हरियाणा में जानलेवा एड्स बीमारी के मरीजों में पिछले कुछ सालों में निरंतर इजाफा देखने को मिला है। स्वास्थ्य विभाग के आधिकारिक आंकड़ों के अनुसार जनवरी 2025 से जुलाई 2025 तक हरियाणा में कुल मरीजों की संख्या 37474 है जो कि नवंबर 2024 में विधानसभा में सदन के पटल पर रखे आंकड़ों से करीब 10 फीसदी ज्यादा है। रोहतक स्थित पीजीआई, एफआईएआरटी पॉली क्लिनिक, एआरटीसी सिविल हॉस्पिटल हिसार, एआरटी सेंटर ईएसआई फरीदाबाद प्रदेश के उन स्वास्थ्य संस्थानों में शुमार हैं जहां प्रत्येक में 3 हजार से ज्यादा मरीज रजिस्टर्ड हैं और उनका ट्रीटमेंट चल रहा है। हालांकि मरीजों की संख्या में इजाफा होने के पीछे स्वास्थ्य विभाग का तर्क ये भी है कि टेस्टिंग बढ़ने से ज्यादा से ज्यादा मरीज रिकॉर्ड में आ रहे हैं।
जानें कहाँ कितने मरीजों का चल रहा इलाज
स्वास्थ्य विभाग से प्राप्त आधिकारिक डाटा के अनुसार जनवरी 2025 से जुलाई 2025 तक 7 महीनों की अवधि में मरीजों की संख्या कुल 37474 है जो अलग स्वास्थ्य संस्थानों में इलाज करवा रहे हैं। इनमें सबसे ज्यादा रोहतक के पीजीआई में 4380 रजिस्टर्ड मरीजों का इलाज चल रहा तो वहीं इसके बाद एआरटी सेंटर सिविल अस्पताल हिसार में 3309, एफआईएआरटी सेंटर पॉली क्लीनिक अंबाला में 3076 और एआरटी सेंटर ईएसआई हॉस्पिटल फरीदाबाद में 3029 पंजीकृत मरीज अपना इलाज करवा रहे हैं। इस लिहाज उपरोक्त चार स्वास्थ्य संस्थानों में करीब 14 हजार एड्स मरीजों का इलाज हो रहा है जो कुल मरीजों का करीब 37 फीसद है। इसके अलावा एफआईएआरटी सेंटर सिविल अस्पताल जींद में 2543, एआरटी सेंटर सिविल अस्पताल कैथल में 2448, एफआईआरटी सेंटर सिविल अस्पताल सिरसा में 2417, एफआईएआरटी सेंटर सिविल अस्पताल सोनीपत में 2249 और एआरटी सेंटर पानीपत में रजिस्टर्ड मरीज हैं और एआरटी सेंटर सिविल अस्पताल करनाल में 2045 मरीज रजिस्टर्ड हैं जिनका वहां इलाज चल रहा है।
इसके अलावा एफआईएआरटी सेंटर सिविल अस्पताल भिवानी में 193, एआरटी सेंटर सिविल अस्पताल गुरुग्राम में 1826, एआरटी सेंटर सिविल अस्पताल कुरुक्षेत्र में 949, एआरटी सेंटर रेवाड़ी में 1256, एआरटी सेंटर सिविल अस्पताल बहादुरगढ़, झज्जर में 838, एआरटी सेंटर पॉली क्लीनिक पंचकूला में 479, एआरटी सेंटर एमएमआईएमएसआर मेडिकल कॉलेज अंबाला में 343, एआरटी सेंटर एल फलाह स्कूल ऑफ़ मेडिकल साइंस एंड रिसर्च सेंटर, फरीदाबाद में 38, एआरटी सेंटर ईएसआई मेडिकल कॉलेज एंड हॉस्पिटल फरीदाबाद में 209, एआरटी सेंटर एसजीटी मेडिकल कॉलेज गुरुग्राम, एआरटी सेंटर एमएएमसी, अग्रोहा, हिसार में 797, एआरटी सेंटर वर्ल्ड मेडिकल कॉलेज ऑफ़ मेडिकल साइंस एंड रिसर्च एंड हॉस्पिटल, झज्जर में 198, एआरटी सेंटर कल्पना चावला गवर्नमेंट मेडिकल कॉलेज करनाल में 131, एआरटी सेंटर आदेश मेडिकल कॉलेज एंड हॉस्पिटल, कुरुक्षेत्र में 24, एआरटी सेंटर शहीद हसन खान मेवाती, गवर्नमेंट मेडिकल कॉलेज, मेवात में 583, आरटीसी सेंटर एनसी मेडिकल कॉलेज एंड हॉस्पिटल, पानीपत में 15 और एआरटी सेंटर बीपीएस गवर्नमेंट मेडिकल कॉलेज फॉर वूमन, खानपुर कलां सोनीपत में 142 रजिस्टर्ड मरीजों का इलाज चल रहा है।
22 हजार से ज्यादा पुरुष और 13 हजार से ज्यादा महिला एड्स मरीज
आंकड़ों से पता चलता है कुल 37474 मरीजों में से 22697 पुरुष और 13707 महिला मरीज हैं जो अलग स्वास्थ्य संस्थानों में इलाज करवा रहे हैं। वहीं इनके अलावा 9 सौ से ज्यादा बच्चे एड्स से संक्रमित हैं जिनमें से 545 लड़के और 392 लड़किया हैं। इसके अलावा 133 मरीज ट्रांसजेंडर या अन्य कैटेगरी के तहत पंजीकृत हैं। बता दें कि एड्स के मरीज टीबी से अधिक प्रभावित होते हैं क्योंकि एचआईवी प्रतिरक्षा प्रणाली को कमजोर कर देता है, जिससे टीबी जैसी अवसरवादी संक्रमणों का खतरा बढ़ जाता है।
आंकड़ा 37 हजार पार नवंबर
2024 में विधानसभा में रखे गए आधिकारिक आंकड़ों के अनुसार हरियाणा में 2019-20 में राष्ट्रीय एड्स एवं यौन संचारित रोग नियंत्रण कार्यक्रम (एनएसीपी) के तहत 15,371 एचआईवी रोगी उपचार प्राप्त कर रहे थे। इनमें 8,813 पुरुष, 6,525 महिलाएं और 33 तृतीय लिंग रोगी शामिल थे। 2020-21 में यह संख्या बढ़कर 16,085 हो गई, जो 4.6 प्रतिशत की वृद्धि दर्शाती है। हालांकि, 2021-22 में उल्लेखनीय वृद्धि देखी गई, जब रोगियों की संख्या बढ़कर 21,796 हो गई, जो 35.5 प्रतिशत की वृद्धि है। इसमें 12,767 पुरुष, 8,960 महिलाएं और 69 तृतीय-लिंग रोगी शामिल थे। 2022- 23 में भी यह वृद्धि जारी रही, जिसमें 31.6 प्रतिशत की और वृद्धि हुई, जिससे कुल रोगियों की संख्या 28,677 हो गई। पुरुष रोगियों की संख्या बढ़कर 17,427 हो गई, जबकि महिला रोगियों की संख्या 11,161 तक पहुंच गई और 89 तृतीय-लिंगी व्यक्तियों ने भी उपचार प्राप्त किया। 2023-24 में, उपचाराधीन एचआईवी रोगियों की कुल संख्या बढ़कर 34,535 हो गई, जो 20.4 प्रतिशत की वृद्धि है।