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किसान अपनी मांगे मनवाने के लिए दिल्ली जाना चाहते हैं न कि वो दिल्ली पर हमला करने : अभय सिंह चौटाला

किसान अपनी मांगे मनवाने के लिए दिल्ली जाना चाहते हैं न कि वो दिल्ली पर हमला करने : अभय सिंह चौटाला

गृह युद्ध जैसे बन गए हैं हालात।

प्रतीकात्मक तस्वीर

इनेलो के प्रधान महासचिव अभय सिंह चौटाला ने एमएसपी का कानून बनाने की किसानों की मांग को जायज ठहराते हुए कहा कि भाजपा सरकार ने राजनीतिक फायदे के लिए देश और प्रदेश में अराजकता का माहौल पैदा कर रही है। उन्होंने कहा कि पहले तो वोट लेने के लिए जनता से झूठे वादे किए, उसके बाद सत्ता में आते ही वादों से मुकर गए। प्रधानमंत्री ने तीन काले कानून खत्म करते समय किसानों से यह वादा किया था कि एमएसपी पर कानून बनाएंगे, लेकिन अब प्रधानमंत्री अपने ही किए वादे से मुकर रहे हैं। यही कारण है कि आज फिर से अपने हक और मांगों के लिए अन्नदाता आंदोलन करने पर मजबूर हो गया है। 

भाजपा सरकार किसानों से कर रही है दुश्मनों जैसा व्यवहार

अभय सिंह चौटाला ने कहा कि भाजपा सरकार किसानों से दुश्मनों जैसा व्यवहार कर रही है और तानाशाही रवैया पर अड़ी हुई। उन्होंने कहा कि किसान अपनी मांगों को मनवाने के लिए दिल्ली जाना चाहते हैं न कि वो दिल्ली पर हमला करने जा रहे हैं। बेहद दुखद है कि किसानों को रोकने के लिए हाईवे समेत सभी रास्तों पर नुकीली कीलों और भारी पत्थरों का इस्तेमाल किया जा रहा है। इतना ही नहीं, ड्रोन से आंसू गैस के गोले दागे जा रहे हैं। पिछले चार दिनों से इंटरनेट बंद कर दिया गया है। ये तो गृह युद्ध जैसे हालात बन गए हैं। 

सरकार का ऐसा रवैया बेहद निंदनीय

उन्होंने कहा कि एक तरफ तो प्रशासन कह रहा है कि सरकारी संपत्ति को नुकसान पहुंचाने वाले किसानों पर कानूनी कार्रवाई की जाएगी और संपत्ति के नुकसान की भरपाई भी किसानों से ही करवाई जाएगी, वहीं दूसरी ओर सरकार खुद ही सड़कों को खोदकर नुकसान कर रही है। हरियाणा की भाजपा सरकार ने तो अघोषित आपातकाल लागू कर दिया है। सरकार के आदेशों पर पुलिस गांवों में जाकर किसानों को धमकी दे रही है कि जो भी किसान आंदोलन में किसानों का साथ देगा, उनके खिलाफ केस दर्ज किया जाएगा, सरकारी नौकरी वालों को नौकरी से बर्खास्त किया जाएगा और उनके पासपोर्ट रद्द कर दिए जाएंगे। किसानों के प्रति सरकार का ऐसा रवैया बेहद निंदनीय है। सरकार को चाहिए कि वो इत्मीनान से किसानों की सुने और समस्या का जल्द समाधान करे।

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