चरखी दादरी जिले के बाढड़ा तहसील के गांव जगरामबास के युवक की इंग्लेंड के यूनिवर्सिटी से वापस लौटते समय सोमवार को बर्मिंघम शहर में निर्मम हत्या कर दी गई है। स्थानीय पुलिस के मुताबिक मृतक के लिफ्ट देने के बाद उनकी हत्या करने की सूचना है। वहीं हत्या के आरोप में भारत के चार से पांच युवकों को गिरफ्तार किया गया है। शव का गुरुवार देर रत पोस्टमार्टम करवाया गया। जानकारी मुताबिक अन्य जाँच प्रक्रियाओं के बाद एक सप्ताह बाद शव के भारत पहुंचने की संभावना है। युवक केन्द्रीय जीएसटी निरीक्षक पद से वीआरएस लेकर उच्च शिक्षा के लिए इंग्लेंड गया था। इस घटना की जानकारी मिलते ही गांव में मातम छा गया है।
घर में मच गया कोहराम
गांव जगरामबास निवासी भूतपूर्व सैनिक सुरेन्द्र सिंह के 27 वर्षीय पुत्र विजय कुमार स्टडी वीजा पर इंग्लैंड गया हुआ था जहां पर सोमवार को घटित घटना में उसकी मौत हो गई। पुलिस से मिली जानकारी के अनुसार विजय कुमार पछले फरवरी माह से इंग्लेंड में एमबीए की पढाई कर रहा है और सोमवार को को बर्मिंघम शहर की प्रसिद्ध ब्रेस्टो यूनिवर्सिटी से वापस लौटते समय उन्होंने चार से पांच भारतीय युवकों को लिफ्ट दी जिसके बाद उनका हत्या हो गई है। इंग्लेंड पुलिस ने गाड़ी के पासपोर्ट से मिली जानकारी पर मृतक विजय के भाई रवि फौजी से मोबाईल संपर्क किया गया और उनको सारी स्थिति से अवगत करवाया जिसके बाद घर में कोहराम मच गया।
दिल्ली के पारस, कुरुक्षेत्रा के मग्गु सहित पांच को हिरासत में
पुलिस ने तत्परता बरतते हुए घटनाक्रम के समय मृतक विजय की गाड़ी में मौजूद दिल्ली के पारस, कुरुक्षेत्रा के मग्गु सहित पांच को हिरासत में लेकर जांच शुरू कर दी है और उनको गुरुवार को कोर्ट में पेशी के बाद शव का पोस्टमार्टम करवाने का फैसला लिया है। मृतक रवि के भाई ने बताया कि वह लगातार इंग्लेंड पुलिस के संपर्क में हैं और उनके जीजा भी मौजूद हैं, इसीलिए अब उनको न्याय की उम्मीद है वहीं इंग्लेंड प्रशासन ने विदेशी नियमों को तहत उनको अधिवक्ता व सारी व्यवसथा स्वयं पूरी करने का भरोसा दिया है। इंग्लेंड विदेश विभाग ने भारत सरकार से जानकारी देकर स्वजनों को कानूनी प्रक्रिया पूरी करने के बाद जल्द ही शव भेजने का विदेश भेजा है।
तीन माह बाद फरवरी 2026 को घर में विजय के विवाह की तैयारी थी
मृतक का बड़ा भाई आर्मी में है और छोटा भाई घर पर रहता है। मृतक के पिता सुरेन्द्र सिंह भी भूतपूर्व सैनिक हैं और क्षेत्र में प्रतिष्ठित व्यक्तियों में शुमार हैं। गांव जगरामबास निवासी रवि श्योराण की इंग्लेंड में हत्या से सनसनी फैल गई है। विजय कुमार भारत सरकार में पहले जीएसटी निरीक्षक के पद पर चयनित थे और उच्च शिक्षा पाने की ललक उसको इसी फरवरी 2025 को इंग्लेंड ले गई जहां पर यूनिवसिर्टी से वापस लौटते समय उनकी कुछ लोगों ने निर्मम हत्या कर दी। इस घटना से परिवार को बहुत झटका लगा है, स्वजनों में तीन माह बाद फरवरी 2026 को घर में उनके विवाह की तैयारी थी लेकिन अब वह पार्थिव शरीर के रुप में घर लौटेगा।
पढ़ाई में अव्वल था
जगरामबास निवासी विजय कुमार बाल्यकाल से ही पढ़ाई में बहुत अव्वल था और एमएसी, बीएससी उतीर्ण करने के बाद प्रथम प्रयास में ही उनका HSSC में चयन होकर जीएसटी विभाग केरला में इंस्पेक्टर पद पर चयनित हुए। विजय कुमार की बहन व जीजा भी भी इंग्लेंड में ही रहने के कारण विजय ने नौकरी की जगह उच्च शिक्षा के लिए इंग्लेंड जाने का फैसला लेते हुए कुछ समय बाद ही उन्होंने वीआरएस लेकर बर्मिंघम शहर की प्रसिद्ध ब्रेस्टो यूनिवर्सिटी में दाखिला लिया। पढाई के दौरान वह स्वजनों से हर रोज विडियो काल से बात करता तथा स्वजनों द्वारा बार-बार विवाह करने पर फरवरी माह में वापसी आने का भरोसा देता रहा।
सोमवार शाम को यूनिवर्सिटी से वापस लौटते समय उनको एक दो बार मिले कुछ भारतीय युवकों ने हाथ दिया तो उन्होंने उनको लिफ्ट दी और बाद में गाड़ी में उनका शव ही मिला। इंग्लेंड पुलिस के अनुसार गाड़ी में लिफ्ट लेने वाले चार से पांच भारतीय युवकों ने ही घटना को अंजाम दिया है और अब पुलिस इस बात की जांच कर रही है कि लिफ्ट देने के बाद क्या हुआ की बिना कारण विजय की हत्या की घटना को अंजाम दिया गया। अब सबकी निगाहें इंग्लेंड पुलिस की जांच पर टिकी हैं वहीं स्वजनों का रो-रो कर बुरा हाल है।
घर में तीन दिन तक बातें छुपाकर रखनी पड़ी
मृतक विजय के भाई रवि फौजी ने बताया कि इंग्लेंड पुलिस की एक टीम ने गाड़ी के पासपोर्ट से मिली जानकारी पर उनके मोबाईल से उनको सारी स्थिति से अवगत करवाया, जिसके बाद घर में तीन दिन तक बातें छुपाकर रखनी पड़ी, लेकिन अब सबको जानकारी मिल चुकी है तो स्वजनों को बहुत बुरी स्थिति का सामना करना पड़ रहा है। पुलिस ने उनको आश्वस्त किया है कि उन्होंने तत्परता बरतते हुए घटनाक्रम के समय मृतक विजय की गाड़ी में मौजूद दिल्ली के पारस, कुरुक्षेत्रा के मग्गु सहित पांच को हिरासत में लेकर जांच शुरू कर दी है। वह लगातार इंग्लेंड पुलिस के संपर्क में हैं और उनके जीजा भी मौजूद हैं इसीलिए अब सभी को उनके शव का इंतजार है।
पुलिस द्वारा आरोपियों को कोर्ट में पेशी के बाद शव का पोस्टमार्टम करवाने का फैसला लिया है। वह तत्काल वीजा के लिए प्रयासरत थे लेकिन इंग्लेंड प्रशासन ने बताया कि हत्याकांड की जांच के लिए विशेष टीम व सरकारी खर्चे पर न्यायिक सुविधा उपलब्ध करवाई जाएगी। पुलिस ने उनको बताया कि सामान्य मौत पर लगभग चार से पांच दिन व इस तरह की कानूनी घटनाक्रम में कम से कम दस दिन का समय लगता है लेकिन शव को पूरी तरह सुरक्षित सेनेटाईज तरीके से रखा गया और धर्म के अनुसार हिंदू प्रक्रिया से शव को इंग्लेंड से भारत भेजा जाएगा।