हांसी में दिल्ली रोड पर एक होटल परिसर में सेफ्टी टैंक में दम घुटने से दो लोगों की मौत को लेकर पूरे दिन तनाव की स्थिति बनी रही। मृतकों के परिजनों ने होटल मालिकों पर मामला दर्ज होने से पहले पोस्टमार्टम कराने से इनकार कर दिया। बाद में पुलिस ने मृतक वीरेंद्र के बेटे संजय के बयान पर होटल मालिक श्याम सुंदर सैनी, उनके बेटे शिवम और दो अन्य लोगों पर एससी एसटी एक्ट व विभिन्न धाराओं के तहत मामला दर्ज कर लिया। पुलिस ने एफआईआर की प्रति परिजनों व अन्य लोगों को दी। परिवार के लोग इस पर पोस्टमार्टम कराने के लिए राजी हो गए।
सागर रत्ना होटल में वेटर व चौकीदार का काम करते थे
वहीं, देर शाम को एक मृतक वीरेंद्र के शव का पोस्टमार्टम हो गया। दूसरे के शव के पोस्टमार्टम को लेकर कुछ गतिरोध बना था। रविवार को पूरा दिन लोग मामले में कानूनी कार्रवाई करने व पीड़ित परिवार की आर्थिक मदद की बात करते हुए नजर आए। दरअसल, शनिवार को सेफ्टी टैंक में जमावड़ी निवासी करीब 40 वर्षीय वीरेंद्र व गढ़ी निवासी करीब 27 वर्षीय सोमबीर की मौत हो गई थी। मृतक बीरेंद्र के बेटे संजय ने कहा कि उनके पिता करीब एक साल से सागर रत्ना होटल में वेटर व चौकीदार का काम करते थे। उनके पिता के साथ गढ़ी निवासी सोमबीर भी काम करता था। संजय ने कहा कि आरोपी उनके पिता वीरेंद्र व सोमबीर को अनुसूचित जाति का होने के कारण गंदगी व सीवर आदि साफ करने के लिए मजबूर करते थे।
जबरदस्ती होटल के सेफ्टी टैंक साफ करने के लिए मजबूर किया
18 अक्टूबर को शिवम व नवदीप ने उनके पिता वीरेंद्र व सोमबीर को जबरदस्ती होटल के सेफ्टी टैंक साफ करने के लिए मजबूर किया व टैंक के अंदर उतार दिया। टैंक के अंदर फैली जहरीली गैस के प्रभाव से दोनों की मौत हो गई। दोनों टैंक के अंदर बनी दलदल में गिर गए। मौके पर न तो डॉक्टर बुलाए व न ही एंबुलेंस बुलाई गई। अमानवीय तरीके से लोहे के सरिये से उनके पिता वीरेंद्र व सोमबीर के शव को निकाला गया। डीएसपी हेडक्वार्टर विनोद शंकर ने कहा कि एक शव का पोस्टमार्टम हो गया और दूसरे का कल करवाया जाएगा।