loader
The Haryana Story | केंद्रीय मंत्री मनोहर बोले - टैक्स कम होने से आमजन की खरीद की क्षमता बढ़ेगी रोजगार के नए अवसर पैदा होंगे

केंद्रीय मंत्री मनोहर बोले - टैक्स कम होने से आमजन की खरीद की क्षमता बढ़ेगी रोजगार के नए अवसर पैदा होंगे

जीएसटी कर सुधार से नई आर्थिक क्रांति का हुआ शुभारंभ, पीएम मोदी ने आमजन से जुड़ी हुई ज्यादा से ज्यादा चीजों पर ज्यादा टैक्स घटाया है ताकि सीधे तौर पर आम जनता को लाभ हो

केंद्रीय ऊर्जा, आवास और शहरी विकास मंत्री मनोहर लाल ने शनिवार को भाजपा के जिला कार्यालय श्याम कमल में पत्रकार वार्ता करते हुए कहा कि जीएसटी कर सुधार से कृषि, उद्योग और एमएसएमई, उद्योगपतियों और व्यापारियों, उपभोक्ताओं को भी राहत पहुंचाने का कार्य किया है | मनोहर लाल ने कहा कि जीएसटी कर सुधार से नई आर्थिक क्रांति का शुभारंभ हो गया है| प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने आमजन से जुड़ी हुई ज्यादा से ज्यादा चीजों पर ज्यादा टैक्स घटाया है ताकि सीधे तौर पर आम जनता को लाभ हो। जीएसटी के नए स्लैब में 90 प्रतिशत वस्तुएं ऐसी हैं जो 28 से 12 प्रतिशत की गई हैं और 99 प्रतिशत वस्तु ऐसी है जो 18 से 5 प्रतिशत की गई है। 

रोजगार के नए अवसर पैदा होंगे

टैक्स कम होने से आमजन की खरीद की क्षमता बढ़ेगी, रोजगार के नए अवसर पैदा होंगे, कर्मचारी छोटा किसान उन्हें बचत के अवसर प्राप्त होंगे और निवेश के अवसर भी उन्हें मिलेंगे। पत्रकार वार्ता में उनके साथ शिक्षा मंत्री महिपाल ढांडा,प्रदेश महामंत्री डॉ अर्चना गुप्ता,भाजपा जिला अध्यक्ष दुष्यंत भट्ट, मेयर कोमल सैनी,केंद्रीय मंत्री के पानीपत प्रतिनिधि गजेंद्र सलूजा, भाजपा जिला महामंत्री सुनील कंसल, सुमित जागलान और जिला उपाध्यक्ष नवीन भाटिया, पूर्व में अवनीत कौर और भाजपा नेता कृष्ण छोकर भी मौजूद रहे।  केंद्रीय मंत्री मनोहर लाल ने कहा कि जो उद्योग उभर नहीं पा रहे थे, टैक्स के नए सिलेबस आने से उनके उद्योगों को गति मिलेगी और उत्पादन क्षमता बढ़ेगी। उनके उत्पादों की मांग बढ़ेगी और वे लोगों को ज्यादा से ज्यादा रोजगार भी दे पाएंगे।

भारत विश्व की चौथी अर्थव्यवस्था बन गया

पत्रकारों से वार्ता करते हुए केंद्रीय ऊर्जा मंत्री मनोहर लाल ने कहा कि भारत सरकार के कुशल वित्त प्रबंधन के कारण जहां भारत विश्व की चौथी अर्थव्यवस्था बन गया है वहीं देश की आंतरिक अर्थव्यवस्था को मजबूत बनाने और समाज के हर वर्ग को राहत प्रदान करने के लिए सरकार ने जहां इनकम टैक्स की सीमा को बढ़ाकर 12 लाख रुपए वार्षिक किया है वहीं अब वस्तु एवं सेवा कर की दर को घटाकर 5 और 18 प्रतिशत करके भी आम जनता को बड़ी राहत प्रदान करने का काम किया है। उन्होंने कहा कि इस  उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 15 अगस्त 2025 के स्वतंत्रता दिवस पर जनता से इस बार की दिवाली पर देश की जनता से कर सुधार का वादा किया था।

भाजपा के पदाधिकारियों और वरिष्ठ कार्यकर्ताओं को अधिक प्रयास करने होंगे

मनोहर लाल ने कहा कि जीएसटी कर सुधार का लाभ सभी उपभोक्ताओं को दिलवाने के लिए भाजपा के पदाधिकारियों और वरिष्ठ कार्यकर्ताओं को अधिक प्रयास करने होंगे। वहीं व्यापारी और दुकानदार भी ग्राहकों को इसका पूरा लाभ दें। उन्होंने कहा कि सरकार मौजूदा दौर में उद्योगों की दिशा और दशा में बदलाव लाने के लिए निवेश, समावेश, नवाचार वाले सभी दिशा सूचक तय करने का कार्य कर रही है ताकि इस क्षेत्र में भी भारत आत्मनिर्भर हो सके| उन्होंने कहा कि देश जनता की मूलभूत जरूरतों को पूरा करने के लिए विश्व में स्वायत्तता और आत्मनिर्भरता लाने के प्रयास कर रहा है।

जागरूकता कार्यक्रमों के माध्यम से लोगों को और अधिक जागरूक करें

मनोहर लाल ने कहा कि नए जीएसटी कर सुधार से जहां देश के उद्योगपतियों, व्यापारियों, कर्मचारियों को लाभ हुआ है, कृषि और किसान कल्याण राष्ट्रीय समृद्धि का आधार बनने जा रहा है। उन्होंने उपस्थित भारी जन समूह से अपील की कि वे इस जीएसटी बचत उत्सव का लाभ जन-जन तक पहुँचाने के लिए उपभोक्ता जागरूकता कार्यक्रमों के माध्यम से लोगों को और अधिक जागरूक करें। केंद्रीय मंत्री मनोहर लाल ने पत्रकार वार्ता में जानकारी देते हुए बताया कि यह स्लैब सिन” और लग्ज़री  वस्तुओं पर 40% दर लागू होगा, जैसे कि पैकेज्ड तंबाकू उत्पाद, सिगरेट व कुछ विशेष कारें। घरेलू उपयोग की दैनिक वस्तुएं — जैसे साबुन, शैम्पू, टूथपेस्ट आदि — अब 5% स्लैब में आएँगी जहाँ पहले कहीं 12–18% टैक्स लगता था।

जीएसटी सुधार देश के कर प्रणाली में एक मील का पत्थर

छोटी कारें और कुछ मोटरसाइकिलें भी टैक्स कटौती से लाभान्वित होंगी। पैन मसाला, गुड़खा, सिगरेट, ज़र्दा, बाँडी आदि” जैसे तंबाकू से जुड़े उत्पाद अभी भी उच्च दरों तथा कम्पेंसेशन सीस के दायरे में रहेंगे। उन्होंने कहा कि केंद्र सरकार का उद्देश्य है कि कर संरचना को आसान और पारदर्शी बनाना, “इनवर्टेड ड्यूटी स्ट्रक्चर” (जहाँ इनपुट टैक्स आउटपुट टैक्स से अधिक हो जाता था) जैसी समस्याओं का समाधान करना है। केंद्रीय मंत्री मनोहर लाल ने कहा कि यह जीएसटी सुधार देश के कर प्रणाली में एक मील का पत्थर है, जिसका उद्देश्य करों को सरल, व्यापार के लिए अनुकूल, और उपभोक्ताओं के लिए सहज बनाना है। ये बदलाव विशेषकर मध्यम-वर्गीय व निम्न-वर्गीय परिवारों के लिए राहत लेकर आएँगे और घरेलू खर्चों को कम करने में मदद करेंगे।

Join The Conversation Opens in a new tab
×