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The Haryana Story | आर्य समाज मंदिर विवाद : स्वामी आदित्यवेश बोले - आजादी के आंदोलन में आर्य समाज का सबसे बड़ा योगदान रहा

आर्य समाज मंदिर विवाद : स्वामी आदित्यवेश बोले - आजादी के आंदोलन में आर्य समाज का सबसे बड़ा योगदान रहा

डॉ. राजेंद्र विद्यालंकार ने कहा बापौली में आर्य जनों के सहयोग से बनाएं आर्य समाज का भव्य मंदिर

प्रतीकात्मक तस्वीर

बापौली गांव में जिस जगह पर विवाद हो गया था वहां आर्य समाज द्वारा एक भव्य यज्ञ का आयोजन किया गया, जिसमें हजारों की संख्या में कार्यकर्ताओं ने श्रद्धा और उत्साह से भाग लिया। यह यज्ञ देश की सुख-समृद्धि और सामाजिक जागरूकता के उद्देश्य से सम्पन्न किया गया। यज्ञ में विशेष बात यह रही कि सैकड़ों कार्यकर्ता अपने घरों से सामग्री लाकर स्वेच्छा से आहुति देने हेतु उपस्थित हुए, जिससे यह आयोजन एक जन-आंदोलन के रूप में परिणत हो गया। कार्यक्रम में राष्ट्रीय प्रवक्ता आर्य समाज एवं सार्वदेशिक आर्य प्रतिनिधि सभा द्वारा नियुक्त प्रतिनिधि ने अपने संबोधन में कहा कि आजादी के आंदोलन में आर्य समाज की सर्वाधिक भूमिका रही है। 

आज भी आर्य समाज राष्ट्र सेवा और समाज सुधार के मार्ग पर अग्रसर

स्वामी दयानन्द सरस्वती के विचारों ने क्रांतिकारियों को राष्ट्रभक्ति की प्रेरणा दी। आज भी आर्य समाज राष्ट्र सेवा और समाज सुधार के मार्ग पर अग्रसर है। कार्यक्रम की अध्यक्षता पानीपत सरपंच एसोसिएशन के जिला प्रधान एवं आर्य प्रतिनिधि सभा रोहतक के अंतरंग सदस्य आर्य रणदीप कादियान ने की और मुख्य वक्ता के रूप में गुजरात के राज्यपाल आचार्य देवव्रत के ओएसडी डॉ. राजेंद्र विद्यालंकार शामिल हुए और कहा कि कई घटनाएं अलार्म का काम करती हैं। इस घटना ने पूरे आर्य समाज को जगा दिया है। 

आर्य समाज वाली जगह पर ही भव्य आर्य समाज मंदिर बनाया जाएगा

डॉ. राजेंद्र विद्यालंकार ने कहा कि आर्य समाज एकजुट है और बापौली में आर्य समाज वाली जगह पर ही भव्य आर्य समाज मंदिर बनाया जाएगा। इसके लिये सभी आर्य समाज के लोग आर्थिक रूप से सहयोग करेंगे। बापौली आर्य समाज मामले में कुछ दिन पहले ही आर्य समाज के व्यक्ति मुख्यमंत्री नायब सैनी से मिल चुके है और मुख्यमंत्री ने बापौली में आर्य समाज मंदिर यहीं पर बनवाने का आश्वासन दिया गया है।

जिला परिषद के उप प्रधान सुरेश मलिक ने कहा आर्य समाज ने सती प्रथा, बाल विवाह, छुआछूत जैसी सामाजिक कुरीतियों को मिटाने में अहम योगदान दिया है। यह संगठन केवल धर्म नहीं, समाज परिवर्तन का भी प्रतीक है। स्वामी मुक्तिवेश ने अपने विचार रखते हुए कहा हम ऋषियों की परंपरा को आगे बढ़ा रहे हैं। आर्य समाज का प्रत्येक यज्ञ वैदिक संस्कृति की पुन: स्थापना का प्रयास है। यज्ञ का संचालन आचार्य मनुदेव एवं शुभम ने किया। भजनोपदेशक परिषद के राष्ट्रीय अध्यक्ष सहदेव बेधडक, रामनिवास आर्य ने भजन प्रस्तुत किए। 

बड़ी यज्ञशाला बनाने का संकल्प लिया

समरपाल एवं यशपाल ने अपने पूर्वजों की याद में बड़ी यज्ञशाला बनाने का संकल्प लिया। उनके पूर्वजों ने प्रथम यज्ञशाला बनवाई थी.इस अवसर पर रणदीप आर्य, अमरपाल आर्य ने भी विचार रखे। कार्यक्रम की व्यवस्था संतराम जलमाना द्वारा किया गया। आर्य रणदीप कादियान और बापौली आर्य समाज के राजेंद्र आर्य, नवीन आर्य, जितेंद्र आर्य, शीशपाल आर्य, जयपाल मास्टर, यशपाल शास्त्री, डॉ. रामबीर आर्य आदि ने कार्यक्रम में पहुंचने पर सभी आर्य जनों का आभार जताया। 

आर्य जनों के अतिरिक्त प्रदेश के अतिरिक्त उत्तर प्रदेश के लोग शामिल रहे

कार्यक्रम का मंच संचालन जगदीश आर्य ने किया। इस अवसर पर कुरुक्षेत्र गुरूकुल के प्रधान गर्ग, स्वामी आदित्यवेश, स्वामी मुक्तिवेश, स्वामी संतराम, पूर्व जिला पार्षद कर्णसिंह पसीना, स्वामी ओमान मुनि, सिवाह गौशाला प्रधान रविंद्र कादियान, रामपाल आर्य इसराना, आर्य राजबीर कादियान, प्रवीन शर्मा, सोमदत्त शर्मा, आर्य सुरेश मलिक,सुरेन्द्र चेयरमैन, नरसिंह आर्य, दिलीप आर्य, शशि चढ़ा, फौजी प्रवीण आर्य, जीवनराम आर्य, ब्रह्मपाल, अजय दादरी, परविंद्र आर्य जगनपुर, ओमानन्द  राजेंद्र शास्त्री, निशांत आर्य मा.कुलदीप देशवाल,आर्य समाज मॉडल टाउन, आर्य समाज हुड्डा, आर्य समाज बिंझौल, गोयला कलां, खुर्द, जलमाना, तोलापुर, रिछपुर, भलोर, बड़ा बाजार, एल्डिको, आटा, समालखा आर्य, मनाना आदि आर्य जनों के अतिरिक्त प्रदेश के अतिरिक्त उत्तर प्रदेश के लोग शामिल रहे।

पहले दिन प्रशासन ने दी चाबी,अगले दिन गेट पर लिखवाया

आर्य समाज मंदिर बापौली आर्य समाज मंदिर विवाद वाली जगह पर प्रशासन की और से लगाए गए ताले की चाबी शनिवार को प्रशासन की और से आर्य समाज के लोगों को सौंप दी, जिसके बाद आर्य समाज के लोगों ने साफ-सफाई की और रविवार को हवन-यज्ञ को लेकर कार्यक्रम की व्यवस्था की, वहीं दूसरी ओर सड़क के साथ लगते गेट पर पेंटर द्वारा सफेदी कर आर्य समाज मंदिर मोटे अक्षरों में लिखा गया। जोकि आते-जाते राहगीरों के लिए आकर्षण का केन्द्र रहा। जिसे लोग अपने वाहनों को रोक कर देखते हुए नजर आए। 

क्या है मामला

गत 13 जुलाई रविवार को कुछ लोगों ने पंचायत द्वारा लगाए गए ताले को तोड़कर हवन किया था। जिसका ग्रामीणों व पंचायत ने विरोध किया था। जिसको लेकर आर्य समाज मंदिर में हवन करने वाले और उक्त जगह को ग्राम पंचायत की होने का दावा करने वालों लोगों के बीच पुलिस के सामने ही जमकर झगड़ा हुआ था। जिसमें दोनों पक्षों से आधे दर्जन से ज्यादा लोग घायल हो गए थें। जिसकी बाद पुलिस ने कार्यवाही करते हुए सरपंच पति शिवकुमार सहित पांच लोगों के खिलाफ मामला दर्ज कर आगामी कार्यवाही शुरू कर दी थी। मामले की गंभीरता को देखते हुए जिला उपायुक्त डा.विरेन्द्र सिहं दहिया व जिला पुलिस अधीक्षक भूपेन्द्र सिंह के साथ घटनास्थल का दौरा कर मौके की स्थिति का जायजा लिया था। 

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