सावित्री बाई फुले केवल नाम नहीं, बल्कि नारी सशक्तिकरण और बेटियों की शिक्षा की एक पूरी कहानी है। उन्होंने कहा कि प्रदेश सरकार महिलाओं को शिक्षित करने और सशक्त बनाने के लिए कृतसंकल्प है और इस संकल्प को पूरा करने के लिए निरंतर अथक प्रयास किए जा रहे हैं। उन्होंने कहा कि सामाजिक क्रांति की अग्रदूत और महिला सशक्तिकरण की बुलंद आवाज सावित्री बाई फुले भारत की पहली महिला शिक्षिका ही नहीं, बल्कि एक स्वतंत्र व्यक्तित्व और महिलाओं के अधिकारों की प्रणेता थी। उक्त बातें हरियाणा के मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी ने सावित्री बाई फुले जयंती के अवसर पर बहादुरगढ़ में आयोजित कार्यक्रम में बतौर मुख्य अतिथि संबोधित करते हुए कही। मुख्यमंत्री ने समारोह के दौरान घोषणा करते हुए कहा कि माता सावित्री बाई फुले की जयंती को सरकारी स्तर पर मनाया जाएगा।
सावित्रीबाई ने अपने जीवन को महिला शिक्षा और सशक्तिकरण के प्रति समर्पित किया
उन्होंने कहा कि सावित्री बाई फुले के सम्मान में हरियाणा सरकार ने राजकीय महिला कॉलेज, लोहारू, भिवानी का नाम माता सावित्री बाई फुले के नाम पर रखा है। मुख्यमंत्री ने कहा कि सावित्रीबाई ने अपने जीवन को महिला शिक्षा और सशक्तिकरण के प्रति समर्पित किया। उन्होंने अपने जीवन का उद्देश्य ही विधवा विवाह करवाना, छुआछूत मिटाना, महिलाओं की मुक्ति और महिलाओं को शिक्षित करना बना लिया था। महिला उत्थान में सावित्री बाई फुले हमारी प्रेरणास्रोत है।
अनेक विरोधों के बावजूद डटकर काम किया
उन्होंने महिला शिक्षा और उनके उत्थान के लिए अनेक विरोधों के बावजूद डटकर काम किया। उन्होंने 1848 में महाराष्ट्र के पुणे में पहला बालिका विद्यालय खोला। सावित्रीबाई फुले के महिला शिक्षा के संकल्प पर चलते हुए हरियाणा सरकार ने पिछले 10 सालों में उच्चतर शिक्षा प्रदान करने के लिए हर 20 किलोमीटर के दायरे में कॉलेज खोले हैं। इस दौरान 79 सरकारी कॉलेज खोले गये हैं, इनमें 30 कॉलेज केवल लड़कियों के हैं। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने फरवरी, 2015 में पानीपत से देशव्यापी बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ अभियान की शुरुआत की थी। हरियाणा सरकार ने विभिन्न एनजीओ के माध्यम से इस अभियान के तहत बेटियों को बचाने का काम किया।
बहादुरगढ़ में जल्द शुरू होंगे ये विकास कार्य, 5 करोड़ रुपये देने की घोषणा
नायब सिंह सैनी ने बहादुरगढ़ हल्कावासियों को सौगात देते हुए कहा कि बहादुरगढ़ से आसौदा तक मेट्रो के विस्तार के प्रस्ताव पर राज्य सरकार द्वारा तीव्र गति से कार्य किया जाएगा। उन्होंने कहा कि बहादुरगढ़ नगर परिषद को मानदंड पूरा होने पर नगर निगम बनाया जाएगा। उन्होंने कहा कि लाइन पार फाटक पर अंडरपास के निर्माण, बहादुरगढ़ सड़क के नवीनीकरण, पुरानी कोर्ट के साथ लगती खाली पड़ी जमीन पर पार्क विकसित करने और पुराने बस अड्डे के साथ लगती खाली जमीन पर व्यायामशाला-योगशाला बनाने के संबंध में फिजिबिल्टी चैक करवाकर इन परियोजनाओं को आगे बढ़ाया जाएगा।
उन्होंने कहा कि अधूरे पड़े उत्तरी बाईपास के निर्माण तथा नई अनाज मंडी के निर्माण कार्य में तेजी लाई जाएगी। मुख्यमंत्री ने कहा कि अनधिकृत कॉलोनियों को सरकार द्वारा नियमित किया जा चुका है और उनमें मुलभूत सुविधाएं भी उपलब्ध करवाई जा रही हैं। यदि ऐसी अनधिकृत कॉलोनियों की जानकारी मिलती है तो उन्हें भी मानदंड पूरा करवाकर नियमित किया जाएगा। उन्होंने कहा कि वार्ड- 7 और 10 में छठ पूजा घाट बनाए जायंगे। मुख्यमंत्री ने बहादुरगढ़ के विकास कार्यों के लिए अलग से 5 करोड़ रुपये देने की घोषणा की।