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The Haryana Story | महिला आयोग की उपाध्यक्ष सोनिया अग्रवाल गिरफ्तार, ड्राइवर कुलबीर के जरिए खेला जाता था 'रिश्वत का खेल'

महिला आयोग की उपाध्यक्ष सोनिया अग्रवाल गिरफ्तार, ड्राइवर कुलबीर के जरिए खेला जाता था 'रिश्वत का खेल'

मीडिया के कैमरे को देखकर बोली सोनिया अग्रवाल - झूठे मामले में मुझे फंसाया गया है, बहुत जल्द करूंगी साबित

प्रतीकात्मक तस्वीर

हरियाणा महिला आयोग की उपाध्यक्ष सोनिया अग्रवाल और उनके Driver Cum PA कुलबीर बेनीवाल को एंटी करप्शन ब्यूरो की टीम ने शनिवार को गिरफ्तार करने के बाद महिला थाने में रखा गया। उसके बाद अब सोनीपत के एंटी करप्शन ब्यूरो कार्यालय में लाया गया है। सोनिया अग्रवाल और उसके ड्राइवर को कोर्ट में पेश किया जाएगा। वहीं रोहतक में भ्रष्टाचार अधिनियम के तहत दोनों आरोपियों के खिलाफ पर मामला दर्ज कर लिया गया है। मीडिया का कैमरा देखकर सोनिया अग्रवाल ने कहा झूठे मामले में मुझे फसाया गया है, जल्द ही साबित करूंगी।

शक है कि सोनिया अग्रवाल, कुलबीर के जरिए ही केस निपटाने के पैसे लेती थी

प्रदेश भर में भ्रष्टाचार को रोकने को लेकर एंटी करप्शन ब्यूरो टीम लगातार काम कर रही है।  दोनों पर टीचर और उसकी पुलिसकर्मी पत्नी का विवाद निपटाने के बदले एक लाख रिश्वत लेने का आरोप है। ACB ने कुलबीर से एक लाख रुपए बरामद किए हैं। ACB को शक है कि सोनिया अग्रवाल, कुलबीर के जरिए ही केस निपटाने के पैसे लेती थी। कुलबीर शनिवार को दिनभर अपने नियाणा गांव स्थित घर पर ही था। परिवार के मुताबिक उसे दिन में किसी का कॉल आया और वह ऑटो मार्केट जाने की बात कहकर चला गया। दोपहर 2 बजे के बाद से उसका फोन बंद आने लगा।

अपना यूट्यूब न्यूज चैनल चलाता है कुलबीर

बता दें कि कुलबीर हिसार में अपना यूट्यूब न्यूज चैनल चलाता है। वह हिसार लोकसभा सीट से चुनाव लड़ चुका है। उसे सिर्फ एक हजार वोट मिले थे। वह तब चर्चा में आया था जब उसका प्रचार के दौरान झगड़ा हो गया था। इस झगड़े में कुलबीर के कपड़े फाड़ दिए गए थे। कुलबीर ने खुद अपनी वीडियो बनाकर सोशल मीडिया पर अपलोड कर दी थी। 

भरोसा बढ़ता गया और सोनिया ने कुलबीर को अपना ड्राइवर रख लिया

सोनिया अग्रवाल 6 महीने पहले हिसार में महिला थाने का निरीक्षण करने के लिए आई थीं। तब उनकी मुलाकात कुलबीर से हुई। कुलबीर ने सोनिया अग्रवाल पर इंप्रेशन जमाने के लिए कई सवाल पूछे। कुलबीर यहीं नहीं रुका, वह सोनिया अग्रवाल के पीछे हिसार के वन स्टॉप सेंटर भी पहुंच गया। यहां दोनों के मोबाइल नंबर एक्सचेंज हो गए। भरोसा बढ़ता गया और सोनिया ने कुलबीर को अपना ड्राइवर रख लिया। इसके बाद वह सोनिया के PA का काम देखने लगा।कुलबीर पैसे कमाकर दे रहा था।

ACB का शक : कुलबीर के जरिए ही पूरा गेम खेला जाता था

ACB को शक है कि सोनिया अग्रवाल को कुलबीर ही पैसे कमाकर देता था। इसमें कुलबीर का भी हिस्सा होता था। पुलिस पता लगा रही है कि कुलबीर और सोनिया में कितना कमीशन फिक्स था। सोनिया केसों की सुनवाई के दौरान इस तरह पेश आती थी, जैसे विवाद काफी बड़ा हो। वह अधिकतर महिलाओं से जुड़े केसों में सेटलमेंट के नाम पर पैसों की उगाही करती थी। कुलबीर के जरिए ही पूरा गेम खेला जाता था।

कुलबीर का विवादों से नाता 

2024 में चुनाव आयोग को दिए एफिडेविट के मुताबिक कुलबीर की उम्र 40 वर्ष है। उसने खुद को 10वीं पास बताया है। कुलबीर की कुल संपत्ति 17 लाख रुपए है। उस पर 5 लाख का लोन भी चल रहा है। गुरुग्राम में एक क्रिमिनल केस भी दर्ज है। कुलबीर ने लोकसभा चुनाव में हारने के बाद विधानसभा चुनाव में कई प्रत्याशियों के अपने चैनल के लिए इंटरव्यू किए। उसने नलवा से कांग्रेस प्रत्याशी रहे अनिल मान, आदमपुर से कांग्रेस प्रत्याशी रहे चंद्रप्रकाश सहित कई नेताओं के लिए यूट्यूब पर प्रचार भी किया था। इसके बाद कुलबीर ने हाल ही में जींद SP और महिला पुलिसकर्मियों के बीच विवाद पर भी वीडियो बनाकर अपलोड की थी। 

'मामला टीचर के फेवर में करना है'

एंटी करप्शन ब्यूरो ने शनिवार को पहले कुलबीर को गिरफ्तार किया। उसे टीचर से एक लाख रिश्वत लेते हिसार में रंगेहाथ पकड़ा गया। ACB सूत्रों के मुताबिक, कुलबीर ने रुपए लेने के बाद सोनिया अग्रवाल को फोन कर कहा कि मामला टीचर के फेवर में करना है। इसके बाद ACB ने सोनिया को सोनीपत के खरखौदा से पकड़ लिया।

दरअसल, जींद के जुलाना के रहने वाले JBT टीचर अनिल का बहादुरगढ़ में तैनात पुलिसकर्मी पत्नी से घरेलू विवाद चल रहा था। 12 दिसंबर को सोनीपत में सोनिया अग्रवाल के सामने इनकी काउंसलिंग हुई।इसी दौरान कुलबीर ने विवाद निपटाने के बदले 1 लाख रुपए की रिश्वत मांगी। टीचर ने इसकी शिकायत ACB को कर दी। इसके बाद ACB ने ट्रैप लगाकर हिसार के हांसी से कुलबीर को 1 लाख की रिश्वत लेते हुए रंगेहाथ गिरफ्तार कर लिया। 

एंटी करप्शन ब्यूरो गहराई से खोजबीन करें : रेनू भाटिया

वहीं हरियाणा महिला आयोग की उपाध्यक्ष और ड्राइवर द्वारा रिश्वत लेने के मामले में पकड़े जाने को लेकर हरियाणा महिला आयोग की अध्यक्ष रेनू भाटिया ने अपना बयान दिया है। रेनू भाटिया ने कहा कि बड़े दुख की बात है कि महिला आयोग में इस तरह की बात सामने आई है। क्योंकि महिला आयोग बेटियों की सहायता करने का महकमा है।

अगर एंटी करप्शन ने कुछ देखा है और कुछ ढूंढा है, तो यह सरकार 100 %  करप्शन फ्री सरकार के तौर पर काम कर रही है। इसलिए एंटी करप्शन ब्यूरो गहराई से खोजबीन करें, क्योंकि किसी भी महिला की किसी भी बात पर आंच नहीं आनी चाहिए और कोई निर्दोष भी नहीं फंसना चाहिए, जो भी करप्शन टीम अपनी पूरी इंक्वारी करेगी किसी भी तरह से उन्हें नहीं रोका जाएगा। निष्पक्ष होकर कार्रवाई करें, क्योंकि ट्रांसपेरेंसी से काम करने की सरकार की पॉलिसी है।

हरियाणा महिला आयोग में यह पहली बार ऐसा हुआ

रेनू भाटिया ने कहा हर महकमे में काम करने का तरीका सबका अलग होता है और मैं अपने केसों में दोनों पक्षों को सामने बिठाकर निष्पक्ष रूप से सुनती हूं, क्योंकि परमात्मा ने हमें एक बहुत ही अच्छे महकमे में काम करने का मौका दिया है। इसीलिए बेटियों की सेवा में उनके दर्द को बांटना यह भी हमारा फर्ज रहता है कि उन्हें एक निपक्ष कारवाई करके उनका भरोसा बनाए रखना पड़ता है और इस मामले में भी एंटी करप्शन को पूरी छूट है वह जिस तरह से कार्रवाई करना चाहते है वह करें।

 उन्होंने कहा हरियाणा महिला आयोग में यह पहली बार ऐसा हुआ है। क्योंकि पिछले 3 साल से मैं खुद इस आयोग को चला रही हूं। पिछले 3 साल में इस तरह का कोई केस मेरे सामने नहीं आया था। यह पहली बार ऐसा हुआ है। यह दुर्भाग्यपूर्ण है। जब कि ऐसा नहीं होना चाहिए था लेकिन इस तरह की चीजों से महकमे का नाम खराब होता है। ट्रांसपेरेंसी से ही सरकार चलती है।

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