व्यायाम, दवा, विश्राम तकनीक, जल चिकित्सा और सामान्य जीवनशैली में बदलाव के द्वारा नियंत्रित किया जा सकता है।
हाथ कांपने के लिए कौन सा विटामिन अच्छा है?
शोध से पता चलता है कि हाथ के कंपन से निपटने के लिए विटामिन बी12, बी-6 या बी-1 बहुत ज़रूरी है। इन विटामिनों को सप्लीमेंट, दवा या रोज़मर्रा के खाने (दूध, अनाज, पशु उत्पाद) से प्राप्त किया जा सकता है।
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